उत्तराखंड

uttarakhand

इस छात्रावास में बच्चियों को मिलता है घर जैसा प्यार

By

Published : Feb 26, 2020, 3:11 PM IST

Tehri Hindi News

भारत सरकार की कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय योजना के तहत टिहरी जनपद में 50 छात्राओं के लिए एक छात्रावास बनाया गया था. इस छात्रावास में सभी बच्चियों को घर जैसा प्यार मिलता है.

टिहरी: शायद ऐसा कहीं होता होगा कि बच्चों को घर से दूर रहकर भी उन्हें मां जैसा प्यार मिले, लेकिन ऐसा हो रहा है. टिहरी जिले के कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास में जहां रह रही बच्चियों को मां जैसा प्यार मिलता है. यहां इतनी सुविधाएं मिलती हैं कि इन बच्चियों को अपने घर की याद नहीं आती.

इस छात्रावास में छात्राओं को मिलता है घर जैसा प्यार.

बता दें कि भारत सरकार ने अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़े वर्ग व अल्पसंख्यक समुदाय की बेहद गरीब परिवार की बच्चियों के लिए कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय योजना शुरू की गई है. इस योजना के तहत टिहरी जिले में प्रताप नगर ब्लॉक के लम्बगांव के पास सुजड़ गांव में 50 छात्राओं के लिए कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय छात्रावास का निर्माण किया गया था. वर्तमान में इस छात्रावास में लगभग 50 हैं, जो बगल के स्कूल में पढ़ती हैं. इन छात्राओं को पढ़ाई के साथ-साथ रहने खाने और तमाम तरह की सुविधाएं छात्रावास में दी जाती हैं.

यहां पर रहने वाली बच्चियों का कहना है कि यहां उन्हें घर जैसा अनुभव होता है. मां जैसा प्यार मिलता है. छात्राओं ने बताया कि उनको परिवार से दूर रहने का एहसास नहीं होता है. वो इस छात्रावास को ही अपना परिवार समझती हैं.

पढ़ें- अलकनन्दा व मंदाकिनी बढ़ रहे हादसों के बाद जागा पुलिस-प्रशासन, जल पुलिस की होगी तैनाती

छात्रावास की इंचार्ज अनीता का कहना है कि इन बच्चों का ध्यान अपने बच्चों की तरह रखना पड़ता है. इनके लिए सरकार द्वारा छात्रावास में सारी सुविधाएं दी जाती हैं. जिससे छात्रावास में रहकर अपने वो अपना भविष्य संवार सकें और इन्हें अपनी गरीबी का एहसास न हो. जिससे भविष्य में सभी बच्चियां आत्मनिर्भर बन सकें.

ABOUT THE AUTHOR

...view details