उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

हिरासत में आत्महत्या करने वाले युवक के पिता कार्रवाई से संतुष्ट, मां बोली-दबाव में दिया बयान

By

Published : Nov 10, 2021, 8:15 PM IST

Updated : Nov 11, 2021, 9:31 AM IST

यूपी के कासगंज में पुलिस हिरासत में हुई युवक की मौत के बाद अब उसके पिता का वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें वह पुलिस कार्रवाई से संतुष्ट कहते हुए नजर आ रहे हैं. वहींं, मृतक की मां ने पुलिस पर आरोप लगाए हैं.

कासगंज समाचार.
कासगंज समाचार.

कासगंजःजिले में पुलिस हिरासत में हुई अल्ताफ की मौत के बाद मामले में अब नया मोड़ आ गया है. मृतक के पिता चांद मियां का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह पुलिस कार्रवाई से संतुष्ट कहते हुए नजर आ रहे हैं. वहीं, मृतक की मां ने यह दबाव में दिया गया बयान बताया है. इसके अलावा पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. मृतक अल्ताफ के घर के पास भारी मात्रा में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है.


सदर कोतवाली में पुलिस हिरासत में अल्ताफ की मौत के बाद मृतक के पिता का यह कहते हुए वीडियो वायरल हो रहा है कि मैंने आवेश में आकर मीडिया में कह दिया था कि पुलिस ने मेरे बेटे की फांसी लगाकर हत्या की है. लेकिन जब डॉक्टरों ने मुझे बताया कि बेटे ने आत्महत्या की है तो अब मैं कार्रवाई से संतुष्ट हूं. पुलिस ने भी मेरे साथ अच्छा व्यवहार किया है.

कासगंज के थाने में युवक की मौत.

इसके विपरीत मृतक की मां फातिमा का कहना है कि मेरे पति को डराया धमकाया गया होगा और दबाव बनाया गया है. मेरा बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता, उसे पुलिस वालों ने खाना भी नहीं खाने दिया. जब मेरे बेटे को पुलिस लेने आई तो लड़की का बाप पुलिस के साथ था. लड़की के पिता ने पुलिस को पैसे दिए होंगे. साथ ही मृतक की मां ने पोस्टमार्टम करने से पहले मृतक के शव को न दिखाने का भी पुलिस पर आरोप लगाया है.गौरतलब है कि मृतक अल्ताफ के शव का पोस्टमार्टम डॉक्टर अविनाश की अध्यक्षता वाली टीम के एक पैनल ने किया है. डॉक्टरों ने अपनी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया है कि मृतक के गले पर रस्सी के निशान पाए गए हैं, जबकि शरीर पर किसी भी प्रकार के चोट के निशान नहीं हैं.

इसे भी पढ़ें-हिरासत में आरोपी ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, 5 पुलिसकर्मी निलंबित


सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक अल्ताफ के पिता चांद मियां को अधिकारियों द्वारा 5 लाख की आर्थिक मदद दी गयी है और भविष्य में एक व्यक्ति को नौकरी देने की बात कही जा रही है. जबकि जिलाधिकारी हर्षिता माथुर का कहना है कि अभी किसी प्रकार की कोई भी आर्थिक मदद पीड़ित परिवार को नहीं दी गई है. जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने फोन पर बताया कि उप जिलाधिकारी पटियाली प्रेम नारायण सिंह की अध्यक्षता में मजिस्ट्रियल जांच के लिए टीम का गठन कर दिया गया है. विवेकाधीन कोष के माध्यम और अन्य योजनाओं के माध्यम से पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है.

ये है पूरा मामला
उल्लेखनीय है कि कासगंज की सदर कोतवाली में नाबालिग लड़की भगाने के मामले में पुलिस द्वारा नामजद अभियुक्त अल्ताफ (22) निवासी अहरोली को पूछताछ के लिए लाया गया था. युवक द्वारा मौजूद पुलिस कर्मचारी को बाथरूम ले जाने के लिए कहा. इसके बाद पुलिस कर्मचारी ने अल्ताफ को हवालात के बाथरूम में ले जाया गया.
जब काफी समय तक युवक बाथरूम से बाहर नहीं आया तो पुलिस कर्मचारी ने अंदर जाकर देखा तो चौंक गया.

पुलिस कर्मचारी ने देखा कि अल्ताफ ने अपने जैकेट में लगी डोरी को पाइप में बांधकर अपना गला कस लिया गया था. पुलिसकर्मी ने पास में जाकर देखा तो युवक की सांस चल रही थी. इसके बाद आनन-फानन में पुलिस कर्मियों ने युवक के गले से डोरी खोल कर अशोक नगर स्थित अस्पताल ले जाया गया. यहां उपचार के दौरान डॉक्टरों ने अल्ताफ को मृत घोषित कर दिया था. इस मामले में 5 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.

इसे भी पढ़ें-ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिये डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

Last Updated : Nov 11, 2021, 9:31 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details