उत्तराखंड

uttarakhand

यादों में केशव देसी राजू: पैदल ही गांवों का किया दौरा, पिता की अंतिम यात्रा में 10 KM चले नंगे पैर

By

Published : Sep 5, 2021, 3:05 PM IST

Updated : Sep 5, 2021, 4:30 PM IST

almora

देश के दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के पोते और अल्मोड़ा के पूर्व डीएम केशव देसीराजू का निधन हो गया. केशव देसी राजू 1978 बैच के अधिकारी थे. 1988 से 1990 तक वह अल्मोड़ा के डीएम रह चुके हैं.

अल्मोड़ा: अल्मोड़ा के पूर्व डीएम रिटायर आईएएस अधिकारी केशव देसी राजू का शनिवार को निधन हो गया है. केशव देसी राजू पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन के पोते थे. वह वर्ष 1988 से 1990 तक अल्मोड़ा के डीएम रहे. उनके निधन की सूचना पर राजनीतिज्ञ एवं समाजसेवियों ने दुख जताया है. बता दें कि, पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव केशव देसी राजू का 66 वर्ष की आयु में चेन्नई में निधन हो गया.

अल्मोड़ा नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी ने उनके निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि केशव देसी राजू एक विद्वान अधिकारी थे. वह एक डीएम होने के बाद भी हमेशा पढ़ाई के प्रति तत्पर रहते थे. अपना कामकाज निपटाने के बाद खाली समय में वह किताबें पढ़ते रहते थे. वह एक जमीन से जुड़े हुए अधिकारी थे. अपने डीएम के कार्यकाल में उन्होंने गांव-गांव पैदल भ्रमण कर ग्रामीणों की समस्याओं को करीब से जाना और निदान की कोशिश की. प्रकाश चंद्र जोशी ने बताया कि केशव देसीराजू के पिता का यही अल्मोड़ा में निधन हुआ था. तब वह पैदल बिना पांव में चप्पल पहने लगभग 10 किलोमीटर शवयात्रा के साथ विश्वनाथ घाट तक गए थे.

यादों में केशव देसी राजू.

ये भी पढ़ेंः पूर्व राष्ट्रपति डॉ राधाकृष्णन के पोते और पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव केशव देसी राजू का निधन

केशव देसीराजू यूं तो दक्षिण भारत से ताल्लुक रखते थे. लेकिन अपने कार्यकाल का अधिकांश समय उन्होंने पहाड़ी प्रदेश उत्तराखंड में ही बिताया था. यही कारण था कि उन्हें पहाड़ से विशेष लगाव था. इसी पहाड़ प्रेम के चलते उन्होंने अल्मोड़ा के लमगड़ा ब्लॉक के पौधार के पास अपने लिए एक आलीशान कोठी भी बनाई थी. जिसमे वो अक्सर रहने आया करते थे.

2016 में वह सेवानिवृत्त हो गए थेःयूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान 2014 में उनके तबादले को लेकर विवाद हो गया था. उस समय वह केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव थे. विवाद इस बात को लेकर था कि बिना अगले स्वास्थ्य सचिव का नाम क्लियर हुए ही, उन्हें पद से हटा दिया गया था. वह इस पद पर मात्र एक साल तक रहे थे.

Last Updated :Sep 5, 2021, 4:30 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details