पीलीभीत:जनपद में कई हिंदूवादी संगठन बीच हाईवे पर धरने पर बैठ गए. संगठनों का आरोप है कि पीलीभीत पुलिस ने एक युवती को हिरासत में लेकर उसके साथ मारपीट की है. इस दौरान संगठन के लोगों ने जमकर नारेबाजी की. धरने की सूचना पर धरनास्थल पर कई थानों की पुलिस फोर्स तैनात की गई. पुलिस के आला अधिकारियों ने धरना दे रहे हिंदूवादी नेताओं से फोन पर बातचीत कर मामला रफा-दफा कराया.
दरअसल, बुधवार को शहर के नकटादाना चौराहे पर धरने पर बैठे हिंदूवादी कार्यकर्ताओं का आरोप था कि कोतवाली क्षेत्र का रहने वाला एक युवक गैर समुदाय की एक छात्रा को अपने साथ भगा ले गया था. पुलिस ने छात्रा की बरामदगी करने के लिए युवक के परिवार जनों को हिरासत में लेकर उनके साथ मारपीट की. आरोप है कि आरोपी की बहन को भी शहर कोतवाली में तैनात दरोगा मनवीर ने हिरासत में लेकर उसके साथ मारपीट की और घंटों तक चौकी में ही बैठा रखा.
चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों को को सस्पेंड करने की मांग
युवती के साथ हुई मारपीट की घटना संज्ञान में आने के बाद हिंदूवादी संगठन नकटादाना चौराहे पर धरने पर बैठ गए. हिंदूवादी संगठनों के नेताओं ने पुलिस के सामने आरोपी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने की मांग रखी. इसके साथ ही हिंदूवादी संगठन के लोग पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज कराने की मांग पर भी अड़े रहे. हिंदूवादी संगठनों के नेताओं के धरना दिए जाने की बात संज्ञान में आने पर पीलीभीत के पुलिस अधीक्षक दिनेश पी ने नेताओं से फोन पर बातचीत की. उन्होंने कार्यवाही का आश्वासन दिया. जिसके बाद हिंदूवादी संगठन के नेताओं ने धरना समाप्त कर दिया.
मामले पर बोली युवती:पूरे मामले में जब पीड़ित युवती से संपर्क साधा गया तो युवती ने बताया उसके भाई ने गैर समुदाय की एक लड़की के साथ लव मैरिज कर ली थी. पुलिस अचानक युवती के घर पहुंची और उसे अपने साथ ले गई. जहां पुलिस कर्मियों ने युवती के साथ मारपीट करते हुए यातनाएं भी दी.
पूरा मामला संज्ञान में आने के बाद पीलीभीत के पुलिस अधीक्षक दिनेश पी ने मारपीट के आरोपों से घिरे दारोगा मनवीर सिंह को निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही पूरे मामले की जांच पीलीभीत के अपर पुलिस अधीक्षक पवित्र मोहन त्रिपाठी को सौंपी गई है.
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