हमीरपुर:जनपद के राठ तहसील परिसर में किसानों ने भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले अनिश्चितकालीन धरने की शुरुआत कर दी है. दरअसल, बुंदेलखंड के किसान फसलों की सिंचाई के वक्त बिजली कटौती और अन्ना मवेशियों से परेशान चल रहे हैं. प्रशासन से कोई मदद न मिलने से नाराज किसानों ने मजबूर होकर धरना शुरू किया है. किसानों का कहना है कि कई बार इसकी शिकायत की गई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई, जिसके चलते यह कदम उठाना पड़ा.
हमीरपुर: बिजली कटौती और अन्ना मवेशियों से परेशान किसान बैठे धरने पर
यूपी में हमीरपुर के किसान लगातार बिजली कटौती और अन्ना मवेशियों का दंश झेल रहे हैं, जिससे परेशान होकर वह किसान यूनियन के बैनर तले अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ गए हैं. धरना दे रहे किसानों का कहना है कि जब तक उनकी समस्याओं का निदान नहीं किया जाएगा तब तक वह धरना करते रहेंगे.
किसानों का अनिश्चितकालीन धरना शुरू
- मामला राठ तहसील परिसर का है.
- जहां भारतीय किसान यूनियन ने अनिश्चितकालीन धरने की शुरुआत कर दी है.
- दरअसल, किसानों के पलेवा और बुवाई का समय चल रहा है और इस मौके पर किसानों को 20 घंटे बिजली मिलनी चाहिए.
- जनपद में सिंचाई के वक्त बिजली कटौती खूब हो रही है.
- वहीं अन्ना मवेशीयों का आतंक बढ़ता जा रहा है.
- किसानों ने इसकी शिकायत कई बार प्रशासन से की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
- जिसके चलते किसान भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं.
किसानों का कहना है कि उनकी खरीफ की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है और रबी की फसलों को बचाने के लिए लगभग बीस घण्टे बिजली की आवश्यकता है. वहीं बिजली कटौती लगातार जारी है, जिससे सिंचाई के लिए ट्यूबवेल नही चल रहे हैं. दूसरी ओर अन्ना मवेशीयों का आतंक बढ़ता जा रहा है. शासन-प्रशासन से कई बार शिकायत भी की गई, लेकिन इसके बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है. किसान यूनियन के सदस्यों का कहना है कि जब तक उनकी समस्याओं का जमीनी स्तर पर निदान नही किया जाएगा तब तक उनका अनिश्चितकालीन अनशन जारी रहेगा.
दरअसल बुंदेलखंड के किसान फसलों की सिंचाई के वक्त बिजली कटौती और अन्ना मवेशियों से परेशान चल रहे है लेकिन मदद की उम्मीद न मलने से किसान यूनियन के सदस्य किसानों के साथ धरने पर बैठ गए हैBody:हमीरपुर जनपद के राठ तहसील परिसर में भारतीय किसान यूनियन ने अनिश्चित कालीन धरने की शुरुआत कर दी है।
किसानों ने बताया कि उनकी खरीफ की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है। रबी की फसलों को बचाने के लिए सिंचाई हेतु बीस घण्टे बिजली की आवश्यकता है। जिससे सिंचाई के लिए उनके ट्यूबबेल संचालित हो सकें। बिजली कटौती से किसानों की सिंचाई नही हो पा रही वही अन्ना मवेशी खडी फसल को एक ही रात में तबाह कर रहे हैं। शिकायतों के बाद भी सुनवाई नही हो रही है
किसान यूनियन के सदस्यों ने कहा कि जब तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होता तब तक उनका अनिश्चित कालीन अनसन तक जारी रहेगा।Conclusion:किसानों के पलेवा और बुवाई का समय चल रहा है इस मौके पर किसानों को 20 घंटे बिजली मिलनी चाहिए इसके साथ ही अन्ना मवेशियों का उचित बंदोबस्त किया जाना चाहिए
रामपाल राजपूत,बुंदेलखंड महासचिव, किसान यूनियन
अमित कुमार शुक्ला विधानसभा राठ 9648 660 497