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यूपी के कई जिलों में बाढ़ का कहर, पानी में डूबकर 2 की मौत, कई लापता

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Published : Oct 13, 2022, 5:49 PM IST

Updated : Oct 13, 2022, 11:05 PM IST

यूपी में कई दिनों से लगातार हो रही बारिश की वजह से कई जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. बाढ़ के पानी से कई गांव जनमन्न हो गए हैं, ऐसे क्षेत्रों में निवास करने वाले लोग घर द्वार छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं. वहीं, कई लोग बाढ़ विभीषिका में अपनी जान गंवा चुके हैं.

यूपी के कई जिलों में टूटा बाढ़ का कह
यूपी के कई जिलों में टूटा बाढ़ का कह

सिद्धार्थनगर/श्रावस्ती/अंबेडकरनगर(ईटीवी भारत डेस्क):यूपी में कई दिनों से लगातार हो रही बारिश अब लोगों पर कहर बन रही है. बारिश की वजह से प्रदेश में कई नदियां उफान पर हैं, जिसकी वजह से कई जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को खाने-पीने, जानवरों को पालने व रहने में काफी दिक्कत हो रही है. इतना नहीं, लोगों को रहने के लिए घर की छतों अथवा किसी ऊंचे स्थान पर तंबू तानकर दिन गुजारना पड़ रहा है. हालांकि प्रदेश सरकार व स्थानीय प्रशासन की तरफ से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हर संभव मदद पहुंचाने की कोशिश जारी है. इस बाढ़ विभीषिका की चपेट में आकर अब सैंकड़ों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. सीएम योगी ने गुरुवार को अयोध्या, अंबेडकरनगर, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संतकबीरनगर व गोरखपुर जिलों में हवाई निरीक्षण कर बाढ़ का जायजा लिया.

सिद्धार्थनगर में बाढ़ का कहर, सीएम योगी ने पीड़ितों से की मुलाकात
सीएम योगी ने गुरुवार को सिद्धार्थनगर का दौरा किया. सिद्धार्थनगर पहुंचकर सीएम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वे किया. इसके बाद उन्होंने जनपद के भनवापुर ब्लॉक में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात कर राशन सामग्री बांटी. सीएम योगी ने कहा कि बारिश की वजह से सिद्धार्थनगर में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. सिद्धार्थनगर जिले में 200 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में हैं, फसलों में भी भारी नुकसान हुआ है.

सिद्धार्थनगर में बाढ़ का कहर
सीएम ने कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिया कि कोई भी बाढ़ पीड़ित भूखा ना सोने पाए. इस बात को गंभीरता से लिया जाए. साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशुओं को चारा उपलब्ध कराने के लिए भी निर्देशित किया गया है. सीएम ने कहा कि बाढ़ से जानमाल के नुकसान पर 4 लाख रुपये व अंगभंग होने पर 2.50 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जाएगी. फसलों के नुकसान के मुआवजे के लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है. बता दें कि सिद्धार्थनगर में बाढ़ का कहर जारी है. जिले में बाढ़ की वजह से 2 जगह बांध टूट गए हैं. बुधवार की देर रात को सुनौली गांव के पास अशोगवा मदरहना बांध टूट गया, इसके अलावा बांसी तहसील के पास धड़िया गांव के पास बांध टूट गया है. बांध टूटने से कई गांव जलमग्न हो गए हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोग अपना घर द्वारा छोड़कर ऊंचे व सुरक्षित स्थानों पर शरण ले रहे हैं. अब तक पूरे जनपद में 200 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं.
अंबेडकरनकर में उफान पर घाघरा नदी, कई गांव बाढ़ की चपेट में
घाघरा नदी के बढ़े जलस्तर के कारण अंबेडकरनगर के कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. टाण्डा व आलापुर तहसील के दर्जनों गांव में बाढ़ का पानी भर गया है. इन गांवों में किसानों की सैंकड़ों एकड़ फसलें जलमग्न हो गईं हैं. नदी के तटवर्तीय व निचले इलाकों में निवास करने वाले लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. टाण्डा नगर के मोहल्ला अलीगंज, राजघाट छज्जापुर, चौक हनुमानगढ़ी, घसियारी टोला, रौजा, नेहरूनगर, मेहनिया आदि इलाकों में जबरदस्त पानी भर गया है.

