राजस्थान

rajasthan

मालाणी एक्सप्रेस का संचालन रहेगा जारी, लोगों ने आतिशबाजी कर मनाई खुशियां

By

Published : Dec 20, 2019, 10:59 AM IST

बाड़मेर दिल्ली के बीच चलने वाली मालाणी एक्सप्रेस के संचालन को नियमित रखे जाने के आदेशों के बाद बाड़मेर में लोगों ने जमकर जश्न मनाया. पिछले दिनों रेलवे की ओर से इसे 15 मार्च से बंद कर देने का आदेश जारी किय गया था. जिसके बाद लोगों के विरोध को देखते हुए रेलवे की ओर से इस निर्णय को वापस बदला गया है.

Malani Express will continue to operate, बाड़मेर न्यूज, बाड़मेर मालाणी एक्सप्रेस खुशी, barmer news, barmer Malani Express
मालाणी एक्सप्रेस के संचालन जारी रखे जाने के निर्णय के बाद बाड़मेर के लोगों ने की आतिशबाजी

बाड़मेर. बाड़मेर से चलकर दिल्ली को जाने वाली मालाणी एक्सप्रेस को रेलवे की ओर से आगामी 15 मार्च से बंद करने के आदेशों के बाद से ही बाड़मेर वासियों में जबरदस्त तरीके से आक्रोश देखने को मिल रहा था. लोग लगातार मालाणी के बंद करने को फैसले का विरोध कर रहे थे. जिसके चलते रेलवे ने मालाणी एक्सप्रेस को बंद करने के फैसला का आदेश निरस्त कर दिया है. जिसके बाद लोगों में खुशी की लहर है.

मालाणी एक्सप्रेस के संचालन जारी रखे जाने के निर्णय के बाद बाड़मेर के लोगों ने की आतिशबाजी

वहीं मालाणी एक्सप्रेस की एवज में दी जाने वाली मंडोर एक्सप्रेस का संचालन शुरू करने के फैसले को भी वापस ले लिया. जिसके चलते बाड़मेर वासियों में निराशा है. क्योंकि, बाड़मेर जिला रेलवे सुविधाओं की लिहाज से काफी पिछड़ा हुआ है.

यह भी पढ़ें: गिरल लिग्नाइट माइन्स: बीते 8 दिन से 3 गांव के ग्रामीण अनिश्चितकालीन धरने पर, बाहरी लोगों के बजाय उनको रोजगार मिले

मालाणी एक्सप्रेस के संचालन को यथावत रखने के आदेशों के बाद बाड़मेर के लोगों में बेहद खुशी है. रेलवे द्वारा मालाणी एक्सप्रेस को यथावत शुरू रखने की फैसले के बाद पहली बार मालाणी के आगमन पर बाड़मेर में मालाणी बचाओ संघर्ष समिति की कार्यकर्ताओं और आमजन ने बाड़मेर रेलवे स्टेशन के बाहर आतिशबाजी कर खुशी जाहिर की और मिठाई खिलाकर एक-दूसरे का मुंह मीठा कराया.

मालाणी बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक आजाद सिंह राठौड़ ने बताया कि मालाणी एक्सप्रेस मारवाड़ की पहचान है. जिसे केंद्र सरकार ने बंद करने का निर्णय लिया था. उनका आमजन से लेकर विभिन्न प्रकार के सामाजिक संगठनों ने विरोध कर सरकार पर दबाव बनाने का कार्य किया. जिसका परिणाम यह हुआ कि मालाणी एक्सप्रेस को यथावत रखा गया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मालाणी एक्सप्रेस की एवज में शुरू की जाने वाली मंडोर एक्सप्रेस को भी बंद करने का फैसला गलत है.

यह भी पढ़ें: रिफाइनरी की घोषणा के बाद पचपदरा में जमीन के खरीदारों का मेला लगा रहता था, अब कोई नजर नहीं आ रहा

उन्होंने कहा कि बाड़मेर जिला सबसे ज्यादा रेवेन्यू देता है. उसके बावजूद भी यहां आवागमन के लिए रेल सुविधा बेहद कम है और फिर भी ये सरकार जो सेवाएं चल रही है, उन्हें बंद करने का काम कर रही है तो नई ट्रेनों की उम्मीद करना भी गलत होगा.

Intro:बाड़मेर

मालानी एक्सप्रेस के यथावत चलाने की रेलवे के आदेशों के बाद लोगों में खुशी की लहर आतिशबाजी व एक-दूसरे का मुंह मीठा कर मनाई खुशियां

बाड़मेर से चलकर दिल्ली को जाने वाली मालाणी एक्सप्रेस को रेलवे की आगामी 15 मार्च से बंद करने के आदेशों के बाद से ही बाड़मेर वासियों में जबरदस्त तरीके से आक्रोश देखने को मिल रहा था और लगातार भी मालाणी के बंद करने को फैसले का विरोध कर रहे थे जिसके चलते रेलवे ने मालाणी एक्सप्रेस को बंद करने का फैसला का आदेश निरस्त कर दिया जिसके बाद लोगों में खुशी की लहर है वही मालाणी के एवज में दी जाने वाली मंडोर एक्सप्रेस का संचालन शुरू करने के फैसले को भी वापस ले लिया जिसके चलते बाड़मेर वासियों में निराशा है क्योंकि बाड़मेर जिला रेलवे सुविधाओं से काफी पिछड़ा हुआ है


Body:मालाणी एक्सप्रेस के संचालन को यथावत रखने के आदेशों के बाद बाड़मेर के लोगों में बेहद खुशी है रेलवे द्वारा मालाणी एक्सप्रेस को यथावत शुरू रखने की फैसले के बाद पहली बार मालाणी के आगमन पर बाड़मेर में मालाणी बचाओ संघर्ष समिति की कार्यकर्ताओं और आम आवाम ने बाड़मेर रेलवे स्टेशन के आगे जबरदस्त तरीके से आतिशबाजी कर खुशी जाहिर की और एक दूसरे का मिठाई खिलाकर मुंह मीठा किया


Conclusion:मालाणी बचाओ संघर्ष समिति की संयोजक आजाद सिंह राठौड़ ने बताया कि मालाणी एक्सप्रेस मारवाड़ की पहचान है जिसे केंद्र सरकार ने बंद करने का निर्णय लिया था उनका आमजन से लेकर विभिन्न प्रकार के सामाजिक संगठनों ने विरोध कर कर सरकार पर दबाव बनाने का कार्य किया जिसका परिणाम यह हुआ कि मालाणी एक्सप्रेस को यथावत रखा गया है इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मालाणी एक्सप्रेस की एवज में शुरू करने वाली मंडोर एक्सप्रेस को भी बंद करने का फैसला गलत है उन्होंने कहा कि बाड़मेर जिला सबसे ज्यादा रेवेन्यू देता है उसके बावजूद भी यहां आवागमन के लिए रेल सुविधा बेहद कम है और फिर भी ये सरकार जो चल रही है उन्हें बंद करने का काम कर रही है तो नई ट्रेनों की उम्मीद करना भी गलत होगा

बाईट- आजाद सिंह राठौड़, संयोजक ,मालाणी बचाओ संघर्ष समिति

ABOUT THE AUTHOR

...view details