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Ramlal Jat Public hearing: विधायक घोघरा का फूटा गुस्सा, बोले-पेराफेरी से 7 गांवों को हटाओ नहीं तो कांकरी डूंगरी से भी बड़ा आंदोलन होगा

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Published : Jul 16, 2022, 3:49 PM IST

Ramlal Jat Public hearing

डूंगरपुर में राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने जनसुनवाई (Public hearing in Dungarpur) की. इस दौरान विधायक गणेश घोघरा ने सरकारी अफसरों पर नाकामी का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि डूंगरपुर नगर परिषद के पेराफेरी में 7 गांवों के लोगों की जमीन हड़पी जा रही है.

डूंगरपुर.राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने शनिवार को सर्किट हाउस में जनसुनवाई की. इस दौरान लोगों के साथ (Public hearing in Dungarpur) ही कांग्रेस के नेता और विधायकों ने भी राजस्व से जुड़ी अपनी समस्याएं खुलकर रखी. विधायक गणेश घोघरा ने एक बार फिर सरकारी अफसरों पर नाकामी का आरोप लगाते हुए कहा कि डूंगरपुर नगर परिषद के पेराफेरी में 7 गांवों के लोगों की जमीन हड़पी जा रही है. इसे रोका नहीं गया तो कांकरी डूंगरी से भी बड़ा आंदोलन होगा.

विधायक और यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश घोघरा के साथ डूंगरपुर नगर परिषद से लगती हुई कुशालमगरी, भाटपुर, बिलड़ी समेत 7 पंचायतों के सरपंच और लोग पहुंचे. विधायक ने सुरपुर पंचायत में प्रशासन गांवों के संग शिविर में लोगों को पट्टे नहीं मिलने की समस्या का जिक्र करते हुए कहा कि अफसरों की मनमानी से लोग परेशान हैं. लोगों को आज तक पट्टे नहीं मिले हैं. सरकारी अफसर गहलोत और कांग्रेस की योजनाओं को फेल करने में लगे हैं.

डूंगरपुर में जनसुनवाई में विधायक घोघरा का फूटा गुस्सा

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विधायक ने कहा कि डूंगरपुर नगर परिषद क्षेत्र के सभी 7 गांवों की 2500 बीघा से ज्यादा जमीन जा रही है. जबकि वे लोग बरसों से अपना घर बनाकर रह रहे हैं. खेतीबाड़ी कर रहे हैं. विधायक घोघरा ने आरोप लगाया कि मास्टर प्लान के नाम पर उनकी जमीन हड़पी जा रही है. इसे तुरंत रोका जाए नहीं तो कांकरी डूंगरी से भी बड़ा आंदोलन होगा. कांग्रेस के निवर्तमान अध्यक्ष दिनेश खोड़निया ने सागवाड़ा नगर पालिका क्षेत्र में भी पेराफेरी गांवों के लोगों की इसी तरह की समस्या बताई. मंत्री रामलाल जाट ने कहा की बरसों से काबिज या खेतीबाड़ी करने वाले किसी भी व्यक्ति को सरकार नहीं हटाएगी. सभी लोगों को उनकी जमीन का हक मिलेगा. इसके बाद जो जमीन बचेगी उसी को नगर परिषद को दी जाएगी. मास्टर प्लान में सड़कें, नाली जैसी सुविधाएं लोगों को कैसे दी जाए, इसी के प्रयास किए जा रहे हैं.

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