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किसान से कोई प्यार नहीं, जहां कांग्रेस सरकार वहां किसानों पर ध्यान नहीं, यही कांग्रेस नीति- कर्नल राज्यवर्धन

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Published : Oct 5, 2021, 10:21 PM IST

जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने श्रीगंगानगर में किसानों पर हुए लाठीचार्ज की घटना की निंदा करते हुए प्रदेश की गहलोत सरकार और कांग्रेस पार्टी पर तीखा कटाक्ष किया है.

Rajyavardhan Singh Rathore spoke verbally attack on Gehlot government
सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने गहलोत सरकार पर बोला जुबानी हमला

जयपुर.उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों के साथ हुई हिंसा के बाद देश भर में किसानों के मामले में राजनीति तेज हो गई है. कांग्रेस ने इस मामले को लेकर मंगलवार को विरोध प्रदर्शन कर भाजपा और योगी सरकार पर जुबानी हमला बोला. तो वहीं भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने प्रदेश के गंगानगर में किसानों पर हुए लाठीचार्ज की घटना की निंदा करते हुए प्रदेश की गहलोत सरकार और कांग्रेस पर तीखा कटाक्ष किया है.

मंगलवार को राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने एक बयान जारी कर कहा कि श्रीगंगानगर क्षेत्र में अपने हक के लिए प्रदर्शन कर रहें किसानों पर पुलिस की ओर से लाठीचार्ज किए जाने की घटना घोर निंदनीय है. यह घटना दर्शाती है कि एक तरफ तो कांग्रेस देशभर में किसानों का हितैषी बनने का ढोंग कर रही है. वहीं राजस्थान की कांग्रेस सरकार अपना हक मांगने वाले किसानों पर लाठीचार्ज करवा रही है.

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कर्नल राज्यवर्धन ने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने फसलों के लिए किसानों को दिए जाने वाले पानी के नियम बदल दिए, इस कारण किसानों को कुछ दिनों के अंतराल में मिलने वाला पानी अब 32 से 35 दिनों में मिल रहा है. इस कारण किसान सरकार से फसलों के लिए पानी और धान की सरकारी खरीद की मांग कर रहें हैं. केन्द्र सरकार किसानों की ये दोनों मांगे मानने को तैयार है. लेकिन कांग्रेस को किसानों से न तो किसी प्रकार की हमदर्दी है और न ही उन पर ध्यान है. वह तो देशभर में किसानों से सहानुभूति दिखाने का ढोंग कर अपना स्वार्थ साधने की राजनीति कर रही है.

राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने प्रदर्शन कर रहे किसानों से बातचीत करने के लिए न तो अपने किसी मंत्री को भेजा और न ही उन्हें मनाने के प्रयास किए. किसानों को कानून हाथ में लेने के लिए मजबूर किया गया और पुलिस की ओर से किसानों पर लाठीचार्ज करवाया गया. यह पूरी तरह अनुचित है.

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