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जान से खिलवाड़ : 36 से अधिक हाउसिंग अपार्टमेंट में फायर सेफ्टी सिस्टम अधूरे

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Published : Jun 7, 2022, 6:41 PM IST

राजधानी में एलडीए के 36 से अधिक अपार्टमेंट हैं. इनका निर्माण एक एजेंसी ने किया है. यह निर्माण एलडीए ने अपनी देख-रेख में करवाया है. वहीं किसी भी अपार्टमेंट में फायर सिस्टम कंप्लीट नहीं किया है.

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लखनऊ: राजधानी के 36 से अधिक हाउसिंग अपार्टमेंट में फायर सेफ्टी सिस्टम अधूरे हैं. यह सारे हाउसिंग अपार्टमेंट लखनऊ विकास प्राधिकरण ने बनाए हैं. इनमें फायर सेफ्टी के इंतजाम नहीं किये हैं. जिसकी वजह से लोग परेशान हैं. दूसरी ओर लखनऊ विकास प्राधिकरण का इस बारे में कहना है कि रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा सहयोग नहीं मिल रहा है. हम सभी फायर सेफ्टी सिस्टम की जांच करना चाहते हैं, लेकिन आपसी खींचतान के चलते हमको मौका नहीं दिया जा रहा है. इसलिए काम पूरा नहीं हो पा रहा है.

गोमती नगर विस्तार महासंघ की ओर से लखनऊ विकास प्राधिकरण को पत्र लिखा गया था. जिसमें कहा गया था कि बहुमंजिला इमारतों में लापरवाही की जा रही है. फायर सेफ्टी की व्यवस्था सही नहीं है. लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. लखनऊ में गोमती नगर विस्तार, जानकीपुरम विस्तार, कानपुर रोड मानसरोवर योजना सहित कई अन्य हिस्सों में 3 दर्जन से अधिक एलडीए के अपार्टमेंट हैं. जिसका निर्माण एलडीए ने अपनी देख-रेख में करवाया है.

आज भी किसी अपार्टमेंट में एलडीए और निर्माण एजेंसी ने फायर सिस्टम कंप्लीट नहीं किया है. अधूरे उपकरण लगवाकर सिर्फ खानापूर्ति की गई है. इस संबंध में लखनऊ जनकल्याण महासमिति व सभी आरडब्ल्यूए की ओर से सैकड़ों पत्र एलडीए को दिए गये, लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई.

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इस बारे में लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अक्षय कुमार त्रिपाठी का कहना है कि सभी कार्यदाई संस्थाओं को इस संबंध में निर्देशित किया गया है. कहा गया है कि वह बिल्डिंगों की जांच करें और फायर सेफ्टी सिस्टम को दुरुस्त करवाएं, ताकि कहीं भी आग लगने की घटना होने के दौरान नागरिकों को सुरक्षित रखा जा सके. कई तरह की शिकायतें भी सामने आ रही हैं. जिसमें रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारी सहयोग नहीं कर रहे हैं. इस वजह से सेफ्टी सिस्टम की जांच नहीं हो पा रही है. फिर भी हम इस व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कटिबद्ध हैं.

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