श्रावस्ती में बाढ़ के पानी में डूबकर 2 लोगों की मौत
भिनगा कोतवाली क्षेत्र में गुरुवार को गंगापुर के पास बाढ़ के पानी में डूबकर 2 लोगों की मौत हो गई. पुलिस व एनडीआरएफ की टीम ने दोनों के शव बरामद कर लिए हैं. डूबने वालों का नाम गौहनिया गांव निवासी विनोद व जोद्धी है. फिलहाल पुलिस ने मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
अयोध्या में सरयू में बढ़ा जलस्तर, बाढ़ के मंजर से जन जीवन बदहाल
अयोध्या जिले में लगातार हो रही बारिश की वजह से सरयू नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है. बाढ़ के पानी से शहर और ग्रामीण इलाकों में तबाही का मंजर है. पानी से लोगों के आशियाने डूब गए हैं. आलम यह है कि जंगली जानवर नदी के पानी में बहकर रिहायशी इलाकों में पहुंच रहे हैं.

देवरिया में घाघरा का रौद्र रूप, रामजानकी मार्ग पर आवागमन ठप
देवरिया में बाढ़ का कहर बढ़ता जा रहा है. देवरहा बाबा आश्रम समेत दर्जनों गांव घाघरा और राप्ती नदी की चपेट में आ गए हैं. बचाव कार्य के लिए 45 नाव को लगाया गया है. बाढ़ के पानी की वजह से रामजानकी मार्ग पर आवागमन बंद कर दिया गया है. बाढ़ की स्थिति जानने के लिए गुरुवार को डीएम, एसपी समेत जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित इलाके का दौरा किया है.

लखीमपुर खीरी में ट्रैक्टर-मोटरबोट पर बैठीं आईएएस रौशन जैकब, जाना बाढ़ पीड़ितों का हाल
लखनऊ की कमिश्नर रौशन जैकब ने गरुवार को लखीमपुर खीरी पहुंचकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया. रौशन जैकब ने ट्रैक्टर और मोटरबोट पर बैठकर बाढ़ प्रभावित इलाकों में दौरा किया. साथ ही बाढ़ प्रभावितों को बांटी जाने वाली राहत सामग्री की समीक्षा की. आयुक्त डॉ. रौशन जैकब ने डीएम महेंद्र बहादुर सिंह, सीडीओ अनिल कुमार सिंह के संग तहसील लखीमपुर एवं ब्लाक फूलबेहड़ के बाढ़ ग्रस्त गांव का जायजा लिया. भ्रमण पर निकलीं रोशन जैकब ने बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मदद देने का वादा किया.

संभल में बेमौसम हुई बारिश ने मचाई तबाही
बेमौशन हुई बारिश की वजह से संभल में किसानों की सैंकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई है. हालांकि सरकार ने किसानों को आर्थिक मदद मुहैया कराने का एलान किया है. यूपी सरकार में शिक्षामंत्री गुलाब देवी ने संभल की जनता से कहा कि किसानों के नुकसान की सरकार भरपाई करेगी. यूपी सरकार में माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री एवं संभल जिले की चंदौसी विधानसभा सीट से विधायक गुलाब देवी ने किसानों की मदद के लिए स्थानीय प्रशासन को निर्देशित किया है.


फर्रुखाबाद में हुई बेमौसम बारिश से किसानों में मायूसी, सैंकड़ों बीघा फसल बर्बाद
बेमौसम हुई बारिश ने किसानों का खेल बिगाड़ दिया है. किसानों की सैंकड़ों बीघा धान,मक्का, सरसों, तंबाकू, आलू की फसलें बर्बाद हो गईं हैं. जिसकी वजह से किसानों में मायूसी है. वहीं, दूसरी तरफ बारिश की वजह के गंगा नदी के तटवर्तीय व निचले इलाकों में पानी भर गया है. जिसकी वजह से लोगों को काफी दिक्कतें हो रहीं हैं.
ग्रामीण अनचल के इलाकों में गलियां पानी से लवालब हो गईं हैं. कुछ किसान आलू की फसले बोने का अभी तक इंतजार कर रहे हैं. बारिश न रुकने की वजह से किसानों के खेत आलू की फसल लगाने के लिए तैयार नहीं हो पा रहे हैं. जिसकी वजह से आलू किसान फसल लगाने में पिछड़ रहे हैं. पिछले 4/5 दिनों से लगातार रुक-रुककर हो रही बारिश किसानों के अरमानों पर पानी फेर रही है.

