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अधर में लटका 10 साल पुराने कमर्शियल वाहनों को बंद करने का प्रस्ताव, ये रही बड़ी वजह?

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Published : Nov 19, 2019, 11:57 PM IST

10 साल पुराने कमर्शियल वाहन बंद करने का प्रस्ताव चुनाव की आचार संहिता के चलते अभी संभव नहीं हो पा रहा है. इसके लिए आरटीओ ने जल्द बैठक का आयोजन कर प्रस्ताव लागू करने की बात कही है.

कमर्शियल वाहनों को बंद करने का प्रस्ताव.

देहरादून: परिवहन विभाग द्वारा 10 साल पुराने कमर्शियल वाहन बंद करने की अधर में लटकती नजर आ रही है. दरअसल, 4 नवंबर को संभागीय परिवहन प्राधिकरण की बैठक में इस प्रस्ताव पर चर्चा के बाद कोई अंतिम निर्णय लिया जाना था. लेकिन राज्य पंचायत चुनाव होने के कारण आचार संहिता लगी थी, जिस कारण 4 नवंबर की बैठक स्थगित कर दी गई. साथ ही 25 तारीख को रुड़की क्षेत्र में नगर निगम के चुनाव होने है, जिस कारण इस बैठक का वर्तमान में होना असंभव है.

संभागीय परिवहन प्राधिकरण की बैठक 25 दिसम्बर के बाद जनवरी के पहले हफ्ते में आयोजित की जाएगी. बैठक के बाद ही 10 साल पुराने कमर्शियल वाहनों को बंद करने को लेकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा.

कमर्शियल वाहनों को बंद करने का प्रस्ताव.

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बता दें कि एनजीटी ने साल दर साल हो रहे खतरनाक प्रदूषण से निबटने के लिए राज्य सरकार को 10 साल पुरानी कमर्शियल वाहनों के संचालन पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं. इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर संभागीय परिवहन प्राधिकरण उत्तराखंड को भेज दिया गया है. उत्तराखंड परिवहन विभाग की ओर से तैयार किए गए प्रस्तावों पर यदि संभागीय परिवहन प्राधिकरण की बैठक में मुहर लग जाती है तो दून के साथ ही टिहरी, उत्तरकाशी और हरिद्वार जिले में संचालित 10 साल पुराने वाहनों का संचालन बंद हो जाएगा.

आरटीओ दिनेश पठोई ने बताया कि एनजीटी ने सभी प्रदेशों को निर्देशित किया है कि 10 साल पुराने कमर्शियल वाहनों का संचालन बंद करने का विचार करे. साथ ही एलपीजी, सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों के संचालन के लिए विचार किया जाए. 25 तारीख को रुड़की क्षेत्र में नगर निगम के चुनाव होने हैं. जिसके कारण इस बैठक को करना अभी संभव नहीं है. लेकिन जल्दी निर्णय लिया जाएगा कि इस पर एक बैठक 25 तारीख के बाद या फिर जनवरी के पहले हफ्ते में रखी जाए.

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