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Shani Dev Ki Puja: कार्तिक मास का दूसरा शनिवार आज, Shani Dev को प्रसन्न करने के लिए करें ये उपाय

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Published : Oct 30, 2021, 8:00 AM IST

नवग्रहों में शनि को न्याय का देवता माना गया है. इसका तात्पर्य यह है कि जो व्यक्ति जैसे कर्म करेगा न्याय के देवता शनिदेव (Shani Dev) उसे वैसा ही फल देंगे. शनिदेव का दिन शनिवार (Shanivar) माना गया है. इस दिन कुछ सामान्य से उपाय (Tips To Seek Blessing ) करने से ही शनिदेव प्रसन्न होंगे और आपका भाग्य बदल देंगे.

Shani Dev Ki Puja
कार्तिक मास का दूसरा शनिवार आज, शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए करें ये उपाय

जयपुर: कार्तिक मास (Kartik Maas) का दूसरा और अक्टूबर मास का आखिरी शनिवार आज (30 October 2021) है. नवग्रहों में शनि को न्याय का देवता माना गया है. इसका तात्पर्य यह है कि जो व्यक्ति जैसे कर्म करेगा न्याय के देवता शनिदेव उसे वैसा ही फल देंगे. शनिदेव (Shanivar) का दिन शनिवार माना गया है. इस दिन कुछ सामान्य से उपाय करने से ही शनिदेव प्रसन्न होंगे और आपका भाग्य बदल देंगे.

क्या करें क्या न (Dos And Dont On Shanivar)

ज्योतिर्विद कहते हैं कुंडली (Kundli) में यदि शनि कमजोर है तो शनिवार का व्रत करना चाहिए. इसके साथ ही छाया दान करने, विभूति, भस्म या लाल चन्दन लगाने सुंदरकांड या बजरंग बाण का पाठ करने और शमी के वृक्ष में जल चढ़ाने से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं. इसके साथ ही शराब पीने, मांसाहार का प्रयोग करने, पराई स्त्री पर नजर रखने, गरीब, कमजोर, असहाय लोगों का शोषण करने या उन्हें अपमानित करने से शनिदेव नाराज हो जाते हैं. कुत्ते, गाय, कौवे को सताने, माता-पिता को कष्ट देने से भी शनिदेव की बुरी दृष्टि का सामना करना पड़ता है. इसलिए शनिदेव की कृपा हासिल करने के लिए इन सब बातों से बचना चाहिए.

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शनिवार के उपाय (Shanivar Ke Upay)

जानकारों के अनुसार कुंडली में शनि (Shani In Kundali) सातवें भाव या ग्यारहवें भाव में या शनि मकर, कुंभ और तुला में है तो कोई बात नहीं परंतु इसके अलावा किसी भाव में है तो शनिवार (Shanivar) का उपवास करना चाहिए. शनि की साढ़ेसाती या ढैया चल रही है या किसी भी प्रकार से शनि नीच होकर पीड़ा दे रहा है तो शनिवार (Shanivar Ke Upay) को छाया दान करना चाहिए. इससे लाभ मिलेगा (For Shanidev Blessing). माथे पर विभूति, भस्म या लाल चंदन लगाने से गुरु का साथ मिलता है तो शनि के अच्छे फल मिलना प्रारंभ हो जाते हैं. किसी भी कार्य में बाधा उत्पन्न नहीं होती है. सफलता मिलती रहती है.

करें हनुमानजी की आराधना

कुंडली में पितृदोष हो तो नित्य हनुमान चालीसा पढ़ें (Hanuman Chalisa) और शनिवार का उपवास रखते हुए सुंदरकांड (Sundarkand On Saturday) या बजरंगबाण का पाठ करने से लाभ मिलेगा. शनिवार के दिन हनुमानजी की आराधना करने से मृत्युतुल्य कष्ट भी दूर हो जाते हैं. इसके साथ ही शमी के वृक्ष को साक्षात शनिदेव (Shanidev) माना जाता है. इस पेड़ में जल चढ़ाना या इसकी देखरेख करने से भगवान शनिदेव की कृपा बनी रहती है.

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