कानपुर में बाइक समेत 2 युवक नदी में डूबे, 24 घंटे बाद भी नहीं मिला सुराग
बुधवार की देर रात को कानपुर के पनकी थाना क्षेत्र में पांडू नदी में बाइक सवार 2 युवक डूब गए थे. दोनों युवक पनका बहादुर नगर से बर्थडे पार्टी से लौट रहे थे. रात के अंधेरे में सड़क ना दिखने की वजह से वह दोनों फिसलकर नदी में गिर गए. डूबने वालों के नाम सलमान और तौफीक हैं. नदी में डूबे दोनों युवकों की तलाश जारी है, 24 घंटे बीत जाने के बाद भी अब तक कोई सुराग नहीं मिला है. बता दें कि पांडु नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है. बाढ़ नियंत्रण राहत दल व पीएसी के जवानों को नदी के किनारों पर तैनात किया गया है. नदी पर राहत दल के साथ गोताखोर की टीम भी तैनात की गई है.
कच्ची दीवार गिरने से दो बच्चे दबे
कानपुर के घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र में कच्चे मकान की दीवार गिर गई. दीवार के नीचे दो मासूम बच्चे दब गए. दीवार के मलबे में दबने से दोनों बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए. आनन-फानन में दोनों बच्चों को दीवार के मलबे से निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, घटना लालपुर गांव की है. पीड़ितों के परिजनों ने जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है. बता दें कि घाटमपुर तहसील क्षेत्र के पड़री लालपुर गांव निवासी उमेश कुशवाहा के घर की दीवार गई थी. दीवार के मलबे में उमेश की दो बच्चियां क्षमा (5वर्षीय) और सेजल(2वर्षीय) दब गईं थीं. फिलहाल दोनों बच्चियों का अस्पताल में इलाज चल रहा है.

बरेली में प्राथमिक स्कूल में भरा बारिश का पानी
लगातार हो रही बारिश की वजह से प्रदेश भर में जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बारिश के कारण बरेली के दमखोदा ब्लॉक के देवरनियां प्राथमिक विद्यालय में पानी भर गया है. बारिश के पानी से स्कूल का प्रांगण लवालब हो गया है. जिसकी वजह से बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है. प्राथमिक विद्यालय देवरनियां में कार्यरत प्रधानाध्यापक इतरत अली व सहायक अध्यापक अब्दुल वहीद ने बताया कि बारिश के पानी की वजह से स्कूल का ग्राउंड पूरी तरह तालाब में बदल गया है. वहीं, स्कूल की बिल्डिंग भी पुरानी है. इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दे दी गई है.

गोरखपुर में सीएम योगी ने किया हवाई निरीक्षण, बाढ़ की स्थिती का जायजा लिया
सीएम योगी ने आज गोरखपुर में हवाई सर्वे कर बाढ़ की स्थिति जानी. इसके बाद सीएम योगी बड़हलगंज और लालडिग्गी में बाढ़ पीड़ितों से मिले. इस मौके पर सीएम ने बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री बांटी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अक्टूबर में इस तरह की अप्रत्याशित बाढ़ न कभी नहीं देखी गई थी, न सुनी गई थी. पहली बार प्रदेश के कई जनपदों में इस तरह की स्थिति देखने को मिली है. सरकार इस आपदा का युद्ध स्तर पर मजबूती से सामना कर रही है. संकट की इस घड़ी में केंद्र व राज्य सरकार हर पीड़ित के साथ खड़ी है. पीड़ितों तक राहत सामग्री व अन्य आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने के लिए सभी जिलों में प्रशासन को पर्याप्त सामग्री व धनराशि उपलब्ध करा दी गई है.
गोरखपुर में बाढ़ पीड़ितों से मिले सीएम योगी
बाढ़ से हुए हर प्रकार के नुकसान की भरपाई सुनिश्चित कराई जा रही है. सीएम योगी ने कहा कि वह इस अप्रत्याशित बाढ़ का जायजा लेने और प्रभावित लोगों तक राहत सामग्री व अन्य सहायता की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए वह बाढ़ क्षेत्रों के दौरे पर निकले हैं. सीएम ने बताया कि वह अयोध्या, अंबेडकरनगर, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संतकबीरनगर का हवाई सर्वेक्षण करने व मौके पर जाकर लोगों से मिले हैं. इन जनपदों में जाने के बाद वह गोरखपुर आए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासन को स्पष्ट निर्देशित किया गया है कि हर पीड़ित के घर तक राहत सामग्री समय रहते पहुंच जाना चाहिए. उनको सुरक्षित स्थान पर लाने के साथ ही भोजन, शुद्ध पेयजल और दवाओं का पर्याप्त इंतजाम होना चाहिए. पशुओं के चारे की व्यवस्था करने का निर्देश भी प्रशासन को दिया गया है.

