उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

गजब! विंध्य कॉरिडोर के नाम पर साइबर ठग सोशल मीडिया प्लेटफार्म से मांग रहे चंदा

By

Published : Jan 18, 2023, 10:45 PM IST

थाना कोतवाली विंध्याचल

मिर्जापुर में विंध्य कॉरिडोर के निर्माण के नाम पर साइबर ठग चंदा इक्ट्ठा कर रहे हैं जिसको लेकर मिर्जापुर पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आरोपियों को जेल भेजने के साथ ही गैंगस्टर की कार्रवाई भी की जाएगी.

मिर्जापुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट विंध्य कॉरिडोर का काम प्रगति पर है. वहीं, इस बीच विंध्य कॉरिडोर के निर्माण के नाम पर अवैध रूप से चंदा भी मांगा जा रहा है. फेसबुक पेज और वेबसाइट के माध्यम से चंदा मांगने वालों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज कर लिया. फिलाहाल आरोपियों की तलाश का जा रही है.

एसपी संतोष कुमार मिश्र ने बताया कि मिर्जापुर के विश्व प्रसिद्ध विंध्याचल धाम में स्थित निर्माणाधीन विंध्य कॉरिडोर के नाम पर वेबसाइट पर उत्तर प्रदेश में बड़े नवीनीकरण एवं विकास कार्य के लिए स्वेच्छा से दान की अपील करने वालों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है. विंध्य कारिडोर के निर्माण के नाम पर चंदा वसूलने की शिकायत जिला प्रशासन को मिला था. जिसको लेकर जांच किया जा रहा था. वेबसाइट और फेसबुक खंगालने के बाद पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ विंध्याचल थाने में बुधवार को मामला दर्ज कराया हैं.

एसपी ने बताया कि मामला दर्ज करने के साथ ही आरोपियों की तलाश की जा रही है. इन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजने के साथ ही उनके ऊपर गैंगस्टर की कार्रवाई भी की जाएगी. कॉरिडोर निर्माण कार्य के लिए कोई भी सरकारी चंदा लेने का प्रावधान नहीं है. इसके बावजूद साइबर क्राइम करते हुए मंदिर और निर्माण के नाम पर लोगों से दान के नाम पर वसूली की जा रहा है. जो नियम के विरुद्ध हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ भविष्य में भी कठोर कार्रवाई की जाएगी.

गौरतलब है कि विश्व प्रसिद्ध विंध्याचल धाम में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर विंध्य कॉरिडोर का निर्माण चल रहा है. विंध्याचल कॉरिडोर दिसम्बर 2023 तक बनकर तैयार हो जाएगा. तंग गलियों को तोड़कर दरबार को भव्य रूप दिया जा रहा है. इसके लिए 400 कारीगर दिन-रात काम कर रहे हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक अगस्त 2021 को मंदिर में शिलान्यास किया था.

मंदिर में लगभग 50 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. निर्माण कार्य को 3 चरणों में बांटा गया है. पहले चरण का अधिग्रहण और ध्वस्तीकरण का काम पूरा हो गया है. दूसरे चरण में मंदिर का निर्माण कार्य होना है. तीसरे चरण में भक्तों के रहने, गाड़ियों की पार्किंग और हेलीपैड का काम होगा. मंदिर के चारों तरफ 50 फीट चौड़ा 4 परिक्रमा पथ बनाया जा रहा है. बीच में मां विंध्यवासिनी का गर्भगृह होगा. परिक्रमा पथों की लंबाई 100-200 मीटर रहेगी. इस निमार्ण कार्य के लिए 331 करोड़ का बजट तय किया गया है. लोक सभा चुनाव के पहले विंध्य कॉरिडोर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते हैं

जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने बताया कि नवरात्रि के पहले चार द्वार में से तीन द्वार बनकर तैयार हो जाएगा. विंध्य कॉरिडोर का काम तेजी से चल रहा है. मजदूरों की संख्या बढ़ाई गई है. विंध्य कॉरिडोर का काम 2023 तक पूरा करना है. मगर नवरात्रि के पहले ज्यादातर काम हो जाएगा. ताकि यहां आने वाले श्रद्धालु अच्छे से दर्शन कर सकें. इसके साथ ही विंध्य कॉरिडोर की भव्यता भी देख सकें. इसके लिए आज से हर दिन विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विंध्य कॉरिडोर के कार्य की प्रगति की समीक्षा की जाएगी.

ये भी पढ़ेंःBaba Vishwanath Dham: नए साल के पहले पखवाड़े में बाबा विश्वनाथ धाम में 26 लाख भक्तों ने लगाई हाजिरी

ABOUT THE AUTHOR

...view details