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अच्छे नंबरों से परीक्षा पास कराने का झांसा दे रहे साइबर ठग, बरतें सावधानी, यूपी बोर्ड ने जारी किया अलर्ट

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Published : Apr 15, 2023, 6:21 PM IST

यूपी बोर्ड की परीक्षाएं खत्म हो चुकी हैं. छात्रों और अभिभावकों को परिणाम का इंतजार है. इस बीच साइबर ठग भी सक्रिय हो गए हैं. वे परीक्षा में अच्छे अंक दिलाने के नाम पर लोगों के साथ ठगी कर रहे हैं.

साइबर ठगों ने बढ़ाई यूपी बोर्ड की समस्या.
साइबर ठगों ने बढ़ाई यूपी बोर्ड की समस्या.

वाराणसी :यूपी बोर्ड परीक्षा के बाद छात्र और अभिभावक अच्छे नंबरों को लेकर फिक्रमंद नजर आ रहे हैं. साइबर जालसाज इसका फायदा उठाने की कोशिश में जुट गए हैं. साइबर ठग अच्छे अंक दिलाने का झांसा देकर अभिभावकों और छात्रों काे मैसेज भेज रहे हैं. इससे बाद ओटीपी के जरिए उनके अकाउंट खाली कर दे रहे हैं. विभाग के लिए भी ये जालसाज बड़ी चुनौती बन गए हैं. हालांकि इस बाबत मिली शिकायतों के बाद विभाग अलर्ट हो चुका है. जांच एजेंसियों को सक्रिय करते हुए प्रदेश के सभी डीआईओएस को एक एडवाइजरी भी जारी की गई है.

एडवाइजरी के तहत यह बताया गया है कि इस प्रकार के किसी भी मैसेज पर भरोसा करने की जरूरत नहीं है. इसको लेकर अभिभावक व विद्यार्थियों को जागरूक किया जाए. माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने बताया कि, कई जिलों में छात्रों को पास कराने का प्रलोभन देकर जालसाजी की शिकायतें सामने आईं हैं. हाईस्कूल व इंटर के सभी परीक्षार्थियों को मैसेज के जरिए यह सूचना दी जा रही है कि यदि परीक्षा में उनके नंबर कम आए हैं या पेपर खराब हो गया है, तो भी वह बेहतर अंक से पास हो सकते हैं, उन्हें बस मैसेज का जवाब देना होगा. उन्होंने कहा कि कोई विद्यार्थी झांसे में न आए. अन्यथा धोखाधड़ी हो सकती है.

सचिव ने बताया कि पुलिस के पास पत्र भेजकर जालसाजी की जानकारी दी गई है. विभाग के साथ ही अन्य एजेंसियां भी उस पर काम कर रहीं हैं. उन्होंने बताया कि, विभाग के जरिए मैसेज व सोशल मीडिया के माध्यम से सभी को जागरूक किया जा रहा है. इसके लिए बकायदा जिले के सभी डीआईओएस को भी पत्र लिखा गया है.

स्पेशल सेल के जरिए हो रही निगरानी :डीआईओएस गिरीश कुमार सिंह ने बताया कि अभी वाराणसी में इस तरह का मामला सामने नहीं आया है. इस एडवाइजरी के जरिए सभी अभिभावकों को जागरूक कर दिया गया है. उसके लिए बकायदा एक स्पेशल सेल भी बनाई गई है. इसके जरिए निगरानी की जा रही है. उन्होंने बताया कि, यदि किसी भी अभिभावक के पास बच्चे को पास कराने के लिए सॉफ्टवेयर के जरिए मैसेज या कॉल जाता है तो वह से रिसीव न करें, यदि उनसे किसी तरीके की ओटीपी मांगी जाती है तो वह न दें. जालसाज ओटीपी मांगने के बाद अकाउंट खाली कर देंगे.

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