महोबा:जिले में पुलिस प्रताड़ना और चिटफंड घोटाले (chit fund scam in mahoba) में अपना पैसा डूबने से परेशान होकर एक किसान ने मंगलवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक के परिजनों ने आरोपी दारोगा और चिटफंड कंपनी के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग को लेकर कानपुर सागर हाईवे में शव रखकर जाम लगा दिया. परिजनों का आरोप है कि चिटफंड कंपनी और पुलिस की साठगांठ के चलते ही किसान फांसी के फंदे पर झूल गया. पुलिस ने परिजनों की तहरीर के आधार पर कार्रवाई करने का भरोसा दिया है.
जिले के खरेला थाना क्षेत्र के बरायें ग्राम निवासी प्रमोद उदैनिया को पड़ोसी गांव के कुबेर सिंह ने अपने साथी धर्मेंद्र सिंह, जागेश्वर साहू, मुमताज अहमद, सोहनलाल से मिलवाया. सभी ने बताया कि उनकी कंपनी एमडीएस इंफ्रा लिमिटेड किसानों के लिए बैंक से अच्छा ब्याज देती है. यदि 10-12 लोगों को आरडी, एफडी कराते हैं तो कंपनी उन्हें एजेंट बना देगी.
कंपनी के कर्मियों की बातों में आकर प्रमोद उदैनिया एजेंट बन गया. एजेंट बनते ही उसने 12 से 13 लाख रुपये जमा कर लिए. जब प्रमोद को पता चला कि दिसम्बर 2021 में कंपनी ऑफिस बंद करके भाग गई तो उन्होंने उपरोक्त 6 लोगों के विरुद्ध चरखारी कोतवाली में आईपीसी की धारा 419, 420,467,468 के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया.
यह भी पढ़ें:महिला ने 12 महीने की बच्ची के साथ लगाई फांसी, बेटा न होने पर मिलते थे ताने