भरतपुर. इन दिनों पड़ रही झुलसाने वाली गर्मी और लू के थपेड़ों ने एक डेढ़ साल की मासूम की जान ले ली. मृतक मासूम दोपहर के समय घर से निकलकर पास के जंगल में जा पहुंची थी. जहां जलाने वाली धूप और लू के थपेड़ों को वह सहन नहीं कर सकी. वह वहीं बेहोश होकर वहीं गिर पड़ी और उसकी मौत हो गई.
मालूम हो कि मामला बीते 6 मई की दोपहर का है. यहां उधोग नगर थाना क्षेत्र के गांव नगला हरचंद में डेढ़ साल की एक बच्ची 'झलक' अपने घर में परिजनों के साथ खेल रही थी. मगर दोपहर के समय जब सभी परिजन सो गए. तभी वह घर से अकेले ही बाहर निकल गई और जंगल में जा पहुंची. उस समय तापमान भी 47 डिग्री के आसपास था. जहां बड़े-बड़े लोग भी जंगल में बेचैन हो जाए वहां वह मासूम बच्ची आग उगलती धूप को सहन नहीं कर सकी. उसकी वहीं मौत हो गई. उसके शरीर की खाल भी जल गई.
मृतक बच्ची के पिता देवेंद्र सिंह और दादा अमृतलाल सिंह ने बताया की उनके गांव में करीब 500 लोग हैं. जहां लोगों को करीब डेढ़ किलोमीटर दूर से पानी भरकर लाना पड़ता है. वे मजदूरी कर घर का पालन-पोषण करते हैं. वहां कड़ाके की धूप में उनकी बच्ची अचानक घर से निकल गई और जब लापता होने का पता लगा तो पूरा गांव बच्ची की तलाश में जुट गया. वहां गांव से करीब एक किलोमीटर दूर जंगल में बच्ची का शव झुलसा हुआ मृत अवस्था में पड़ा हुआ मिला.
हैडलाइन - डेढ़ वर्षीय बच्ची की कड़ाके की धूप में झुलसकर मौत
एंकर - राजस्थान के भरतपुर में इन दिनों पड़ रही झुलसाने वाली गर्मी व् लू ने एक डेढ़ वर्षीय मासूम बच्ची की जान ले ली | मृतक मासूम बच्ची की गलती सिर्फ इतनी थी की वह दोपहर के समय में घर से निकलकर पास के जंगल में जा पहुंची था जहाँ जलाने वाली धूप और लू के थपेड़ों को वह सहन नहीं कर सकी और वह बेहोश होकर वहीँ जंगल में गिर पड़ी और उसकी मौत हो गयी जहाँ उसका शरीर की खाल जल गयी और शरीर को चींटियों ने जकड लिया |
मामला विगत 6 मई की दोपहर का है जहाँ उधोग नगर थाना क्षेत्र के गाँव नगला हरचंद का है जहाँ डेढ़ वर्षीय एक बच्ची झलक अपने घर में परिजनों के साथ रह रही थी मगर दोपहर के समय जब सभी परिजन सो गए तभी हर चीज से अनजान वह बच्ची घर से अकेले ही बाहर निकल गयी और जंगल में जा पहुंची और उस समय तापमान भी 47 डिग्री तक था जहाँ बड़े बड़े लोग भी जंगल में बेचैन हो जाए वहां वह मासूम बच्ची आग उगलती धूप को सहन नहीं कर सकी और उसकी वहीँ मौत हो गयी जहाँ उसके शरीर की खाल भी जल गयी |
मृतक बच्ची के पिता देवेंद्र सिंह व् दादा अमृतलाल सिंह ने बताया की उनके गाँव में करीब 500 वोटिंग है जहाँ लोगों व् महिलाओं को करीब डेढ़ किलोमीटर दूर से पानी भरकर लाना पड़ता है | वे मजदूरी कर घर का पालन पोषण करते है जहाँ कड़ाके की धूप में उनकी बच्ची अचानक घर से निकल गयी और जब लापता होने का पता लगा तो पूरा गाँव बच्ची की तलाश में जुट गया जहाँ गाँव से करीब एक किलोमीटर दूर जंगल में बच्ची का शव झुलसा हुआ पड़ा मिला जिस पर चींटियां लग गयी थी |
बाइट - देवेंद्र सिंह,मृतका का पिता
बाइट - अमृतलाल सिंह,मृतका का दादा
Body:धूप में झुलसकर डेढ़ साल की बच्ची की मौत
Conclusion: