उत्तराखंड

uttarakhand

खटीमा में दो साधुओं की हत्या का मामला, 12 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली, सीएम के करीबी थे बाबा हरिगिरि

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 17, 2024, 8:24 PM IST

Updated : Jan 18, 2024, 11:37 AM IST

Khatima double murder case कुमाऊं के प्रसिद्ध भारामल मंदिर के मुख्य महंत बाबा हरिगिरि और उनके सेवक की हत्या को हुए 12 दिन गुजर चुके हैं, लेकिन पुलिस को अभीतक आरोपियों का कोई सुराग नहीं मिला है. महंत बाबा हरिगिरि सीएम पुष्कर सिंह धामी के काफी करीबी माने जाते थे. महंत बाबा हरिगिरि के प्रति लोगों की बड़ी आस्था है. आखिर इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में पुलिस के इतने पसीने क्यों छूट रहे हैं. ये केस पुलिस के लिए किस तरह के चैलेंजिंग है, इसी पर ये रिपोर्ट.

खटीमा में दो साधुओं की हत्या का मामला
खटीमा में दो साधुओं की हत्या का मामला

खटीमा: उधमसिंह नगर जिले के खटीमा में बीती पांच जनवरी को दो संतों की बड़ी बेहरमी से हत्या की गई थी. इस हत्याकांड को हुए 12 दिन हो चुके हैं, लेकिन अभी भी पुलिस के हाथ खाली हैं, जिससे क्षेत्र की जनता में काफी आक्रोश है. पुलिस अभी तक इस वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों की पहचान नहीं कर पाई है, जबकि पुलिस की आठ टीमें (जिसमें चार सीओ के अलावा दो एसपी लेवल के अधिकारी शामिल हैं) भी मामले की जांच में जुटी हुई हैं. हालांकि, पुलिस का दावा है कि उन्हें आरोपियों के बारे में बड़ी लीड मिली है, जिसके आधार पर पुलिस जल्द ही बदमाशों तक पहुंचेगी और इस हत्याकांड से पर्दा उठाएगी.

सीएम धामी के काफी करीबी थे बाबा हरिगिरि:कुमाऊं के प्रसिद्ध भारामल मंदिर के मुख्य महंत बाबा हरिगिरि और उनके सेवक की पांच जनवरी की रात को अज्ञात बदमाशों ने हत्या कर दी थी. बाबा हरिगिरि का इलाके में काफी नाम है, उनके प्रति स्थानीय लोगों की बड़ी आस्था है. बाबा हरिगिरि को सीएम पुष्कर सिंह धामी का करीबी माना जाता है. साल में दो बार इस मंदिर में भंडारे का आयोजन किया जाता था. इस हत्याकांड से कुछ दिनों पहले भी मंदिर में भंडारे का आयोजन किया गया था, जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिरकत की थी.
पढ़ें-खटीमा में महंत बाबा हरि गिरि महाराज समेत दो लोगों की हत्या, पुलिस जांच में जुटी

पुलिस के लिए बड़ा चैलेंज: इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाना पुलिस के लिए भी आसान नहीं है. उधमसिंह नगर एसएसपी मंजूनाथ टीसी का कहना है कि प्रसिद्ध भारामल मंदिर जंगल के बीचों-बीच है. यही कारण है कि पुलिस को कई तरह के सबूत मिलने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. दूसरी चुनौती ये है कि ये इलाका मोबाइल नेटवर्क से बिल्कुल कटा हुआ है. ऐसे में यदि बदमाशों के पास कोई मोबाइल भी होगा तो वह सर्विलांस पर दर्ज नहीं हो रहा है. इसके साथ ही पूरे क्षेत्र में बिजली भी नहीं है, लिहाज सीसीटीवी कैमरे होने का तो सवाल ही खड़ा नहीं होता.

पुलिस का दावा: ईटीवी भारत से बात करते हुए उधमसिंह नगर एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने दावा किया है कि उन्हें बदमाशों के बारे में एक बड़ी लीड हाथ लगी है, जिस पर वो काम कर रहे हैं. उम्मीद है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर इस हत्याकांड के पर्दा उठाया जाएगा.
पढ़ें-24 घंटे बाद भी नहीं मिला संतों के हत्यारों का सुराग, नागा साधुओं ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी

संतों में आक्रोश: खटीमा में दो साधुओं की हत्या से उत्तराखंड के साधु-संत भी काफी आक्रोशित हैं. उन्होंने पुलिस-प्रशासन से जल्द से जल्द से इस मामले का खुलासे करने की मांग की है. साथ ही चेतावनी भी दी है कि यदि पुलिस ने जल्द ही इस मामले का खुलासा नहीं किया तो वो उग्र आंदोलन करेंगे.

मुख्यमंत्री कार्यालय ले रहा जांच का अपडेट: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह की आस्था भी भारामल मंदिर और बाबा हरिगिरि से जुड़ी हुई है. साथ ही ये पूरा मामला भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के गृह क्षेत्र खटीमा से जुड़ा हुआ है, इसलिए मुख्यमंत्री कार्यालय भी इस केस के हर अपडेट पर नजर बनाए हुए हैं.

एसपी सिटी मनोज कत्याल ने दी जानकारी: जब इस बारे में एसपी सिटी मनोज कत्याल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वो खुद अपनी टीम के साथ यूपी में हैं. हालांकि, उन्होंने लोकेशन के बारे में जानकारी नहीं दी. इस केस की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस की आठ टीमें लगी हुई हैं. पुलिस तमाम एंगल से मामले की जांच में जुटी हुई है.

पुलिस का कहना है कि हत्या का तरीका देखकर कहा जा सकता है कि ये काम किसी प्रोफेशनल किलर का हो सकता है या फिर घुमंतू प्रजाति को बदमाशों का, जो लूटपाट के उद्देश्य से इस तरह की वारदातों को अंजाम देते हैं, क्योंकि दान पात्र में पैसे न होने का मतलब यह इशारा भी करता है. उधमसिंह नगर जिले के अलावा चंपावत और नैनीताल पुलिस की भी इस केस में मदद ली जा रही है.

Last Updated : Jan 18, 2024, 11:37 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details