कोटा. जिले में चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के जरिए ही कोविड-19 प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाने का मामला सामने आया है. कोविड-19 पॉजिटिव मरीज को घर पर क्वारंटाइन रखने की जगह चिरंजीवी योजना के कैंप में (Corona positive municipality president reaches Chiranjeevi Yojana Camp) बुलाकर बतौर अतिथि सम्मानित किया गया है. ऐसे में कैंप में आए हुए बच्चों, बुजुर्गों और अन्य मरीजों पर भी कोविड-19 का संकट मंडरा गया है.
जिले में बीते 15 दिनों में 3000 से ज्यादा कोविड-19 के मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन चिकित्सक भी इस मामले में लापरवाही बरत रहे हैं. ऐसा ही मामला कैथून सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सामने आया है. यहां पर कोविड-19 पॉजिटिव पालिका अध्यक्ष को ही 'मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिरंजीवी शिविर' के मेगा कैंप में बतौर अतिथि बुलाकर सम्मान दिया गया है. इसी मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने मोर्चा खोल दिया है. आज भाजपा पार्षद और नेताओं ने अस्पताल में ही चिकित्सक डॉ. विवेक गोयल के सामने धरना प्रदर्शन (BJP workers protest) शुरू कर दिया.
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मामले के अनुसार 13 जनवरी को कैथून सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर चिरंजीवी कैंप आयोजित किया गया था. इसमें बतौर अतिथि कैथून नगर पालिका अध्यक्ष आईना महक को बुलाया गया, जबकि वे बीती 10 तारीख को ही संक्रमित हुई थीं. सरकार की गाइड लाइन के अनुसार पॉजिटिव आने के बाद में मरीज को घर पर ही क्वारंटाइन रहना चाहिए. इसके बावजूद आईना महक सरकारी अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम में पहुंच गईं.
चिरंजीवी कैंपों में मरीजों को उपचार उपलब्ध कराया जाता है. इसके अलावा कुछ माइनर ऑपरेशन भी यहां पर होते हैं. साथ ही स्कूली बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाता है. इस मामले की जानकारी मिलने के बाद भारतीय जनता पार्टी आक्रमक हो गई और कैथून नगर पालिका में नेता प्रतिपक्ष गायत्री शर्मा के नेतृत्व में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचकर चिकित्सकों के खिलाफ प्रदर्शन करने लग गए.
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भारतीय जनता युवा मोर्चा देहात के जिला मंत्री दीनदयाल गौतम दीनू ने बताया कि चिकित्सकों ने ही आईना महक का कोविड-19 जांच के लिए नमूना लिया था और रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. यह जांच रिपोर्ट भी कैथून ही आई थी. पूरी जानकारी होने के बाद भी इन चिकित्सकों ने लापरवाही बरती है. दीनदयाल गौतम दीनू का कहना है कि यह अस्पताल के प्रभारी डॉ. मनीष नामा की लापरवाही है. राजनीतिक दबाव में कोविड-19 पॉजिटिव मरीज को बुलाकर सैंकड़ो लोगों तक संक्रमण फैलाया गया है. प्रदर्शनकारियों ने चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. साथ ही महामारी अधिनियम के तहत नगरपालिका अध्यक्ष आईना महक के खिलाफ भी कार्रवाई के लिए राज्य सरकार से मांग की है.
अस्पताल इंचार्ज डॉ. मनीष नामा का कहना है कि उन्हें आईना महक के पॉजिटिव होने की जानकारी ही नहीं थी. आईना महक ने भी हमें पॉजिटिव होने की जानकारी नहीं दी. चिरंजीवी कैंप के जिले के नोडल ऑफिसर और डिप्टी सीएमएचओ डॉ. गोविंद सिंघल का कहना है कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी गई है. अतिथियों के बुलाने के संबंध में भी उन्हें कोई जानकारी भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों ने नहीं दी नहीं थी.