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स्टालिन के जन्मदिन पार्टी में पहुंचे अखिलेश यादव, सियासी रणनीति पर की चर्चा

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Published : Mar 2, 2023, 8:23 PM IST

पूर्व मुख्यमंंत्री अखिलेश यादव तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के जन्मदिन (CM MK Stalin birthday) के अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए. जहां उन्होंने 2024 लोकसभा चुनाव के बारे में नेताओं से चर्चा की.

पूर्व मुख्यमंंत्री
पूर्व मुख्यमंंत्री

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंंत्री अखिलेश यादव से बुधवार अपनी दो दिवसीय यात्रा पर तमिलनाडु पहुंचे. जहां तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के जन्मदिन पार्टी में शामिल हुए. इससे पहले केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना के समाजवादी पार्टी के नेताओं ने चेन्नई हवाई अड्डे पर उनका भव्य स्वागत किया. इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी के नेताओं से चर्चा की.


बुधवार को अखिलेश यादव तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके के अध्यक्ष एमके स्टालिन के जन्म दिन समारोह में विशिष्ट अतिथि रहे. जहां उन्होंने मुख्यमंत्री को शाल ओढ़ाकर तथा पुष्पगुच्छ देकर उनका स्वागत किया. इस जन्मदिन समारोह में द्रमुक के साथ समाजवादी पार्टी के झंडे भी लहराते दिखे. जहां समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद थे. इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि एमके स्टालिन ने तमिलनाडु के विकास के लिए बेहतरीन काम किया है. स्टालिन 1976 में आपातकाल के खिलाफ जेल भी गए थे. शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में उन्होंने उल्लेखनीय कार्य किया है. तमिलनाडु सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष की धरती रही है. सामाजिक न्याय के लिए एक मंच तैयार करने में स्टालिन का प्रयास प्रशंसनीय है. उन्होंने उम्मीद जताई कि एमके स्टालिन की राष्ट्रीय स्तर पर भी बड़ी भूमिका होगी. सपा अध्यक्ष ने कहा कि आज लोकतंत्र और संविधान दोनों को चुनौतियां मिल रही हैं. संविधान में वर्णित पंथ निरपेक्षता की अवहेलना हो रही है. सन् 2024 में देश की जनता इसका जवाब देगी.

दरअसल, 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ रणनीति बनाने और विपक्षी दलों को एक साथ लाने की अखिलेश यादव लगातार कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने स्टालिन के जन्मदिन कार्यक्रम में पहुंचकर सियासी रणनीति पर चर्चा की. विपक्षी दलों को एकजुट करने में भी अखिलेश यादव महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं. सपा अध्यक्ष प्रदेश में मुख्य विपक्षी पार्टी के रूप में काम कर रहे हैं. ऐसे में अखिलेश यादव अन्य दलों को साथ लेकर केंद्र में विपक्षी मोर्चाबंदी की कोशिशों को आगे बढ़ा रहे हैं. साथ ही विपक्षी मोर्चाबंदी या केंद्र में थर्ड फ्रंट जैसे किसी मोर्चे को लेकर अखिलेश यादव लगातार प्रयासरत हैं. अब अखिलेश को देखना है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ 2024 के लोकसभा चुनाव में कौन-कौन से दलों को एक मंच पर ला पाते हैं. जिससे बीजेपी को चुनाव में कड़ी टक्कर दी जा सके.

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