राजस्थान

rajasthan

अर्धांगिनी ने किया दान....लिवर का एक हिस्सा डोनेट कर बचाए पति के प्राण, चिरंजीवी योजना बनी वरदान

By

Published : Jul 27, 2022, 9:58 PM IST

Updated : Jul 28, 2022, 10:04 AM IST

जयपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में चिरंजीवी योजना के तहत प्रदेश का पहला लिवर ट्रांसप्लांट (Rajasthan first liver transplant in Mahatma Gandhi Hospital jaipur) किया गया. खास ये रहा मरीज को उसकी पत्नी ने अपने लिवर का एक हिस्सा डोनेट कर उसकी जान बचाई. मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना का लाभ देकर मरीज का लिवर ट्रांसप्लांट किया गया.

first liver transplant in Rajasthan
महिला ने लिवर का एक हिस्सा पति को डोनेट किया

जयपुर. चिरंजीवी योजना के दायरे में प्रदेश में पहला लिवर ट्रांसप्लांट (Rajasthan first liver transplant in Mahatma Gandhi Hospital jaipur) किया गया है. जयपुर के सीतापुरा स्थित महात्मा गांधी अस्पताल की एक्सपर्ट टीम ने लिवर फेल्योर की स्थिति से जूझ रहे मरीज मुकेश का सफल ऑपरेशन किया. टीम ने मरीज का सफल ऑपरेशन कर लिवर ट्रांसप्लांट किया. खास बात ये है कि मरीज को उसकी पत्नी ने ही अपने लिवर का एक हिस्सा डोनेट किया और उसे मौत के मुंह से बचा लाई.

लिवर ट्रांसप्लांट विभाग के निदेशक डॉ. नैमिष मेहता ने बताया कि मुख्यमंत्री चिरंजीव स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत ये राज्य का पहला लिवर ट्रांसप्लांट है. मरीज को उसकी पत्नी ने ही अपने लिवर का एक हिस्सा डोनेट किया और उसके प्राण बचा लिए. जयपुर के महात्मा गांधी अस्पताल पहुंचे रोगी मुकेश का लिवर पूरी तरह खराब हो गया था. हिपेटोलॉजिस्ट डॉ. करण कुमार ने परिवार की काउंसलिंग कर रोग की गंभीरता बताई और संभावित उपचार करने के लिए लिवर ट्रांसप्लांट के लिये तैयार किया. रोगी की पत्नी बबिता का ब्लड ग्रुप मैच होने पर पत्नी ने ही अपने लिवर का एक हिस्सा डोनेट कर अपने पति की जान बचाई. ये ऑपरेशन 25 जून को किया गया था. 3 सप्ताह के बाद दोनों के स्वस्थ होने पर उन्हें घर भेज दिया गया.

पढ़ें. Rajasthan Budget 2022: कोकलियर इंप्लांट्स को चिरंजीवी योजना में किया शामिल, लाखों बच्चों को मिलेगा फायदा

महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी जयपुर के चेयरपर्सन डॉ. विकास स्वर्णकार ने बताया कि राज्य में बड़ी संख्या में लिवर फेल्योर रोगी हैं. उन्हें लिवर प्रत्यारोपण की बेहद आवश्यकता है. इनमें से अधिकांश मरीज उपचार खर्च वहन नहीं कर पाने की वजह से लीवर प्रत्यारोपण नहीं करा पाते हैं. मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना ने ऐसे रोगियों के लिए जीवन की राह आसान कर दी है. उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी अस्पताल ने इसमें पहल करते हुए प्रदेश में पहला लिवर प्रत्यारोपण किया. रोगी को चिरंजीवी योजना का लाभ देकर उसका कैशलैस उपचार किया गया.

ऑपरेशन को सफल बनाने में डॉ. नैमिष मेहता, डॉ. विनय कपूर, डॉ. अजय शर्मा, डॉ. आरपी चौबे, डॉ आनंद नागर, डॉ. विनय महला, हिपेटोलॉजिस्ट डॉ विवेक आनंद सारस्वत व डॉ करण कुमार, एनेस्थेटिस्ट डॉ. गणेश निम्झे, डॉ. विपिन गोयल, डॉ. गौरव गोयल और ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेटर आर्यन माथुर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

Last Updated :Jul 28, 2022, 10:04 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details