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मसूरी में चिंतन शिविर के अंतिम दिन की शुरुआत योग शिविर से, आईटीबीपी जवानों से मिले सीएम धामी

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Published : Nov 24, 2022, 8:30 AM IST

Updated : Nov 24, 2022, 11:09 AM IST

yoga camp
मसूरी चिंतन शिविर ()

मसूरी लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में उत्तराखंड सरकार का तीन दिवसीय चिंतन शिविर चल रहा है. आज शिविर के आखिरी दिन की शुरुआत योग शिविर से हुई. उत्तराखंड के सीएम धामी और मुख्य सचिव एसएस संधू समेत चिंतन शिविर में मौजूद सभी लोगों ने योग आसन किए. योग शिविर से पहले सीएम धामी ने मॉर्निंग वॉक करते हुए आईटीबीपी के जवानों से मुलाकात की.

मसूरी:लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी मसूरी में उत्तराखंड सरकार के चिंतन शिविर के अंतिम दिन की शुरुआत योग शिविर से हुई. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में मुख्य सचिव एसएस संधू व तमाम वरिष्ठ अधिकारियों ने योग किया. अकादमी के कालिंदी ग्राउंड में योग शिविर का आयोजन किया गया. इस अवसर पर योग प्रशिक्षकों के द्वारा सभी को योग के विभिन्न आसन कराए गए. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित अधिकारियों ने योग के आसनों का अभ्यास किया.

मॉर्निंग वॉक के दौरान आईटीबीपी जवानों से मिले सीएम धामी: लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में इन दिनों उत्तराखंड कैबिनेट का चिंतन शिविर चल रहा है. चिंतन शिविर के तीसरे दिन योग क्लास से पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज सुबह लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में मॉर्निंग वॉक करते हुए अकादमी गेट तक पहुंचे. सीएम धामी ने अकादमी गेट पर तैनात भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों का हालचाल पूछा.
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इस दौरान रास्ते में मिले लोगों का भी सीएम धामी अभिवादन स्वीकार करते रहे. इसके बाद मुख्यमंत्री ने अकादमी परिसर में भी राउंड लगाया और यहां स्थापित पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा के पास पहुंचकर नमन किया.

मसूरी में चल रहा है उत्तराखंड सरकार का चिंतन शिविर: गौरतलब है कि इन दिनों मसूरी में उत्तराखंड सरकार का चिंतन शिविर चल रहा है. चिंतन शिविर में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड के समस्त पहलुओं को ध्यान में रखते हुए ये शिविर आयोजित किया जा रहा है. चिंतन शिविर के दौरान उत्तराखंड के विकास के लिये आने वाले 5 से 10 सालों को लेकर रोड मैप बनाया जायेगा. चिंतन शिविर में प्रदेश को आर्थिक रूप से मजबूत करने, जीडीपी को बढ़ाने और लोगों के जीवन स्तर को और बेहतर करने संबंधित विषय पर चर्चा की जा रही है.

आईटीबीपी जवान से मिलते सीएम धामी

चिंतन शिविर में पहुंचे धन सिंह और गणेश जोशी:मसूरी में आयोजित चिंतन शिविर के तीसरे दिन कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, धन सिंह रावत, चंदन रामदास और सुबोध उनियाल मसूरी पहुंचे. मीडिया से बातचीत करते हुए धन सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड के 25 साल पूरे होने पर उत्तराखंड को देश के अग्रणी राज्य में शामिल किए जाने को लेकर लगातार काम किया जा रहा है. वहीं प्रदेश के विकास के लिए सुलभ योजनाओं के तहत काम किया जाएगा, जिससे कि प्रदेश की जनता को इसका लाभ मिल सके और पहाड़ी क्षेत्रों का भी विकास हो सके. मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि चिंतन शिविर से जरूर अमृत निकलेगा और उसका लाभ प्रदेश के विकास और जनता को मिलेगा. उन्होंने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए फंडिंग मैकेनिज्म भी तैयार करना है, उस पर भी विचार विमर्श किया जा रहा है.

चिंतन शिविर पर करन माहरा ने साधा निशाना:चिंतन शिविर पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने निशाना साधा है. कांग्रेस का कहना है कि प्रदेश में लाल फीताशाही हावी है. सरकार तेरी फाइल मेरी फाइल के खेल में उलझी हुई है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर डीजीपी के इस्तीफे की मांग उठाई है. उन्होंने कहा शिविर करना गलत नहीं है, लेकिन लोग सरकार से पिछले सालों का भी हिसाब पूछेंगे, क्योंकि 2017 और 2022 के बीच सरकार ने इस प्रदेश में सत्तर हजार का कर्जा चढ़ा दिया है. उन्होंने सवाल उठाया राज्य गठन के बाद 2017 तक प्रदेश के ऊपर 35 हजार करोड़ का कर्जा था. 2017 से 2022 तक सरकार ने इस प्रदेश को 70 हजार करोड़ के कर्जे में दबा दिया.

कांग्रेस विधायक सुमित हृदयेश ने खड़े किये सवाल: धामी सरकार के चिंतन शिविर पर कांग्रेस विधायक सुमित हृदयेश ने सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा अगर राज्य के विकास को लेकर सरकार और अधिकारी गंभीर हैं तो धरातल पर काम भी दिखना चाहिए. ऐसे चिंतन मंथन शिविर से अगर कुछ ठोस नहीं निकला तो ऐसे मंथन शिविर का कोई फायदा नहीं. उन्होंने कहा इस चिंतन मंथन से कुछ भी नहीं निकलने वाला है. अगर विकास ही देखना है तो अधिकारियों को हिमाचल प्रदेश भेजना चाहिए. सुमित ने कहा सरकार को केवल औपचारिकता पूरी करने के लिए इस तरह के शिविर नहीं करने चाहिए, बल्कि गंभीर चर्चा करके नई ठोस नीति बनाई जानी चाहिए. जिससे कि राज्य का विकास हो और जनता का भला हो सके.

Last Updated :Nov 24, 2022, 11:09 AM IST

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