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ओमप्रकाश राजभर और अखिलेश यादव देख रहे मुंगेरीलाल के सपने : सुरेश खन्ना

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Published : Aug 10, 2021, 6:14 AM IST

यूपी के कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना सोमवार को काकोरी शहीदों की स्मृति कार्यक्रम में हिस्सा लेने शाहजहांपुर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने विपक्षी दलों पर तीखी प्रतक्रिया दी.

कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने अखिलेश यादव पर साधा निशाना
कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने अखिलेश यादव पर साधा निशाना

शाहजहांपुर :सोमवार को यूपी के कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना काकोरी शहीदों की स्मृति कार्यक्रम में भाग लेने शहजहांपुर पहुंचे. शहीदों के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री सुरेश खन्ना ने शहीदों की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी. कार्यक्रम के दौरान उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा. कार्यक्रम के समापन के बाद मंत्री सुरेश खन्ना ने ओमप्रकाश राजभर के बयान पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि ओमप्रकाश राजभर और अखिलेश यादव मुंगेरीलाल के सपने देख रहे हैं, जो कभी पूरे नहीं होंगे. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव 2022 में बीजेपी 300 से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करेगी.

वहीं यूपी में बाढ़ के हालात पर सवाल पूछने पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में बाढ़ से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार पूरी तरह से तैयार है. बाढ़ की जैसी स्थिति होगी यूपी सरकार स्थिति के अनुसार अलग से बजट को लेकर निर्णय लेगी. बता दें कि ओमप्रकाश राजभर ने कहा था कि यूपी के आगामी विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बनेंगे. ओमप्रकाश राजभर के इसी बयान पर यूपी कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने पलटवार किया था.

मंत्री सुरेश खन्ना विपक्षी दलों पर निशाना साधने में नहीं चूकते हैं. अभी हाल ही में बीएसपी(BSP) के ब्राह्मण सम्मेलन पर भी उन्होंने तंज कसा था. उन्होंने कहा था कि उत्तर प्रदेश का ब्राह्मण बेहद समझदार और बुद्धिमान है. विपक्षी पार्टियां अपना वोट बैंक बचाने के लिए तमाम तरीके की कोशिश कर रहीं है, जो सफल नहीं होगीं. वहीं दूसरी तरफ भागीदारी संकल्प मोर्चा बनाने वाले व सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (Suheldev Bharatiya Samaj Party President Omprakash Rajbhar) भी बयानवाजी करने में नहीं चूकते हैं.

9 अगस्त को वाराणसी दौरे के समय ओम प्रकाश राजभर ने यूपी सरकार पर तीखी टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि योगी आदित्यनाथ पहले साधु-महात्मा हैं, उसके बाद सीएम हैं. अखिलेश शुद्ध रूप से नेता हैं, वो साधु बाबा नहीं हैं. दोनों में अगर तुलना करेंगे तो नेता तो अखिलेश यादव ही हैं.

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