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ट्रेड लाइसेंस से नाराज व्यापारियों ने जयपुर बंद के लिए BJP से मांगा समर्थन

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Published : Sep 10, 2021, 1:15 PM IST

ट्रेड लाइसेंस से नाराज जयपुर के व्यापारियों ने शनिवार को जयपुर बंद का एलान किया है. व्यापारियों ने शुक्रवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया को ज्ञापन सौंपकर जयपुर बंद में बीजेपी का समर्थन मांगा.

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जयपुर बंद के लिए BJP से मांगा समर्थन

जयपुर. ट्रेड लाइसेंस से नाराज जयपुर के व्यापारियों ने शनिवार को जयपुर बंद का एलान किया है. व्यापारियों ने इस जयपुर बंद में बीजेपी से भी समर्थन मांगा है. राजधानी के व्यापारी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया से मिले और उन्हें अपनी मांग का ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के जरिए व्यापारियों ने कहा कि ट्रेड लाइसेंस को लेकर जारी आदेश को निरस्त कराने के लिए व्यापारियों के आंदोलन में समर्थन दे.

पढ़ें- सरकार और व्यापारियों की वार्ता, सरकार ने दिया आश्वासन नहीं लागू होगा ट्रेड लाइसेंस

दरअसल, कैंट बोर्ड एक बार फिर से ट्रेड लाइसेंस को लेकर सख्त रवैया अपनाते हुए व्यापारियों को नोटिस थमा रहा है. इतना ही नहीं कैंट बोर्ड की वेबसाइट पर इस बाबत नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है. व्यापारी लगातार इसका विरोध कर रहे हैं. व्यापारियों की नाराजगी है कि बोर्ड लगातार उनसे किसी न किसी बहाने से पैसा वसूल रहा है जो कि गलत है.

व्यापारियों का कहना है कि पहले ही कोरोना के काराण अभी सामान्य स्थिति नहीं हुई है और ट्रेड लाइसेंस के नाम पर वसूली का नोटिस भेजना शुरू कर दिया है. आठ महीने पहले ही व्यापारियों के लिए कैंट बोर्ड की मीटिंग में सभी मेंबर्स के बीच ट्रेड लाइसेंस का फैसला लिया गया था. ट्रेड लाइसेंस व्यापारियों के लिए जरूरी कर दिया गया था. इसी ट्रेड लाइसेंस के आदेश को रद्द करने के लिए व्यापारियों की ओर से कल यानी शनिवार को जयपुर बंद का आह्वान किया गया है.

50 से अधिक कैटेगरी में बांटा

पिछले दिनों हुई बैठक में व्यापारियों के व्यापार के मुताबिक 50 से अधिक कैटेगरी में बांटा गया था. साथ ही ये भी तय किया गया था कि कौन सी कैटेगरी में व्यापारी को कितना टैक्स देना होगा. माना यह जा रहा है कि 2 हजार से लेकर लाख रुपए तक टैक्स का प्रावधान किया गया है. मगर व्यापारियों का कहना था कि वो लगातार विभिन्न तरह के टैक्स पहले से ही दे रहे हैं. ऊपर से कोरोना काल में उनके पहले से ही नुकसान हो चुके हैं, ऐसे में ये एक नया टैक्स व्यापारियों पर थोपना किसी मुसीबत से कम नहीं है.

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