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लेफ्टिनेंट जनरल योगेन्द्र डिमरी ने सेना के 'अग्निपथ' योजना के बारे में विस्तार से बताया, आप भी जानिए

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Published : Jun 15, 2022, 5:01 PM IST

मध्य कमान के सेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल योगेन्द्र डिमरी (Central Command Chief of Army Staff Lt Gen Gogendra Dimri) ने मध्य कमान मुख्यालय (Central Command Headquarters) में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अग्निपथ योजना के बारे में जानकारी दी.

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लेफ्टिनेंट जनरल गोगेन्द्र डिमरी

लखनऊ: मध्य कमान के सेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल योगेन्द्र डिमरी (Central Command Chief of Army Staff Lt Gen Yogendra Dimri) ने मध्य कमान मुख्यालय (Central Command Headquarters) में बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अग्निपथ योजना के बारे में जानकारी दी. देश की रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) ने एक दिन पहले ही अग्निपथ योजना का औपचारिक एलान किया था. इस योजना के तहत युवाओं को आर्मी में अपनी सेवा देने का अवसर दिया जाएगा.

लेफ्टिनेंट जनरल योगेन्द्र डिमरी

लेफ्टिनेंट जनरल योगेन्द्र डिमरी ने कहा कि मंत्रिमंडल की समिति ने अग्निपथ नाम की नई भर्ती को मंजूरी भी दे दी है. इस योजना के तहत भारतीय युवाओं को सशस्त्र बलों में अग्निवीर के रूप में सेवा करने का अवसर मिलेगा. अग्निवीरों को इस योजना के तहत अच्छा पैकेज दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि अब से जो भी भर्ती होगी, वह अग्निपथ योजना के तहत ही होगी. इसमें कोई संदेह नहीं है. 90 दिन के अंदर रैलियां शुरू हो जाएंगी. अभी तक हम एक साल में रैली चलाते थे, लेकिन अब इसे जल्दी करना पड़ेगा. पहले छह माह में जो भी चुनौतियां आएंगी उन्हें हम फेस करने के लिए तैयार हैं. धीरे-धीरे हमारा रिक्रूटमेंट सिस्टम और भी बेहतर होता जाएगा. उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में अगस्त या सितंबर में और वेस्ट यूपी में भी रैली लेकर आएंगे. आगरा, मेरठ की तरफ ये रैली होगी. अक्टूबर या नवंबर में वाराणसी, गोरखपुर, लखनऊ की तरफ शुरू करेंगे. इसमें छोटे-मोटे बदलाव हो सकते हैं.

लेफ्टिनेंट जनरल योगेन्द्र डिमरी ने बताया कि दसवीं पास जो भी अग्निवीर जुड़ेगा, जब वह नौकरी करके निकलेगा तो उनकी तरफ से 12वीं पास ही निकलेगा. इसके अलावा लगातार राज्यों की सरकारों की तरफ से यह भरोसा दिया गया है, कि जो भी अग्निवीर सेना से वापस आएगा. उसे पुलिस की भर्ती में तरजीह दी जाएगी. अन्य विभाग भी इसके लिए तैयार हो रहे हैं. लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी ने कहा कि जो भी अग्निवीर 4 साल बाद वापस सिविल सर्विस में जाएगा तो आर्मी से जुड़ी गुप्त सूचनाओं को लीक नहीं करेगा. इसकी मुझे पूरी उम्मीद है. उस अग्निवीर का पूरा ब्यौरा भी हमारे पास ही रहेगा. चार साल से ज्यादा सेवा नहीं बढ़ाई जाएगी, लेकिन अगर राष्ट्रीय स्तर पर कोई ऑपरेशन हो गया तो उसके लिए हमारे पास विकल्प है. चार साल बाद अग्निवीर एक्स सर्विसमैन नहीं कहलाएंगे. उन्हें आर्मी की कोई सुविधाएं चार साल के बाद नहीं मिलेंगी.

लेफ्टिनेंट जनरल योगेन्द्र डिमरी ने बताया कि यह स्कीम सभी अग्निवीरों को 30,000 रुपये प्रतिमाह और चौथे साल में 40,000 रुपये प्रति माह तक का पैकेज उपलब्ध होगा. चार साल पूरे होने पर सभी उम्मीदवारों के लिए इसमें एक समग्र वित्तीय पैकेज सेवा निधि का भी प्रावधान किया गया है. चार साल के बाद 25 फीसद तक अग्निवीरों को केंद्रीयकृत और पारदर्शी प्रणाली के आधार पर नियमित संवर्ग के रूप में चुना जाएगा. सौ फीसद उम्मीदवार नियमित संवर्ग में नामांकन के लिए बतौर वॉलिंटियर आवेदन कर सकते हैं. चार साल की सेवा एग्जिट पर सेवा निधि पैकेज और एक लिबरल डेथ और डिसेबिलिटी पैकेज की भी व्यवस्था होगी. डिफेंस मिनिस्ट्री के अनुसार 4 साल की कार्य अवधि पूरी होने पर अग्निवीर को जो एकमुश्त सेवा निधि पैकेज का भुगतान होगा. वह इनकम टैक्स के दायरे में नहीं आएगा. हालांकि उनको ग्रेजुएटी और पेंशन लाभ का कोई अधिकार नहीं मिलेगा.

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लेफ्टिनेंट ने बताया कि अग्निवीर सेवा के दौरान मिले कौशल और अनुभव से युवाओं को अलग-अलग क्षेत्रों में रोजगार प्राप्त होगा. भारतीय सेना में रेगुलर कैडर के रूप में नामांकन के लिए चुने गए युवाओं को न्यूनतम 15 साल की अतिरिक्त कार्य अवधि के लिए सेवा करने की जरूरत होगी. अग्निपथ योजना की मदद से सेना के लिए युवाओं को तैयार करने का प्रयास किया जाएगा.

बता दें कि अग्निपथ योजना को पहले टूर आफ ड्यूटी नाम दिया गया था. इसकी शुरुआत तीनों सेनाओं के प्रमुखों की उपस्थिति में हुई थी. पिछले दो साल से ही इस पॉलिसी पर मंथन चल रहा था. इसके बाद ही इस योजना का एलान किया गया है. योजना के तहत भर्ती होने वाले सैनिकों को अग्निवीर कहा जाएगा.

अग्निपथ योजना में क्या है खास

  • चार साल की सेवा
  • योग्यता 10 या 12वीं पास
  • साढ़े 17 साल से लेकर 21 साल तक की आयु.
  • अभी 32 साल की आर्मी सेवा की औसत आयु है. अब 24 से 26 साल हो जाएगी.
  • सर्टिफिकेट में अग्निवीर मेंशन होगा. जिसका नौकरियों में फायदा मिलेगा.
  • इस स्कीम में पुरुष ही शामिल होंगे, महिलाओं के लिए बाद में विचार किया जाएगा.
  • चार साल की सेवा के बाद 11.7 लाख रुपये एक साथ मिलेंगे.
  • अगर इन चार साल में किसी अग्निवीर की मृत्यु हो जाती है तो परिवार को एक करोड़ रुपये दिया जाएगा. साथ ही सर्विस का बचा हुआ वेतन भी दिया जाएगा.
  • अग्निवीर के दिव्यांग होने पर 44 लाख रुपये मिलेंगे.
  • अग्निवीर की पहली रैली 90 दिन के अंदर होगी. अगले साल जुलाई तक पहला बैच पास आउट होगा.

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