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जल जीवन मिशन की धीमी प्रगति पर राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने जताई नाराजगी, अधिकारियों को दिए निर्देश

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Published : Apr 20, 2023, 12:01 AM IST

जयपुर ग्रामीण सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने जल जीवन मिशन कार्यशाला में हिस्सा लिया. इसमें उन्होंने मिशन की धीमी कार्य प्रगति पर नाराजगी जताई.

jal jeevan mission chaired by Rajyavardhan Rathore, MP not happy with the progress in mission
जल जीवन मिशन की धीमी प्रगति पर राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने जताई नाराजगी, अधिकारियों को दिए निर्देश

विराटनगर (जयपुर).जयपुर ग्रामीण सांसद की अध्यक्षता में जल जीवन कार्यशाला का आयोजन पंचायत समिति पावटा में किया गया. जयपुर ग्रामीण सांसद एवं भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने जल जीवन मिशन में धीमी कार्य प्रगति पर नाराजगी जाहिर की और अधिकारियों को समय पर कार्य पूरा करने के निर्देश दिए.

कार्यशाला में जलदाय विभाग के अधिकारी एवं पंचायत समिति सदस्य और सरपंच उपस्थित रहे. सांसद ने जल जीवन मिशन में कार्य की धीमी गति को लेकर नाराजगी जताई. साथ ही अधिकारियों को समय पर कार्य पूरा करने के निर्देश दिए. जल जीवन मिशन को लेकर जलदाय विभाग के अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि और सरपंचों ने कार्यशाला में मिशन से संबंधित समस्याओं के बारे में विचार-विमर्श किया.

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जनप्रतिनिधियों ने अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि विभिन्न स्थानों पर पेयजल लाइन डालने के नाम पर सड़कों को तोड़ दिया. अधिकारी कार्य करने से पूर्व सरपंचों को सूचित नहीं करते, जिससे सड़क तोड़ने के कारण आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. सरपंचों ने बताया कि विभिन्न स्थानों पर जल जीवन मिशन के अंतर्गत काम रुका हुआ है, जिससे आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जयपुर ग्रामीण सांसद ने अधिकारियों को कड़े शब्दों में निर्देश देते हुए कहा की कार्य को समय पर पूरा करें. जिससे योजनाओं का लाभ आमजन को मिल सके.

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उन्होंने कार्यशाला के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि जल जीवन मिशन के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राजस्थान को 27000 करोड़ रुपए दे चुके हैं. लेकिन अफसोस की बात है कि राज्य सरकार पिछले साढ़े 4 साल में महज 5000 करोड़ रुपए ही खर्च कर पाई है. राजस्थान पीने का पानी लोगों तक पहुंचाने में देश में सबसे आखिरी नंबर पर है. उन्होंने कहा कि अधिकारी कागज पर जो इस मिशन के आंकड़े दिखा रहे हैं, वे हकीकत से परे हैं.

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