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सरकारी नौकरी दिलाने का नाम पर 34 लोगों से दो करोड़ रुपये की ठगी, आरोपी गिरफ्तार

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Published : Sep 17, 2021, 6:25 AM IST

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कानपुर में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले युवक को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया. ये अब तक दो करोड़ रुपये की ठगी कर चुका था.

कानपुर: सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगारों को ठगने वाले शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पकड़ा गया अभियुक्त खुद को सचिवालय का कर्मचारी बता कर लोगों को अपने झांसे में लेता था. पुलिस के अनुसार वो अब तक 34 लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर 2 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी कर चुका है. क्राइम ब्रांच अभियुक्त की ठगी का शिकार हुए अन्य लोगों के बारे में जानकारी जुटा रही है.


कल्याणपुर थाना क्षेत्र से पकड़े गए अभियुक्त की पहचान शिव पूजन के रूप में हुई है, जो सुल्तानपुर का रहने वाला है. ये वर्तमान में लखनऊ में रह रहा था. गुरुवार को वह अपने रिश्तेदार के यहां आया था. शिव पूजन के अपराध करने का तरीका अनोखा था. उसने फेसबुक पर शिवाजी राव और अनुराग ठाकुर के नाम से दो अकाउंट बना रखे हैं. इन अकाउंट से वो फेसबुक फ्रेंड बनाता था. उसकी फेसबुक फ्रेंड लिस्ट में 5000 से अधिक लोगों के नाम शामिल हैं. फेसबुक पर दोस्ती होने के बाद जब लोगों से उसकी बात आगे बढ़ती तो वह उन्हें सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देता और उसके एवज में पद के हिसाब से 5 से 10 लाख रुपया अपने खाते में जमा करवा लेता था.

यह अब तक 34 लोगों से ठगी कर चुका था. इसमें 17 लोग सुलतानपुर के हैं. गोंडा और प्रयागराज जनपद के दो लोग, इटावा में एक और कानपुर में एक व्यक्ति को ये ठग चुका है. इसके अलावा भोपाल, राजस्थान, जयपुर, मध्य प्रदेश, दिल्ली के भी लोगों को ठगी का शिकार बना चुका है. शिव पूजन इसके पहले वर्ष 2018 में जेल जा चुका है. तब इसने जौनपुर के रहने वाले दो युवकों को नौकरी का झांसा देकर ठगा था. पीड़ित पक्ष ने शिव पूजन के खिलाफ जनपद जौनपुर में मुकदमा किया था. इस केस में इसको जेल हुई थी. वहां से छूटने के बाद ये फिर से ठगी का धंधा करने लगा.

नवाबगंज थाना क्षेत्र में रहने वाले वरुण बाजपेई को इसने वर्ष 2019 में सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा दिया. इस ठगी के काम में एक महिला की भूमिका भी सामने आ रही है. शिवपूजन ने वरुण से जून 2019 से दिसंबर 2019 तक कई किस्तों में करके ऑनलाइन 5 लाख रुपये लिए थे. इसके अलावा 5 लाख रुपये कैश भी लिए थे. जब वरुण की नौकरी कहीं न लगी और उसे अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ, तब उसने पिछले महीने नवाबगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया. मामला ठगी का होने के चलते क्राइम ब्रांच को दे दिया गया. जांच करते हुए क्राइम ब्रांच ने शिवपूजन पर शिकंजा कसा और उसे पकड़ लिया.

शिव पूजन के बैंक खातों की डिटेल से करीब दो करोड़ रुपए का लेने-देन होने के सबूत क्राइम ब्रांच को मिले हैं. मौजूदा समय में उसके खाते का बैलेंस जीरो है. उसने सारा पैसा अपनी अय्याशी में उड़ा दिया. क्राइम ब्रांच को ठगी का शिकार हुए 35 लोगों का रिकॉर्ड मिल चुका है. बाकी अन्य की खोज जारी है.

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