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जालौन: यमुना नदी के उफान के कारण जालौन-औरैया राजमार्ग बंद

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Published : Sep 20, 2019, 11:55 AM IST

यूपी के जालौन में बाढ़ की वजह से जन-जीवन अस्त-व्यस्त है. लोग इस समय बाढ़ की विभिषिका से जूझ रहे हैं. यमुना नदी में उफान के कारण जालौन-औरैया राजमार्ग को बंद कर दिया गया है.

जालौन-औरैया राजमार्ग को किया बंद.

जालौन:प्रदेश में बाढ़ के कारण लोगों का जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. जालौन से औरैया जिले को जोड़ने वाले जालौन-औरैया राजमार्ग को यमुना नदी के उफान के चलते बंद कर दिया गया है. इससे दिल्ली से इटावा जाने का रास्ता बंद हो गया है. इस कारण सैकड़ों की संख्या में ट्रक और छोटे वाहन रोड के किनारे खड़े कर दिए गए हैं. यमुना नदी की बाढ़ की वजह से हजारों एकड़ फसल जलमग्न हो गई है. यमुना से सटे गांव शेरगढ़ से लेकर शंकरपुर, दिवारा, नैनापुर, भदेख जैसे कई गांवों के आस-पास पानी आ गया है जिस वजह से लोगों को ऊंचाई के स्थान पर जाने की सलाह दी गई है.

जालौन-औरैया राजमार्ग को किया गया बंद.
बाढ़ के कारण जन-जीवन अस्त-व्यस्त
कुठौंद थाना क्षेत्र में यमुना नदी का कहर देखने को मिल रहा है. बाढ़ के कारण पानी के साथ सांप बहकर गांवों में आ जा रहे हैं, जिससे जान का खतरा बढ़ गया है. 24 से अधिक गांवों में जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. जालौन-औरैया राजमार्ग पर पानी भर जाने की वजह से सुरक्षा के लिहाज से इसे पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. लोगों को ऊंचाई के स्थान पर जाने की सलाह दी जा रही है.

बाढ़ की स्थिति इससे पहले 1996 और 1971 में देखने की मिली थी, लेकिन अभी की स्थिति बहुत ही भयानक है. पानी अधिक होने की वजह से जानवरों को चारा न मिल पाने से उनकी हालत बेहद नाजुक हो गई है. हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो चुकी है. प्रशासन की तरफ से कोई खास सुविधा अभी तक नहीं मिल पाई है.
-गंगाराम, स्थानीय निवासी

Intro:जालौन से औरैया जिले को जोड़ता जालौन औरैया राजमार्ग को यमुना नदी के उफान के चलते बंद कर दिया गया है जिससे दिल्ली इटावा जाने का रास्ता बंद हो गया है इस कारण सैकड़ों की संख्या में ट्रक और छोटे वाहन रोड के किनारे खड़े कर दिए गए हैं यमुना नदी के प्रकोप से हजारों एकड़ फसल जलमग्न हो गई है जिस कारण यमुना से सटे गांव शेरगढ़ से लेकर शंकरपुर दिवारा नैनापुर भदेख जैसे दर्जनों गांव के आसपास पानी आ गया है और लोगों को ऊंचाई के स्थान पर जाने की सलाह दे दी गई है


Body:कुठौंद थाना क्षेत्र में यमुना नदी का कहर नदी किनारे के गांव में सांप देखने को मिल रहा है 2 दर्जन से अधिक गांव में जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है जालौन से औरैया राजमार्ग पर पानी भर जाने की वजह से सुरक्षा के लिहाज से पूरी तरह से बंद कर दिया गया है जिस कारण सैकड़ों की संख्या में ट्रक वाहन बस खड़े कर दिए गए हैं और लोगों को ऊंचाई के स्थान पर जाने की सलाह दी जा रही है नैना पुर निवासी गंगाराम बताते हैं की बाढ़ की स्थिति इससे पहले 1996 और 1971 में देखने की मिली थी लेकिन अभी की स्थिति बहुत ही भयानक है पानी अधिक होने की वजह से जानवरों को चारा ना मिल पाने की वजह से उनकी हालत बेहद नाजुक हो गई है हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो चुकी है प्रशासन की तरफ से कोई खास सुविधा अभी तक किसानों और लोगों को नहीं मिल पाई है

बाइट गंगाराम स्थानीय निवासी

पीटीसी रिपोर्टर वरुण द्विवेदी




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