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SPECIAL: कोरोना से लगातार लोहा ले रहा है जोधपुर, 30 फीसदी रिकवरी रेट के साथ चौंकाया

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Published : Apr 29, 2020, 5:49 PM IST

Updated : Apr 29, 2020, 7:41 PM IST

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राजस्थान का जोधपुर शहर, जो देखते ही देखते कोरोना के काल में समाता जा रहा है. ऐसे में राहत भरी खबर यह है कि यहां ठीक होने वाले मरीजों का प्रतिशत पूरे देश के रिकवरी रेट से कहीं अधिक है.

जोधपुर. देशभर में कोरोना संक्रमण मामलों की संख्या 29,435 हो गई है. वहीं रिकवरी रेट 23 फीसदी है. लेकिन राजस्थान में कोरोना हॉट-स्पॉट बने जोधपुर में जिस गति से कोरोना संक्रमण के मरीज सामने आ रहे हैं. उसी गति से यहां रोगी ठीक हो कर घर भी जा रहे हैं. यह हम नहीं मेडिकल विभाग के आंकड़े खुद कह रहे हैं.

क्या कहते हैं आंकड़े :

  • एसएन मेडिकल कॉलेज में अब तक कुल 410 पॉजिटिव मरीज
  • 118 से अधिक लोग स्वस्थ्य होकर जा चुके घर
  • ठीक होने वाले मरीजों का आकड़ा 30 फीसदी
  • वहीं देशभर में रिकवरी रेट 23 फीसदी
  • रिकवर होने वालों में डेढ़ साल के बच्चे से लेकर 90 साल की बुजुर्ग भी शामिल
    जोधपुर में तेजी से रिकवर हो रहे कोरोना के मरीज

प्रशासन ने अधिक से अधिक की टेस्टिंग

जिला प्रशासन ने ज्यादा से ज्यादा लोगों की टेस्टिंग की, ताकि अगर कोई पॉजिटिव हो तो उसे जल्द से जल्द उपचार दिया जा सके. इसके लिए प्रशासन ने घर-घर सर्वे भी शुरू किया.

पॉजिटिव आए मरीजों को मिला त्वरित इलाज

टेस्ट में पॉजिटिव मिले रोगियों का त्वरित प्रभाव ने इलाज शुरू किया गया. जिससे इन मरीजों की स्थिति गंभीर होने से पहले ही हालात को काबू में कर लिया गया और मरीजों के ठीक होने का आकड़ा लगातार बढ़ता गया.

40 दिन बाद घर लौटे उत्तमचंदानी

एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. जीएल मीणा के अनुसार हमारे डॉक्टर लागातर मेहनत कर रहे हैं. इसके परिणाम भी हमें मिल रहा है. नतीजतन मंगलवार को करीब 40 दिनों से यहां भर्ती शहर के सबसे पहले कोरोना मरीज के रिशेतदार महेश उत्तमचंदानी को भी छुट्टी मिल गई.

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महेश की 5 बार रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जबकि उनकी पत्नी और भतीजा कई दिनों पहले ठीक होकर घर चले गए थे. मेडिकल कॉलेज में पॉजिटिव आए 416 मामलों सर्वाधिक सर्वाधिक 350 से ज्यादा जोधपुर शहर के ही हैं. इनमें भी 91 रोगी ठीक हो चुके हैं. प्राचार्य डॉ. जीएल मीणा के मुताबिक जो मौतें हुई हैं. वे रोगी ज्यादातर कोरोना संक्रमण से पहले ही अन्य क्रॉनिक डिजीज से पीड़ित थे.

अब तक हो चुकी 7 मौतें

18 मार्च को लौटे थे तुर्की से

40 दिन बाद घर लौटे महेश उत्तमचंदानी बताते है कि यह अनुभव बहुत काम आएगा. महेश कहते है कि लोगों को अगर कोरोना से बचना है तो सिर्फ और सिर्फ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना बहुत जरूरी है. महेश अपने परिवार के साथ 18 मार्च को तुर्की से लौटे थे. शहर में कोरोना वायरस की शुरुआत भी इसी परिवार से हुई थी.

इस परिवार से जुड़ गई थी कोरोना की चेन

सबसे पहले महेश का भतीजा हिमांशु कोरोना पॉजिटिव पाया गया था. उसके बाद महेश की पत्नी और उसके बाद महेश खुद पॉजिटिव पाए गए. लेकिन महेश के अलावा सभी लोग अप्रैल के पहले सप्ताह में ही ठीक हो कर घर पहुंच गए थे.

118 से अधिक स्वस्थ्य होकर जा चुके घर

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जोधपुर के जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित का कहना है कि शहर में कोरोना वायरस की ग्रोथ रेट कम हो रही है. उन्होंने कहा कि नए मरीज लगातार सैंपलिंग के चलते सामने आ रहे है. यह अभी आगे भी जारी रहेगी.

अब तक हो चुकी 7 मौतें

बहरहाल,जोधपुर पर कोरोना का खतरा लगातार मंडरा रहा है. 7 मौतें भी हो चुकी है. इसके साथ-साथ लोगों के ठीक होकर घर जाने का आंकडा भी बढ़ रहा है. जो कहीं न कहीं प्रशासन, चिकित्साकर्मियों की मेहनत का ही परिणाम है.

Last Updated :Apr 29, 2020, 7:41 PM IST

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