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कहीं मेकअप, आपकी आंखों की खूबसूरती को न कर दे बर्बाद

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Published : Nov 26, 2022, 8:52 AM IST

आजकल महिलाओं की आंखों में पानी सूखने, जलन, आंखों के लाल होने की समस्या सामने आ रही है. आंखों में पस, रूसी और अन्य तरीके के इन्फेक्शन हो रहे हैं. ऐसा मिबोमीयन ग्लैंड डिस्फंक्शन (Meibomian Gland Dysfunction) नामक बीमारी की वजह से हो रहा है. चिकित्सकों का कहना है कि यह आंखों में केमिकल युक्त काजल, सूरमा या अन्य आंखों के मेकअप के सामान लगाने से होता है.

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वाराणसी : श्रृंगार में महिलाएं अधिक खूबसूरत लगती हैं. घर में कोई फंक्शन हो या कोई त्यौहार, महिलाएं सज-धजकर तैयार होती हैं. आंखों में सूरमा और काजल लगाती हैं. ऐसा करना स्वाभाविक सी बात है. मगर क्या आपको पता है कि महिलाओं का श्रृंगार करना उनके लिए ही घातक बन सकता है. आंखों में लगने वाला काजल या सूरमा आंखों को बेहद नुकसान पहुंचाता है. इससे आंखों में गंभीर बीमारी भी हो रही है. आइये इस बारे में विस्तार से समझते हैं.


दरअसल, आजकल महिलाओं की आंखों में पानी सूखने, जलन, आंखों के लाल होने की समस्या सामने आ रही है. आंखों में पस, रूसी और अन्य तरीके के इन्फेक्शन हो रहे हैं. ऐसा मिबोमीयन ग्लैंड डिस्फंक्शन (Meibomian Gland Dysfunction) नामक बीमारी की वजह से हो रहा है. चिकित्सकों का कहना है कि यह आंखों में केमिकल युक्त काजल, सूरमा या अन्य आंखों के मेकअप के सामान लगाने से होता है. यह पदार्थ आंखों को नुकसान पहुंचा रहे हैं.


मेकअप आंखों को पहुंचा रहा नुकसान :नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ प्रत्यूष निरंजन ने बताया कि, महिलाओं की आंख में ड्राइनेस का बहुत बड़ा कारण एमजीडी होता है. जिसका कारण केमिकल युक्त मेकअप का प्रयोग करना होता है. वर्तमान में लगभग 40 फीसदी से ज़्यादा महिलाएं इससे प्रभावित हैं.

जानकारी देतीं संवाददाता प्रतिमा तिवारी




ऐसे फैलता है ये इंफेक्शन :उन्होंने बताया कि महिलाओं की पलकों में एक ग्लैंड होता है, जिसे मिबोमीयन ग्लैंड कहते हैं. यह आंसुओं में तेल की परत बनाता है. हमारी आंखों में आंसू होते हैं, जो हमारी आंखों को गीला रखते हैं, उसे बेसल टीयर कहते हैं. यह बेसल टियर तीन लेयर का होता है. सबसे नीचे म्यूकस, उसके ऊपर पानी और उसके ऊपर तेल. जितनी बार हम आंखें ब्लिंक करते हैं. उतनी बार यह तीनों एक साथ जाकर आंखों को गीला करते हैं. उन्होंने बताया कि, इसमें तेल पलकों के ऊपर से बनता है और इसमें पलकों के बाल के ऊपर की ये ग्लैंड खुलती है. यदि हम बार-बार मेकअप लगाएंगे तो इसमें इंफेक्शन होगा और इन्फेक्शन होने से जो ऑयल निकलता है उसका स्वरूप बदल जाएगा. पहले इसका स्वरूप रिफाइंड की तरह पतला होगा, उसके बाद डालडा की तरह और फिर उसका स्वरूप टूथपेस्ट की तरह गाढ़ा हो जाएगा. ऐसा होने पर यह नॉर्मल ब्लिंक करने पर तीनों लेयर कार्य नहीं करेंगी, जिस वजह से पानी के ऊपर तेल की परत नहीं होगी और पानी बॉडी टेंपरेचर के अनुसार भाप बनकर के उड़ जाएगा और आंखें सूखने लगेंगी. ऐसे सूखी आंखों को इवेपरेटिव ड्राइ आई कहते हैं, जो मेकअप लगाने वाली महिलाओं में सामान्य हो गया है.

ये हैं लक्षण

आंखों में जलन
आंखों में खुजली
पलकों से पस का आना
पलकों में रूसी का होना
आंखों में चुभन
सिर दर्द होना
आंखों से आंसू कम निकलना
आंखों का सूखा होना

एक नजर इन उपायों पर

- सबसे पहले महिलाओं को अपने आई मेकअप का किट शेयर नहीं करना है, क्योंकि किट शेयर करने से महिलाओं में इंफेक्शन बढ़ जाता है.

- महिलाएं कॉनकेव मिरर रखें, जिसमें महिलाओं के चेहरे बड़े-बड़े दिखेंगे. इससे जब वह आंखों में मेकअप करेंगी, तो लैशेजस बड़े-बड़े दिखेंगे और वह आईलैशेस से ऊपर मेकअप का प्रयोग कर सकती हैं.


- महिलाओं को अपने काजल की पेंसिल पतली रखनी है, जिससे वह हल्का काजल लगा सकें. नीचे की लीड पर ऐसे ध्यान रखना है और ऊपर के लीड पर पलकों के ऊपर मेकअप अप्लाई होता है तो ज्यादा समस्याएं नहीं होती हैं.


- डॉक्टर ने बताया कि इसमें एक बात का ध्यान रखना है कि मेकअप में ग्लिटर का प्रयोग नहीं करना है. क्योंकि, ग्लिटर हमारी आंखों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाता है. ये आंखों की कॉर्निया में स्क्रैच भी पहुंचा सकता है, जिससे दूसरी तरह की बीमारियां भी उत्पन्न हो सकती हैं.


- मेकअप लगाकर कभी भी सोना नहीं है. सोने से पहले रात में मेकअप को अच्छे से निकाल देना है. इसके लिए सिर्फ़ फेसवास का प्रयोग नहीं करना है बल्कि, आंखों में लगे मेकअप को पूरी तरीके से साफ करना है. इससे आंख सुरक्षित रहेंगी.

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