बता दें कि गोरखपुर जिले में बाढ़ से कुल 160 गांव बाढ़ प्रभावित हैं. जिसमें से 73 गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं, इन 160 गांवों के 52,687 लोग इस आपदा को झेल रहे हैं. दूसरी तरफ सरयू नदी का जलस्तर अयोध्या पुल पर वर्ष 2009 का रिकार्ड तोड़ने की कगार पर है. सरयू के बढ़ते जलस्तर की वजह से गुरुवार को बड़हलगंज के खडेसरी डेरवा टेढिया बंधा डेरवा गांव के पास टूट गया. जिससे कई अन्य गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया. वहीं, बड़हलगंज कपरवार रामजानकी राष्ट्रीय राजमार्ग पर बाढ़ का पानी ओवरफ्लो कर गया. हालत यह है कि सड़क पर नाव चल रही है और भारी वाहनों के इस रोड पर आवागमन पर पाबंदी लगा दी गई है. एसडीएम वित्त राजेश सिंह ने बताया कि जिले की 7 तहसील में 153 नाव चलाई जा रही हैं. बाढ़ से 8,366 हेक्टेयर क्षेत्रफल प्रभावित है. संवेदनशील तटबंधों की निगरानी की जा रही है.

अन्नदाता किसानों व पशुपालकों के हर नुकसान की भरपाई
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बाढ़ के चलते पशुओं की हानि का भी सर्वे कराया जा रहा है. साथ ही जिन किसानों की फसलें बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुई हैं, सर्वे कराकर उन्हें हम 18 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से क्षतिपूर्ति देंगे. बारहमासी फसलों पर 22500 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से सहायता राशि दी जाएगी. इसी तरह दुधारू पशु गाय, भैंस आदि के मरने पर 37500, बकरी, भेड़, सुअर आदि के मरने पर 4000 रुपये की क्षतिपूर्ति की जाएगी. इसके अलावा गैर दुधारू पशु ऊंट, घोड़ा आदि के मरने पर 32000, बछड़ा, गधा, टट्टू आदि के मरने पर 20000 रुपये की दर से पशुपालकों को सहायता राशि दी जाएगी. मुर्गी पालकों को हुई क्षति पर प्रति मुर्गी 100 रुपये की दर से सहायता प्रदान की जाएगी.

पांडू नदी में का जलस्तर बढ़ने से घरों में घुसा पानी
कानपुर दक्षिण क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ का पानी घरों में घुस गया है. जलभराव की वजह से ग्रामीण घर द्वार छोड़ने पर मजबूर हैं. इसी कड़ी में मेहरबान सिंह का पुरवा, बनपुरवा गांव जलमग्न हो गया है. इन गांवों में मकानों के अंदर 4 से 5 फीट पानी भर गया है. ग्रामीणों का आरोप है कि सिंचाई विभाग की गलती से बस्ती में पानी भर गया है.

बस्ती में सीएम योगी ने जांची बाढ़ की स्थिति
बस्ती जिले में बाढ़ से मचे हाहाकार की स्थिति का जायजा लेने के लिए गुरुवार को सीएम योगी ने हवाई सर्वे किया. हवाई सर्वे करने के बाद सीएम योगी ने बाढ़ पीड़ितों को हाल-चाल लिया और राहत सामग्री बांटी. इसके बाद उन्होने एक जनसभा को संबोधित किया. सीएम योगी ने कहा कि इस समय भीषण बाढ़ से बड़ी आबादी प्रभावित हुई है. बस्ती जनपद में भी बाढ़ से लगभग एक लाख की आबादी प्रभावित हुई है. बस्ती में 70 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. सीएम ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों के लिए सरकार ने पर्याप्त व्यवस्था की है.




