ऋषिकेश: हरिद्वार ऋषिकेश नेशनल हाईवे पर श्यामपुर पुलिस चौकी से नेपाली फार्म के बीच लगने वाले जाम और सड़कों की खस्ताहाल हालत को लेकर ग्रामीण भड़क गए हैं. ग्रामीणों ने गढ़ी चौक पर एनएच के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. विभाग का पुतला फूंक कर अपना रोष भी जताया. ग्रामीणों ने खस्ताहाल सड़कों को दुरुस्त करने और जाम से निजात दिलाने की मांग की है. चेतावनी दी है यदि समस्या का समाधान ना किया गया तो ग्रामीण एनएच पर धरना प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे.
सड़कों के खस्ताहाल और जाम से ग्रामीण परेशान ,फूंका एनएच का पुतला, उग्र आंदोलन की दी चेतावनी
By ETV Bharat Uttarakhand Team
Published : Oct 3, 2023, 1:38 PM IST
Haridwar Rishikesh National Highway श्यामपुर पुलिस चौकी से नेपाली फार्म के बीच लगने वाले जाम से लोगों को आए दिन परेशानियों से जूझना पड़ता है. साथ ही मार्गों की खस्ताहाल हालत को लेकर ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर रोष जताया. वहीं जल्द कार्रवाई ना होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी.
मंगलवार की सुबह श्यामपुर के दर्जनों ग्रामीण समाजसेवी आशीष रांगड़ और राजपाल पंवार के नेतृत्व में एकत्रित हुए. ग्रामीणों ने गड़ी चौक पर एनएच के खिलाफ जमकर नजीबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. एनएच का पुतला फूंकने के बाद ग्रामीणों ने कहा कि श्यामपुर पुलिस चौकी से नेपाली फार्म के बीच सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं. ग्रामीणों ने कई बार अपने खर्चे से मलबा डाल कर गड्ढे भरने का काम किया है. फिर भी विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की. गड्ढों की वजह से कई बार सड़क हादसे हो चुके हैं. जाम लगने की वजह से स्थानीय वाहन चालक और टेंपो वाले ग्रामीण इलाकों के संपर्क मार्ग का प्रयोग कर रहे हैं. जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है.
पढ़ें-हल्द्वानी की 424 सड़कें नगर निगम को हस्तांतरित, अब खस्ताहाल रोड होंगी चकाचक
अंदरूनी मार्गों पर भी जाम लगने से स्कूली बच्चों को आवागमन में दिक्कत हो रही है. अभिभावक अपने बच्चों को सड़कों पर अकेले बाहर भेजने से भी डरने लगे हैं. यात्रा सीजन फिर से शुरू हो गया है. राफ्टिंग करने वाले पर्यटकों की भीड़ भी उमड़ रही है. इसलिए विभाग को जल्द से जल्द समस्या के समाधान की ओर सकारात्मक कार्रवाई करनी चाहिए. जो केवल कागजों पर नहीं बल्कि धरातल पर देखनी चाहिए. आशीष रांगड़ और राजपाल पंवार ने कहा कि विभाग ने यदि जल्द समस्या का समाधान नहीं किया तो ग्रामीण उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे.