राजस्थान

rajasthan

सरकारी कर्मचारियों से संघ की शाखा में भागीदारी का स्वघोषणा पत्र मांगने का मामला, भाजपा ने बताया तुगलकी फरमान

By

Published : Dec 6, 2019, 8:40 PM IST

अजमेर अतिरिक्त जिला कलेक्टर की ओर से सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखाओं में भागीदारी का स्वघोषणा पत्र मांगने के मामले पर सियासत तेज हो गई है. भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने इस मामले में गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार अपने कुकृत्य को छुपाने के लिए इस प्रकार के तुगलगी आदेश जारी करके सबका ध्यान बांटना चाहती है.

Jaipur News, अजमेर अतिरिक्त कलेक्टर का फरमान
अजमेर अतिरिक्त कलेक्टर का फरमान

जयपुर. अजमेर अतिरिक्त जिला कलेक्टर की ओर से सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखाओं में भागीदारी का स्वघोषणा पत्र मांगने के मामले पर सियासत तेज हो गई है. पूर्व शिक्षा मंत्री और भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने इस मामले में गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार अपने कुकृत्य को छुपाने के लिए इस प्रकार के तुगलगी आदेश जारी करके सबका ध्यान बांटना चाहती है.

सरकारी कर्मचारियों से संघ की शाखा में भागीदारी का स्वघोषणा पत्र मांगने का मामला

पूर्व शिक्षा मंत्री और भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एक राष्ट्रवादी संगठन है, जिसने समय-समय पर राष्ट्र की रक्षा और प्रगति में अपनी भागीदारी निभाई है. लेकिन प्रदेश सरकार इस प्रकार के फरमान जारी कर राजस्थान में अघोषित आपातकाल लगाना चाहती है, जिसे भाजपा हरगिज बर्दाश्त नहीं करेगी.

पढ़ें- पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी ने सीएम गहलोत और डोटासरा पर बोला हमला

वहीं, भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने सरकार से इस तरह का तुगलकी फरमान वापस लेने की मांग की है. साथ ही मांग नहीं माने जाने पर सड़कों पर उतरने की चेतावनी भी दी है. वहीं, इससे पहले पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने भी अजमेर अतिरिक्त कलेक्टर की ओर से निकाले गए इस फरमान का विरोध करते हुए इसे वापस लेने की मांग की थी.

देवनानी ने भी आरोप लगाया कि सरकार कर्मचारियों में भय व्याप्त कर रही है. उन्होंने बताया कि सरकार एडीएम के जरिए सरकारी कर्मचारियों से शपथ पत्र भरवा रही है कि वह आरएसएस की शाखा में जाते हैं कि नहीं. देवनानी ने शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा पर शिक्षा का ढर्रा बिगाड़ने का आरोप लगाया है.

Intro:सरकारी कर्मचारियों से संघ की शाखा में भागीदारी का स्वघोषणा पत्र मांगने का मामला,भाजपा ने बताया तुगलकी फरमान
पूर्व मंत्री कालीचरण सराफ ने किया विरोध इस तरह का आदेश वापस ले सरकार

जयपुर (इंट्रो)
अजमेर अतिरिक्त जिला कलेक्टर द्वारा सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखाओं में भागीदारी का स्वघोषणा पत्र मांगने के मामले पर सियासत तेज हो गई है। पूर्व शिक्षा मंत्री और भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने इस मामले में गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार अपने कुकृत्य को छुपाने के लिए इस प्रकार के तुगलगी आदेश जारी करके सबका ध्यान बांटना चाहती है।.. सराफ के अनुसार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एक राष्ट्रवादी संगठन है जिसने समय-समय पर राष्ट्र की रक्षा और प्रगति में अपनी भागीदारी निभाई है। लेकिन प्रदेश सरकार इस प्रकार के फरमान जारी कर राजस्थान में अघोषित आपातकाल लगाना चाहती है, जिसे भाजपा हरगिज बर्दाश्त नहीं करेंगे। सराफ ने सरकार से इस तरह का तुगलकी फरमान वापस लेने की मांग की वरना भाजपा सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी।

चीन के आक्रमण के समय आरएसएस ने निभाई थी भूमिका-

इससे पहले पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने भी अजमेर अतिरिक्त कलेक्टर द्वारा निकाली गए इस फरमान का विरोध करते हुए इसे वापस लेने की मांग की थी।

बाईट- कालीचरण सराफ, पूर्व शिक्षा मंत्री

(Edited vo pkg)




Body:बाईट- कालीचरण सराफ, पूर्व शिक्षा मंत्री

(Edited vo pkg)



Conclusion:

ABOUT THE AUTHOR

...view details