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उत्तराखंड: हनोल स्थित महासू देवता मंदिर में रात्रि जागरण से दूर हो जाते हैं कष्ट

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Published : Dec 24, 2019, 3:02 PM IST

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पूस महीने की एक रात में जागरण के लिए भीरी संख्या में श्रद्धालु महासू देवता मंदिर पहुंचते हैं. भक्तों का मानना है की पूस की रात में भक्तों के सभी संकट दूर हो जाते हैं.

विकासनगर: जौनसार बावर के सिद्ध पीठ महासू देवता मंदिर में भक्तों द्वारा रात्रि जागरण किया गया. वैसे तो पूरे साल इस मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है, लेकिन पूस की रात में आयोजित होने वाले इस जागरण के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु महासू देवता मंदिर पहुंचते हैं. भक्तों का मानना है की इस जागरण मात्र ईष्ट देव उनके सारे कष्ट हर लेते हैं.

इस मंदिर में रात्रि जागरण से दूर हो जाते हैं कष्ट.

श्रद्धालुओं का कहना है कि रात्रि जागरण में सच्ची आस्था के साथ पूजा-अर्चना करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. जानकारों का कहना है कि मंदिर में पूस के महीने रात्रि जागरण से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है. सर्द रात में भक्त पूरी आस्था और विश्वास के साथ मंदिर में रात्रि जागरण करते हैं.

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वहीं, भक्तों का कहना है कि महासू देवता संकटमोचक और न्याय प्रिय देवता है. रात्रि जागरण के बाद जब भक्त सुबह देवता के दर्शन करते हैं तो उनके चेहरे खुशी से चमक उठते हैं, लगता है महासू देवता ने श्रद्धालुओं के सभी संकट हर लिए हो. मंदिर के पुजारी राय दत्त जोशी बताते हैं कि पूस महीने की सर्द रात्रि में जो श्रद्धालु हनोल महासू देवता मंदिर में सच्ची आस्था और भक्ति के साथ पूजा-अर्चना करते हैं. उनके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं.

Intro:विकासनगर जौनसार बावर के सिद्ध पीठ महासू देवता मंदिर हनोल में वैसे तो वर्ष भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है वर्ष के पौष महीना संकटमोचक माना जाता है पौष महीने की एक रात जागरण के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु महासू देवता मंदिर हनोल पहुंचते हैं पूस की एक रात लगाने से भक्तों के सभी संकट दूर हो जाते हैं


Body:जौनसार बावर के सिद्ध पीठ महासू देवता मंदिर हनोल में वैसे तो वर्ष भर श्रद्धालुओं का देव दर्शन को तांता लगा रहता है लेकिन वर्ष के पौष महीने की अगर बात की जाए तो यह महीना श्रद्धालुओं के लिए काफी महत्वपूर्ण माना गया है जानकारों का कहना है कि इस महीने की एक रात्रि महासू देवता के जागरण में सच्ची आस्था के साथ लगाने पर सभी कष्ट संकट दूर हो जाते हैं लोग पूस की सर्द रात आस्था और विश्वास के साथ महासू देवता मंदिर में रात्रि जागरण कर स्तुति करते हैं और लोग दूर-दूर से पौष महीने में महासू देवता मंदिर हनोल पहुंचते हैं मंदिर में अपनी समस्या और कष्टों को लेकर एक रात्रि महासू देवता के नाम जागरण कर भक्त लोग गुजारते हैं लोगों का कहना है महासू देवता संकटमोचक है और न्याय प्रिय देवता है यहां आए श्रद्धालु रात लगाने के बाद सुबह देवता के दर्शन कर चेहरे पर खुशी के भाव देखने को मिलते हैं श्रद्धालुओं के चेहरे पर एक अलग सी चमक देखने को मिलती है मानो कि महासू देवता ने श्रद्धालुओं के सभी संकट हर लिए हो


Conclusion:मंदिर के पुजारी राय दत्त जोशी बताते हैं कि पूस महीने की सर्द रात्रि को जो भी श्रद्धालु हनोल महासू देवता मंदिर में सच्ची आस्था और भक्ति के साथ चारों भाई महासू देवता की स्तुति करते हैं उनके सभी संकट दूर हो जाते हैं ऐसी मान्यता सदियों से चली आ रही है बाइट_ श्रद्धालु बाइट_ श्रद्धालु बाइट_ पंडित जय दत्त शर्मा _पुजारी महासू देवता मंदिर हनोल

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