देहरादून: मसूरी में शिफन कोर्ट से 80 परिवारों को हटाए जाने का विरोध तेज हो गया है. विस्थापित परिवारों के समर्थन में राज्य आंदोलनकारी भी आ गए हैं. राज्य आंदोलनकारियों ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि अतिक्रमण के नाम पर मसूरी के शिफन कोर्ट में रह रहे 80 परिवारों को बेघर कर दिया गया है. इन परिवारों को घर दिलाने के लिए राज्य आंदोलनकारियों ने जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को एक ज्ञापन प्रेषित किया है.
राज्य आंदोलनकारी मनीष नागपाल ने कहा कि केवल रोपवे निर्माण के लिए इतने लोगों को हटाया जाना ठीक नहीं है. क्योंकि मसूरी में यह परिवार अंग्रेजों के जमाने से वहां रहे थे. केवल विकास के नाम पर जनता का उत्पीड़न किया जाना ठीक नहीं है.
उन्होंने कहा कि प्रशासन ने न्यायालय की आड़ लेकर 80 परिवारों को बेघर कर दिया है. यदि सरकार चाहती तो शिफन कोर्ट के 80 परिवारों को राहत दे सकती थी. जिस प्रकार से देहरादून की बस्तियों को न्यायालय ने हटाने का आदेश दिया था, लेकिन राज्य सरकार ने उन्हें अध्यादेश लाकर बचा लिया.