उत्तराखंड

uttarakhand

महाकुंभ में स्किल इंडिया पवेलियन का डिजिटल कार्यक्रम लॉन्च

By

Published : Apr 12, 2021, 9:46 PM IST

महाकुंभ मेले के स्किल इंडिया पवेलियन का डिजिटल कार्यक्रम लॉन्च किया गया.

Digital program of Skill India Pavilion launched in Kumbh
कुंभ में स्किल इंडिया पैवेलियन का डिजिटल कार्यक्रम लॉन्च

देहरादून: सोमवार को कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा हरिद्वार में चल रहे महाकुंभ मेले में स्किल इंडिया पवेलियन का डिजिटल लॉन्च कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में सीएम तीरथ सिंह रावत, केंद्रीय कौशल विकास मंत्री डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय, केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय कौशल विकास राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार, भारत सरकार आरके सिंह, उत्तराखण्ड के कौशल विकास मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक वर्चुअली उपस्थित रहे.

कुंभ में स्किल इंडिया पैवेलियन का डिजिटल कार्यक्रम लॉन्च

इस वर्चुअल कार्यक्रम में महिला स्वयं सहायता समूहों के कौशल विकास पर विशेष ध्यान दिये जाने और कौशल विकास कार्यक्रम को आत्मनिर्भर भारत और वोकल फॉर लोकल से जोड़ने की जरूरत पर बल दिया गया. सीएम ने इस मौके पर कहा कि इस स्किल इंडिया पवेलियन के द्वारा देश के युवाओं का कौशल विकास होगा. वे एक नए भारत के निर्माण में अपना योगदान देंगे. केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि जिस प्रकार सम्पूर्ण विश्व में यह कुंभ मेला भारत की आध्यात्मिक ताकत का बोध कराता है उसी प्रकार हम सभी का एकजुट प्रयास हो कि स्किल इंडिया पवेलियन देश के युवाओं को आने वाले भविष्य के अनुरूप कौशल का निर्माण करने में एक दिशा दें.

पढ़ें:रुद्रप्रयाग: गर्मी शुरू होते ही धधकने लगे जंगल, आग बुझाने में जुटे ग्रामीण

सीएम ने कहा कि इस कुंभ मेले में केंद्र सरकार से बहुत महत्वपूर्ण सहयोग मिला है. हमारे कुशल कार्यबल, लगन और मेहनत का फल है कि इस महाकुंभ का आयोजन ऐसी कठिन परिस्थितियों में भी किया जा सका है.

पढ़ें-हरिद्वार में दिख रही महाकुंभ की रौनक, शाही स्नान को निकले साधु-संत

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विभिन्न महत्वपूर्ण योजनाओं और कार्यक्रमों से देश को एक नई दिशा दी है. कौशल विकास कार्यक्रम ऐसा ही एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है. भारत युवाओं का देश है, हमारे युवाओं में देश को आगे ले जाने की योग्यता और क्षमता है. आज का विश्व प्रतिस्पर्धा का विश्व है, हमें अपने युवाओं को इस प्रतिस्पर्धा में जीतने योग्य बनाना है. इसके लिए बाजार की मांग के अनुरूप युवाओं के कौशल विकास पर खास ध्यान देना है.

पढ़ें-जूना अखाड़े और उसके सहयोगियों ने हरकी पैड़ी पर किया शाही स्नान

कोरोना की वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए कौशल विकास कार्यक्रम को आत्मनिर्भर भारत और वोकल फॉर लोकल से जोड़ने की जरूरत है. इसके लिए स्थानीय संसाधनों की उपलब्धता और भविष्य के बाजार की मांग के अनुसार रूपरेखा तैयार करने की जरूरत है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details