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सपा विधायक प्रभुनारायन यादव ने खत्म किया धरना, थाना प्रभारी के फोन न उठाने से थे नाराज

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Published : Sep 4, 2022, 9:19 AM IST

Updated : Sep 4, 2022, 1:23 PM IST

सपा विधायक प्रभुनारायन यादव.
सपा विधायक प्रभुनारायन यादव.

चंदौली जिले के बलुआ थाने में धरने पर बैठे सकलडीहा से सपा विधायक प्रभुनारायन यादव ने अपना धरना खत्म कर दिया है. पूर्व प्रधान पप्पू टाइगर को फर्जी मुकदमे में फंसाने और पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के साथ थाना प्रभारी के फोन न उठाने जैसे मामले से नाराज सपा विधायक बलुआ थाने में धरने पर बैठे थे.

चंदौली:जिले के सकलडीहा से सपा विधायक प्रभुनारायन यादव ने अपना धरना खत्म कर दिया है. गौरतलब है कि पूर्व प्रधान पप्पू टाइगर को फर्जी मुकदमे में फंसाने और पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के साथ थाना प्रभारी के फोन न उठाने से नाराज होकर सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ सपा विधायक बलुआ थाने में धरने पर बैठे थे.

धरने पर बैठे सपा विधायक प्रभुनारायन यादव.

सपा विधायक पूरी रात धरने पर बैठे रहे. पुलिस कप्तान के निर्देश पर सीओ यातायात कृष्ण मुरारी मौके पर पहुंचे. मामले की जांच कर उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया. एसपी ने भी फोन पर आश्वासन दिया कि प्रकरण की जांच कराई जाएगी. इसके बाद विधायक ने ज्ञापन सौंना और कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी के साथ धरना समाप्त किया.

सपा विधायक प्रभुनारायन यादव ने आरोप लगाया था कि पूर्व प्रधान गायब लड़की के परिजनों के साथ थाने पर मुकदमा दर्ज करवाने गए थे. जबकि पुलिस पूर्व प्रधान को हिस्ट्रीशीटर बताकर हिरासत में लेने का काम कर रही है. यहीं नहीं विधायक का आरोप है कि बलुआ पुलिस बीजेपी नेताओं के इशारे पर लोगों का उत्पीड़न कर रही है. जब तक सक्षम अधिकारी नहीं आएंगे तब तक धरना जारी रहेगा.

विधायक का आरोप है कि एक मामले की जानकारी के लिए उन्होंने बलुआ थाना प्रभारी के सरकारी नंबर पर कई दफा फोन किया, लेकिन उनका फोन रिसीव नहीं हुआ. व्यक्तिगत नंबर पर फोन करने के बाद भी बात नहीं हुई. सपा विधायक ने पुलिस कप्तान से इस बात की शिकायत की. जिसके बाद एसपी ने उचित कार्रवाई का भरोसा देते हुए प्रकरण की जांच की बात कहीं. इसके बाद विधायक ने ज्ञापन सौंना और कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी के साथ धरना समाप्त किया.

पूर्व प्रधान को पुलिस ने लिया था हिरासत में
बताया जा है कि नादी गांव के पूर्व प्रधान एक मामले में पैरवी के लिए थाने पहुंचे. आरोप है कि वह गेट के बाहर ही थे कि पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर बैठा लिया. पुलिस के अनुसार पूर्व प्रधान आपराधिक प्रवृत्ति का है और पहले भी जेल जा चुका है. वह मारपीट के किसी मामले में वांछित था. कुछ लोगों ने अकारण पूर्व प्रधान को हिरासत में लिए जाने की शिकायत विधायक से की. इसी बात की जानकारी लेने के लिए सपा विधायक ने बलुआ थाना अध्यक्ष को फोन मिलाया, लेकिन थाना प्रभारी ने विधायक का फोन नहीं उठाया. जिससे नाराज विधायक ने समर्थकों के साथ थाने में ही धरने पर बैठ गए.

विधायक प्रभु नारायण यादव ने बताया कि थानो में केवल बीजेपी नेताओं और उनके जनप्रतिनिधियों की सुनी जा रही है. यह पूरी तरह से एक जनप्रतिनिधि का अपमान और लोकतंत्र का हनन है. थाना प्रभारी थाने के बाहर बोर्ड लगा दें कि यहां केवल सत्ता पक्ष के नेता और जनप्रतिनिधि ही आ सकते हैं.

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Last Updated :Sep 4, 2022, 1:23 PM IST

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