उदयपुर. केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह का कहना है कि राजस्थान सरकार, छत्तीसगढ़ सरकार से कोयला लेकर आई, लेकिन इस बीच कई मुद्दों पर टकराव देखने को मिला. मंत्री ने कहा कि वहां पर प्रॉब्लम छत्तीसगढ़ सरकार के कारण नहीं (Union energy minister on Rajasthan coal crisis) है. कुछ एनजीओ प्रोसेस को बिगाड़ने और हल्ला करने का काम करते हैं. लेकिन अब छत्तीसगढ़ से लगातार कोयले का आवंटन किया जा रहा है.
यह बात ऊर्जा मंत्री ने देश के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के ऊर्जा मंत्रियों के दो दिवसीय सम्मेलन में कही. शुक्रवार से आयोजित इस सम्मेलन में भारत सरकार के ऊर्जा मंत्री आरके सिंह, राजस्थान के ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी, केन्द्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर, उप मुख्यमंत्री महाराष्ट्र देवेंद्र फडणवीस, उप मुख्यमंत्री नई दिल्ली मनीष सिसोदिया सहित कई राज्यों के ऊर्जा मंत्री मौजूद रहे. इस दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने केंद्र सरकार की ओर से ऊर्जा के क्षेत्र में किए जा रहे विकास के कामों को लेकर अपनी बात रखी.
उन्होंने राजस्थान में इस साल हुए कोयला संकट की समस्याओं को लेकर गोलमोल जवाब दिया. मंत्री ने कहा कि नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में काम किया जा रहा है. सरकार सौर और पवन ऊर्जा को प्रोत्साहित करने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि भारत में अन्य देशों की तुलना में तेज गति से काम हो रहा है. दुनिया के कई देशों में एनर्जी क्राइसिस देखा जा रहा है, लेकिन भारत में ऐसा कोई संकट नहीं है.
राजस्थान में कोयले के संकट को लेकर केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने कहा कि कोयला की उपलब्धता एक बड़ा चैलेंज है. मंत्री ने कहा कि कोयले का संकट लगातार बढ़ती बिजली की डिमांड के चलते है. उन्होंने कहा कि हमने 3 करोड़ लोगों को नए कनेक्शन दिए हैं. मंत्री ने कहा कि नए कोयले की खदान को शुरू करने में काफी समय लगता है. मंत्री ने कहा कि इस तरह की नेचुरल समस्या है. पिछले दिनों राजस्थान में जिस तरह से कोयले की संकट के कारण समस्या खड़ी हुई.