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विधानसभा भर्ती घोटाला: हरक बोले- उत्तराखंड का दुर्भाग्य है कि प्रेमचंद अभी भी मंत्री बने हैं

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Published : Oct 4, 2022, 4:14 PM IST

Updated : Oct 4, 2022, 7:28 PM IST

उत्तराखंड विधानसभा बैक डोर भर्ती घोटाले को लेकर पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि मामले में संबंधित मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए. वहीं, उन्होंने कहा उत्तराखंड का दुर्भाग्य है कि प्रेमचंद अग्रवाल अभी भी मंत्री बने हुए हैं.

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हरक रावक का प्रेमचंद अग्रवाल पर निशाना

देहरादून: लंबे समय बाद पूर्व कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हरक सिंह रावत मीडिया के सामने आये (Harak Singh Rawat appeared in front of media) हैं. हरक रावत ने विधानसभा बैक डोर भर्ती (assembly back door recruitment) घोटाले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने विधानसभा भर्ती को लेकर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल को घेरा है और उनके इस्तीफे की मांग की है.

उत्तराखंड विधानसभा बैक डोर भर्ती प्रकरण (uttarakhand assembly back door recruitment episode) में तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष और वर्तमान कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे की मांग लगातार बढ़ती जा रही है. जहां एक ओर प्रदेश का युवा वर्ग प्रेमचंद अग्रवाल को मंत्रिमंडल के पद से हटाने की मांग कर रहा है वहीं, पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने भी प्रेमचंद को लेकर बड़ा बयान दिया है.

हरक रावक का प्रेमचंद अग्रवाल पर निशाना

हरक सिंह रावत ने कहा नैतिकता के आधार पर विधानसभा भर्ती घोटाला मामले में प्रेमचंद अग्रवाल को खुद ही इस्तीफा दे देना चाहिए. क्योंकि, प्रेमचंद अग्रवाल ने युवाओं का हक छीना है. यही नहीं, हरक सिंह रावत ने कहा कि ये उत्तराखंड का दुर्भाग्य हैं कि प्रेमचंद अग्रवाल अभी मंत्री बने हुए हैं.
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बता दें कि, विधानसभा बैक डोर भर्ती का मामले ने उत्तराखंड की राजनीति (politics of uttarakhand) में बड़ा तूल पकड़ा था. जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने ऋतु खंडूड़ी ने एक्शन लेते हुए 228 लोगों को बाहर का रास्ता दिखा दिया, लेकिन इस भर्ती प्रक्रिया को अंजाम देने वाले पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और वर्तमान कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को लेकर पार्टी कुछ भी कहने के लिए राजी नहीं है. वहीं, मामले में हरक सिंह रावत ने खुलकर प्रेमचंद अग्रवाल का विरोध किया है.

हरक सिंह रावत ने कहा उनपर भी बहुत पहले आरोप लगे थे, लेकिन उन्होंने खुद ही इस्तीफा दे दिया था. प्रेमचंद पर भी आरोप लगे हैं तो उन्हें भी नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए. इसके अलावा प्रेमचंद अग्रवाल को भाजपा केंद्रीय आलाकमान की तरफ से भी अबतक हटा देना चाहिए था. क्योंकि विधानसभा में हुई भर्ती के जिम्मेदार प्रेमचंद अग्रवाल हैं. इसके साथ-साथ सहकारिता विभाग, ओपन यूनिवर्सिटी और विधानसभा में भर्ती संबंधित सभी जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए.

Last Updated : Oct 4, 2022, 7:28 PM IST

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