सीतापुर : सकरन थाना क्षेत्र में चाट बनाते समय गैस सिलेंडर फटने से दो घरों में आग लग गई, जिससे घर का सारा सामान जलकर राख हो गया. वहीं आग की चपेट में आने से छह लोग झुलस गए, जिसमें दो मामूली रूप से झुलसे हैं, जबकि चार लोगों के बुरी तरह झुलसने के कारण उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है. सभी घायलों की हालत खतरे से बाहर है.
दरअसल, घटना सकरन थाना क्षेत्र के बेलवा बसहिया गांव की है. यहां रहने वाला रामकिशन राजपूत चाट का ठेला लगाने के लिए खाद्य सामग्री तैयार कर रहे थे, तभी अचानक पांच किलोग्राम का गैस सिलेंडर अचानक फट गया, जिससे उनके घर में आग लग गई. जब तक रामकिशन राजपूत के घर में लगी आग को काबू में पाया जाता तब तक आग ने उनके भाई रामलखन के घर को भी अपनी चपेट में ले लिया.
इस दौरान रामकिशन, उनकी पत्नी और तीन बच्चे झुलस गए, जबकि पांच वर्थीय भतीजी मुस्कान भी आग की चपेट में आ गई. आनन-फानन में सभी को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. डॉक्टर ने बताया कि सभी की हालत खतरे से बाहर है. दो घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है, जबकि चार घायलों को भर्ती कर उनका इलाज किया जा रहा है. आग की घटना से दोनों घरों की डेढ़ लाख रुपये की गृहस्थी जलकर नष्ट हो गई है. वहीं लेखपाल ने मौके का भ्रमण कर पीड़ितों को आर्थिक सहायता दिलाने का आश्वासन दिया है.
वीओ-घटना सकरन थाना क्षेत्र के बेलवा बसहिया गांव की है,यहां रहने वाला रामकिशन राजपूत चाट का ठेला लगाने के लिए खाद्य सामग्री तैयार कर रहा था, तभी अचानक गैस का छोटा सिलेंडर अचानक फट गया,जिससे उसके घर मे आग लग गई, आग पर जब तक काबू पाया जाता तब तक आग ने उसके भाई रामलखन के घर को भी अपनी चपेट में ले लिया,इस दौरान रामकिशन उसकी पत्नी और तीन बच्चे झुलस गए जबकि उसकी भतीजी 5 वर्षीय मुस्कान भी आग की चपेट में आ गयी,सभी को इलाज के लिए फौरन जिला अस्पताल पहुँचाया गया.
बाइट-रामकिशन (पीड़ित)
वीओ-डॉक्टर के मुताबिक सभी की हालत खतरे से बाहर है दो लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गयी है जबकि चार लोगों को भर्ती कर उनका इलाज किया जा रहा है.
बाइट-अभय स्वरूप (चिकित्सक)
वीओ-सिलेंडर फटने की इस घटना से दोनों घरो की गृहस्थी का सारा सामान जलकर नष्ट हो गया, लेखपाल ने मौके का भ्रमण कर उन्हें आर्थिक सहायता दिलाने का आश्वासन दिया है.
सीतापुर से नीरज श्रीवास्तव की रिपोर्ट,9415084887
Body:डेढ़ लाख रुपये की संपत्ति भी जलकर राख
Conclusion: