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Rajasthan Vidhansabha : मणिपुर मामला उठाना कांग्रेस को पड़ा उल्टा, मंत्री राजेंद्र गुढ़ा बोले- महिला अत्याचार को रोकने में हम असफल, मंत्री पद से बर्खास्त

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Published : Jul 21, 2023, 4:19 PM IST

Updated : Jul 21, 2023, 8:43 PM IST

राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को मणिपुर मामले को लेकर कांग्रेस विधायकों का तख्तियां लहराना उल्टा पड़ गया. गहलोत सरकार में मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने महिला अत्याचार को लेकर अपने ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया. वहीं, इस बयान के बाद राजेंद्र गुढ़ा को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया है.

राजस्थान विधानसभा
राजस्थान विधानसभा, मंत्री राजेंद्र गुढ़ा

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जयपुर. राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को राजस्थान न्यूनतम आय गारंटी विधेयक 2023 पर चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायकों का मणिपुर में महिलाओं के साथ हुए दुराचार के मामले पर विधानसभा में तख्तियां लहराना उल्टा पड़ गया. मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाते हुए यह कह दिया कि राजस्थान में जिस तरह से महिला सुरक्षा देने में हम असफल रहे और महिलाओं पर अत्याचार बढ़े हैं, हमें मणिपुर की बात उठाने की जगह अपने गिरेबान में झांकना चाहिए. वहीं, इस बयान के बाद राजेंद्र गुढ़ा को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया है.

दरअसल हुआ यह कि मणिपुर मामले को लेकर विधानसभा में कांग्रेस विधायक तख्तियां लेकर हंगामा करने लगे. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और कांग्रेस विधायकों के बीच बहस हुई. नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कह दिया कि '100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली' वाली बात कांग्रेस के नेता कर रहे हैं. प्रदेश में राजस्थान महिला अपराध के मामले में नंबर एक है. इस दौरान मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और राजेंद्र राठौड़ के बीच नोकझोंक हुई, लेकिन मामला उस समय कांग्रेस पर उल्टा पड़ गया जब कांग्रेस के ही मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने उठकर अपनी पार्टी को महिला अत्याचार के मामले में सदन में घेर लिया.

पढ़ें. राजस्थान में बढ़ते महिला अपराध की गूंज संसद भवन तक, सांसद दिया कुमारी बोलीं- गहलोत सरकार अपराधियों की पालनहार

राजस्थान में महिला अत्याचार बढ़े : जब कांग्रेस के विधायक विधानसभा में मणिपुर हिंसा और महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार को लेकर तख्तियां लहरा रहे थे, तभी अचानक मंत्री राजेंद्र गुढ़ा कुछ बोलने लगे, लेकिन उन्हें सभापति ने बोलने से रोक दिया. इस पर नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि मंत्री शायद सरकार की ओर से जवाब दे रहे होंगे, उन्हें क्यों बैठाया जा रहा है. इस पर राजेंद्र गुढ़ा खड़े हुए और उन्होंने कहा कि हमें यह स्वीकार करना चाहिए और यह सच्चाई है कि राजस्थान में महिला सुरक्षा में हम असफल हो गए हैं. राजस्थान में जिस तरह से महिला अत्याचार बढ़े हैं, हमें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए.

मंत्री के बयान से गदगद हुए नेता प्रतिपक्ष :मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने जब अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया तो नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ खड़े हुए और उन्होंने कहा कि सरकार में कलेक्टिव रिस्पांसिबिलिटी होती है. संविधान में लिखा है कि सरकार का एक मंत्री बोलता है तो इसका मतलब पूरी सरकार बोल रही है. ऐसे में मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने सरकार की कलई खोल दी है. राठौड़ ने कहा कि मैं राजेंद्र गुढ़ा को तो बधाई देता हूं, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने मंत्री शांति धारीवाल की ओर देखते हुए कहा कि मंत्री का यह स्वीकार करना साफ बता रहा है कि राजस्थान में महिला अत्याचार बढ़े हैं.

राजस्थान मर्दों का प्रदेश :राजेंद्र राठौड़ ने सभापति से मांग रखते हुए कहा कि महिला अत्याचार को लेकर सरकार चाहे तो किसी भी दिन बहस करवा ले. इस पर शांति धारीवाल खड़े हुए और उन्होंने कहा कि कई बार इस मामले पर बहस हो चुकी है और हमने आंकड़ों के साथ बताया है कि आपके राज में महिलाओं पर सबसे ज्यादा अत्याचार हुए. इस पर राजेंद्र राठौड़ ने मंत्री शांति धारीवाल का नाम लेते हुए कहा कि हमें शर्म आती है कि आप यह कहते हो कि राजस्थान मर्दों का प्रदेश है, इसलिए यहां दुष्कर्म होते हैं.

Last Updated : Jul 21, 2023, 8:43 PM IST

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