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ग्रामीण महिलाओं को मिला रोजगार, अब पीएम मोदी का जता रहीं आभार

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Published : Sep 3, 2022, 9:03 PM IST

etv bharat
महिला समूह की कार्यकत्री ()

बस्ती में होनहार ग्रामीण अंचल की महिलाओं ने अपने बलबूते आंगनबाड़ी केंद्रों में सप्लाई होने वाले उत्पादों का प्रोडक्शन खुद शुरू कर दिया है, जो पहले बाहर के प्रदेशों से बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियों में बना करता था.

बस्ती:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi)की उस सोच को बस्ती जनपद की महिलाओं ने साकार कर दिखाया है, जिसको लेकर भारत को सशक्त और शक्तिशाली कहा जाता है. जी हां ग्रामीण महिलाओं के समूहों ने मिलकर एक ऐसे रोजगार की इबारत लिखना शुरू किया, जिसके बारे में बड़े-बड़े उद्योगपति करोड़ो रुपए खर्च करके भी नहीं कर पाते है. जनपद की होनहार ग्रामीण अंचल की महिलाओं ने अपने बलबूते आंगनबड़ी केंद्रों में सप्लाई होने वाले उत्पादों का प्रोडक्शन खुद शुरू कर दिया है, जो पहले बाहर के प्रदेशों से बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियों में बना करता था.

महिला समूहों ने मिलकर जनपद में टीएचआर प्लांट की शुरुआत की है. टीएचआर प्लांट मतलब टेक होम राशन, यानी अब जिले में ही महिला समूहों के द्वारा गुणवत्ता परक उत्पाद तैयार होंगे और उसे खुद ट्रांसपोर्ट के जरिए आगनबड़ी केंद्र तक पहुंचाया जाएगा. इस योजना में इलाके के कई गरीब महिलाओं को रोजगार मिल रहा है, जिससे उनमें काफी खुशी भी झलक रही है.

आंगनबाड़ी केंद्र पर धात्री, माताओं और बच्चों को महिला स्वयं समूहों द्वारा स्थानीय स्तर पर तैयार किया गया पोषक आहार मिलेगा. समूह की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उनको रोजगार देने के उद्देश्य से बस्ती जिले के दुबौलिया ब्लॉक में टेक होम राशन प्रोजेक्ट चालू किया गया. अधिकारियों की माने तो 15 सितंबर से दुबौलिया ब्लॉक में समूह की महिलाओं द्वारा बनाया पोषक आहार आंगनबाड़ी केंद्रों तक पहुंचाया जाने लगेगा.

महिलाओं ने ये कहा.

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चकोही ग्राम पंचायत (Chakohi Gram Panchayat) में स्थित शुभ प्रेरणा लघु उद्योग पुष्टाहार निर्माण इकाई में 3 से 6 वर्ष के बच्चों और 11 से 14 वर्ष की किशोरियों के लिए पुष्टाहार , आटा-बेसन बर्फी, दलिया, मूंग दाल खिचड़ी और 6 माह से 6 वर्ष तक गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों के लिए ऊर्जा युक्त हलवा बनेगा. प्लांट संचालन के लिए अध्यक्ष मीना सिंह, कोषाध्यक्ष अर्चना तिवारी, सचिव सुनीता सहित 20 महिलाओं का चयन हुआ है, जहां प्लांट 3 शिफ्टों में चलाया जा रहा है तो साथ ही 5 तरह की रेसीपी बनाई जानी है. मौजूदा समय में दो तरह का रेसिपी बनाई जा चुकी है.

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वहीं, दुबौलिया ब्लॉक के चकोही ग्राम पंचायत (Chakohi Gram Panchayat of Dubulia Block)में करीब 156 लाख रुपये की लागत से टीएचआर प्लांट तैयार किया गया है, जिले के विक्रमजोत, परशुरामपुर और दुबौलिया के 300 समूह से तीस हजार रुपये अंशदान की राशि ली गई जबकि आगनबाडी से 66 लाख 50 हजार रुपये लिए गए हैं. इस प्लांट को पूरी तरह से ही महिलाएं ही संचालित कर रही है. टीएचआर (टेक होम राशन) प्रोजेक्ट के तहत स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं द्वारा बनाया पोषक आहार आंगनबाड़ी केन्द्रों तक पहुंचाया जाएगा. अभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा पैकेटबंद पोषक आहार की आपूर्ति की जाती है. इसमें कई बार धांधली भी सामने आई है. ब्लॉक मिशन अधिकारी पवन तिवारी ने बताया दुबौलिया ब्लॉक में 15 सितंबर से प्लांट में बनाए जा रहे रेसीपी को पहुंचाने का कार्य शुरू हो जाएगा. जबकि अन्य ब्लॉकों में जल्द ही प्लांट में निर्मित पोषाहार पहुंचाया जाएगा.

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