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Rajasthan Assembly Session : लाहोटी ने दी मंत्री कल्ला को चुनौती तो दीप्ति ने भी घेरा, यहां जानें पूरा मामला

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Published : Jan 24, 2023, 8:19 PM IST

राजस्थान विधालसभा में स्कूलों की स्थिति को लेकर (English Medium Schools in Rajasthan) मंगलवार को जमकर बयानबाजी हुई. भाजपा विधायकों ने तो मंत्री कल्ला को चुनौती तक दे डाली.

Discussion on English Medium Schools
दीप्ति माहेश्वरी, अशोक लाहोटी और मंत्री कल्ला

जयपुर. राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को विधायक अशोक लाहोटी ने मंत्री कल्ला पर राजस्थान के स्कूलों में टीचर और महिला टॉयलेट नहीं होने के आरोप लगाते हुए चुनौती दे डाली. जिसके बाद मंत्री कल्ला ने भी लाहोटी को चुनौती देते हुए यह कह दिया कि अगर विधानसभा में कोई गलत बयानबाजी करता है तो उसे प्रिविलेज मोशन के लिए तैयार रहना चाहिए. दरअसल, राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस में भाग लेते हुए लाहोटी ने कहा कि मेरे विधानसभा सांगानेर में 50 सरकारी स्कूल हैं, जिनमें से 12 अंग्रेजी माध्यम के स्कूल हैं. इन स्कूलों के हालात क्या हैं, उसे दिखाने के लिए मेरे पास वीडियो है. अगर विधानसभा इजाजत दे तो मैं उसे विधानसभा में दिखा सकता हूं.

लाहोटी ने कहा कि अंग्रेजी स्कूल का केवल नाम बदला है, रंग करने का पैसा भी सरकार ने नहीं भेजा. नाम अंग्रेजी माध्यम का लेकिन एक भी अंग्रेजी माध्यम का शिक्षक नहीं दिया. स्कूल में टॉयलेट नहीं दिया, पीने का पानी नहीं दिया और किताबें नहीं दी. लहोटी के आरोप सुनकर मंत्री बीडी कल्ला खड़े हुए तो लाहोटी ने उन्हें कहा कि मंत्री जी सुनने का माद्दा रखें. खड़े होकर कुछ बोलें तो सोच समझकर ही बोलें. मैं सदन में डिबेट करने के लिए तैयार हूं और आंकड़े साथ में लाया हूं. लाहोटी ने कहा कि आप सच बोलते हैं, लेकिन एक भी शिक्षक अगर अंग्रेजी माध्यम का दिया है तो ईमानदारी से बता दें.

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इसके आगे कल्ला को सौगंध देते हुए लाहोटी ने कहा कि आप को बच्चों की सौगंध है. सौगंध खाकर बता दो, राजस्थान में 66 प्रतिशत सरकारी स्कूलों में पद खाली हैं. इस पर मंत्री शकुंतला रावत खड़ी हुईं और कहा कि बाल-बच्चों की सौगंध क्यों खा रहे हैं. ये क्या है ? अगर बात करनी है तो योजनाओं की बात करें. इसके आगे बोलते हुए लाहोटी ने कहा कि राजस्थान की 68 हजार स्कूलों में महिलाओं के लिए टॉयलेट नहीं है. लाहोटी अपने साथ लाई ररपोर्ट को लहराते हुए कहते दिखे कि यह मैं नहीं, रिपोर्ट कह रही है कि राजस्थान के 29 हजार स्कूलों में बिजली का कनेक्शन नहीं है. मैं गलत कह रहा हूं तो आप शपथ दे दो, मैं भी विधानसभा में शपथ लेने को तैयार हूं.

भाजपा विधायक अशोक लाहोटी के आरोपों के बाद शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला अपनी बात रखने खड़े हुए. उन्होंने लाहोटी से कहा कि राजस्थान के 1-2 स्कूलों के नाम बता दो, जहां बिजली का कनेक्शन नहीं है या कौन सा ऐसा स्कूल है जहां पर महिलाओं का टॉयलेट नहीं है. कल्ला ने कहा कि विधानसभा में ऐसी बातें बोलना सही नहीं है. सदन में जो भी बोलो सत्य बोलो, क्योंकि सदन में गांधी जी के बोले वाक्य लिखे हैं कि सदन में या तो प्रवेश नहीं किया जाए और अगर प्रवेश किया जाए तो स्पष्ट और सच बात कही जाए. गलत बोलने से मनुष्य को पाप का भागी बनना पड़ता है.

कल्ला ने कहा कि आप सभी जानते हैं कि मैं सदन का पुराना अनुभव रखता हूं और गलत तथ्य सदन में पेश नहीं करता. अभी लाहोटी ने जो कहा वह तथ्य सदन पर टेबल करें. मैं देखता हूं कि उन्होंने जो हजारों स्कूलों के बारे में तथ्य रखे हैं वह सही हैं या गलत. कल्ला ने लाहोटी से कहा कि सदन में गलत बोलने पर प्रिविलेज मोशन आ सकता है. अगर मैं गलत बोलूंगा तो मेरे खिलाफ भी आ सकता है और आपके खिलाफ भी. ऐसे में सावधानी से और तथ्यपरक बात ही विधानसभा में करें.

दीप्ति माहेश्वरी स्कूल का नाम लेकर बोलीं- इस स्कूल में कर लें जांच, नहीं है महिलाओं के लिए टॉयलेट : लाहोटी और मंत्री बीडी कल्ला के बीच हुई कहासुनी के बाद भाजपा विधायक दीप्ति माहेश्वरी भी राज्यपाल के अभिभाषण पर वाद-विवाद में हिस्सा लेने खड़ी हुईं. इस दौरान उन्होंने कहा कि अंग्रेजी स्कूल की घोषणा हुई, लेकिन इन अंग्रेजी स्कूलों में टीचर नहीं हैं, केवल नाम देने से बच्चे पढ़ाई नहीं करते.

बच्चों को अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर और अच्छे टीचर की आवश्यकता होती है. लेकिन आज परिस्थिति यह है कि पूरे प्रदेश में 10 हजार टीचर की कमी है. दीप्ति माहेश्वरी ने इसके आगे बोलते हुए कहा कि सदन में अभी यह चर्चा चल रही थी कि महिलाओं के लिए टॉयलेट नहीं हैं, किसी स्कूल में तो मैं बताना चाहती हूं कि काकरोली में सबसे पुराना बाल कृष्ण स्कूल है. वहां तो बच्चों के लिए भी टॉयलेट नहीं है. आप जानना चाहते थे तो एक स्कूल का नाम मैंने आपको बता दिया, आप दिखवा लें.

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