बस्ती में चारो तरफ बाढ़ का हाहाकार, सुरक्षित स्थानों पर जाने की जद्दोजहद में ग्रामीण

बस्ती जिला इस समय बाढ़ की जबरदस्त विभीषिका झेल रहा है. आलम यह है कि निचले व तटवर्ती गांव जलमग्न हो गए हैं. इन स्थानों के निवासी सुरक्षित स्थानों पर जाने की जद्दोजहद में लगे हैं. बस्ती जिले से होकर जाने वाली सरयू नदी उफान पर है. बाढ़ प्रभावित इलाकों का गुरुवार को हरैया क्षेत्र के विधायक अजय सिंह ने भ्रमण किया. विधायक ने लोगों से अपील की, कि वह सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं.
बस्ती में बाढ़ का कहर

जौनपुर में बाढ़ के प्रकोप से परेशान ग्रामीण
यूपी में लगातार हो रही बारिश की वजह से प्रदेश के कई जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. इसमें जौनपुर जिला भी शामिल है. जौनपुर से होकर गुजरने वाली पीली नदी पर बदलापुर क्षेत्र में बना रपटा पुल डूब गया है. जिसकी वजह से लोगों को आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. रपटा पुल डूबने से मेढ़ा, जमऊपट्टी, फिरोजपुर, बहरीपुर, रतासी इनामीपुर दुगौली कला, दुगौली खुर्द आदि गांवों का संपर्क टूट गया है. अब इन गांवों के लोगों को 8 किलोमीटर की अतरिक्त दूरी तय करके बटाऊबीर होकर बदलापुर तक जाने पर मजबूर हैं. रपटा पुल पर करीब 3 फिट ऊपर तक पानी बह रह रहा है.

सरयू नदी की बाढ़ से 134 गांव प्रभावित, 1998 का रिकॉर्ड टूटा
आजमगढ़ के सगड़ी तहसील अंतर्गत 3 ब्लॉक अजमतगढ़ हरैया, देवारा व महाराजगंज के इलाके में बाढ़ का पानी भर गया है. सरयू नदी में आयी बाढ़ की चपेट में 134 गांव की लगभग 80,000 की आबादी प्रभावित है. सरयू नदी ने इस बार वर्ष 1998 के बाढ़ के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. गुरुवार को दोपहर 12 बजे तक घाघरा का जलस्तर बदरहुआ गेज पर 73.31 मीटर पर रहा, जबकि 1998 में 72.98 मीटर के रिकॉर्ड पर था. यहां चेतावनी बिंदु 71.68 मीटर पर है, नदी का जलस्तर प्रति घंटे 2 सेमी की रफ्तार से बढ़ रहा है. सरयू का पानी लोगों के घरों में घुस गया है. गुरुवार को प्रदेश के राज्य मंत्री सिंचाई रामकेश निषाद, सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ के साथ जिला प्रशासन ने चक्की हाजीपुर, देवारा खास, राजा, झंडी का पूरा आदि गांव का दौरा कर बाढ़ का जायजा लिया. निरीक्षण के बाद बाढ़ प्रभावितों को राहत सामग्री बांटी गई.
संतकबीरनगर में सीएम योगी ने बाढ़ पीड़ितों में को बांटी राशन सामग्री
सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को संतकबीरनगर जिले में बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया. इसके बाद उन्होंने बाढ़ पीड़ितों से मिलकर राशन सामग्री बांटी. इस दौरान सीएम योगी ने पीड़ितों को हर संभव मदद देने का वादा किया. सीएम योगी जनपद के धनघटा विधानसभा के चपरा मगर्वी गांव पहुंचे और पीड़ितों का हालचाल जाना. सीएम ने बाढ़ राहत शिविर में पहुंचकर लोगों को राहत सामग्री वितरित की और अन्य जरूरी सुविधाओं को देने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया.

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Last Updated :Oct 13, 2022, 11:05 PM IST

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