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पुलिस मुठभेड़ में साइको किडनैपर अरुण जाटव गिरफ्तार, 4 दिन पहले मासूम चिराग का अपहरण कर की थी हत्या

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Published : Jun 19, 2023, 3:55 PM IST

बुलंदशहर जिले में 15 जून को सात वर्षीय मासूम का घर में काम करने वाले मजदूर ने अपहरण कर लिया था. इसके बाद के बाद परिजनों से फोन कर 15 लाख रुपये की फिरौती मांगी. पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने उसकी निशानदेही पर मासूम बच्चे का शव अलीगढ़ जिले से बरामद किया है.

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अरनिया थाना क्षेत्र

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने दी जानकरी

बुलंदशहर: जिले में 4 दिन पहले 7 वर्षीय मासूम चिराग का अपहरण हो गया था. मामले की जांच कर रही पुलिस टीम की चिराग का अपहरण कर हत्या करने वाले साइको किडैनपर से सोमवार को मुठभेड़ हो गई. मुठभेड़ के दौरान पुलिस की गोली लगने से किडनैपर अरुण जाटव घायल हो गया. बताया जा रहा है कि अरुण जाटव मूलरूप से अलीगढ़ जिले का रहने वाला है. वह 2016 में भी मासूम का अपहरण कर हत्या की घटना को अंजाम दे चुका है. इस मामले में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. 2022 में वह जमानत पर जेल से छूटा था. इसके बाद उसने फिर एक दिल दहलाने वाली वारदात को अंजाम दिया. फिलहाल पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है.

15 लाख रुपये की मांगी थी फिरौती
आपको बता दें कि अरनिया थाना क्षेत्र के जहानपुर गांव में रहने वाले सात के साल के मासूम चिराग का अपहरण करने के बाद किडैनपर अरुण जाटव ने 15 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी. पीड़ित पिता ने मामले की तहरीर पुलिस को दी थी. पुलिस की तीन टीमें बच्चे की तलाश में लगी हुईं थी. टीम ने कई जगह की सीसीटीवी फुटेज भी खंगाली. उधर, स्वजन भी बच्चे की तलाश में जुटे थे.

खाने के लिए भटक रहा था अरुण
अरनिया थाना क्षेत्र के जहानपुर गांव निवासी राजेश चौहान ने पुलिस को दी तहरीर में बताया था कि उनके घर पर करीब दस दिन पहले एक व्यक्ति आया था, जो खाने की तलाश में भटक रहा था. राजेश ने उसे खाना खिलाया. उसने अपना नाम अरुण उर्फ आकाश बताया था, जो अलीगढ़ जिले के पाली मुकीमपुर का निवासी है. राजेश ने अरुण को घरेलू कामकाज के लिए रख लिया था. गुरुवार सुबह राजेश दशहरी गांव के पास खेतों की जुताई कर रहे थे, जहां से उन्होंने ग्रामीण के फोन से घर फोन किया और अरुण से बात की. अरुण ने उनके पास आने को कहा, लेकिन वह काफी देर तक नहीं पहुंचा.

कुछ देर बाद उनकी बेटी भावना पिता के पास पहुंच गई और बताया कि अरुण घर से बाइक और अनिल उर्फ चिराग को लेकर करीब दो घंटे पहले निकला है. परिजनों ने उसकी तलाश की तो कुछ पता नहीं चल सका, तब उन्होंने फोन करके पुलिस को सूचित किया. थाना पुलिस ने परिजनों से बातचीत की और जांच में जुट गई. साथ ही राजेश चौहान की शिकायत पर आरोपी अरुण के खिलाफ अपहरण की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया और बच्चे की तलाश में जुटी गई. पुलिस टीम राजेश के बताए गए पते पर पहंची तो पता चला वहां इस नाम का कोई व्यक्ति नहीं रहता है.

बहुत शातिर है अरुण
ग्रामीणों ने बताया कि वह दस दिन पहले खाना मांगने के बहाने घर में घुसा. दस दिन रहने के दौरान घर से निकलते समय वह चेहरा ढककर रहता था, जिसके चलते किसी भी ग्रामीण के पास उसका फोटो नहीं है. घर के मोबाइल में उसका फोटो था, लेकिन वह फोन साथ ले गया. ग्रामीणों की माने तो वह हिंदी, अंग्रेजी के अलावा अन्य तीन भाषा भी जानता है.

पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने बताया कि राजेश चौहान ने थाने पर सूचना दी थी कि एक मजदूर जो उनके खेत पर काम कर रहा था वह घर पर रह रहा था. वह उनके बेटे को अपने साथ ले गया है और अभी तक लौटा नहीं है. पुलिस ने सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था और 4 टीमों का गठन किया गया. इसी क्रम में मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया और उससे पूछताछ की गई.

पुलिस पूछताछ में पता चला कि अरुण जाटव अपहरण कर चिराग को अपने साथ ले गया था. अलीगढ़ के चंदोश गांव में बाजरे के खेत में बच्चे की हत्या कर दी थी. घटना में उसके साथ उसकी पत्नी भी शामिल है. पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर बच्चे के शव को अलीगढ़ से बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पूछताछ में यह भी बात सामने आई कि छतारी क्षेत्र में इसने इससे पहले भी एक घटना को अंजाम दिया था, जिसमें उसे आजीवन कारावास की सजा हुई थी. मामले में उसे सजा मिली थी. इसके बाद उसे जमानत भी मिल गई थी. पुलिस उसकी पत्नी से विस्तार से पूछताछ कर रही है.

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