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पायलट गुट के रमेश मीणा ने खोला गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा, कहा- राहुल गांधी से मांगा समय, सुनवाई नहीं हुई तो दे दूंगा इस्तीफा

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Published : Mar 12, 2021, 1:12 PM IST

प्रदेश में कांग्रेस के विधायक अपनी ही सरकार से खफा नजर आ रहे हैं. यही वजह है कि पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक रमेश मीणा ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कई गंभीर आरोप लगाए हैं. रमेश मीणा पायलट खेमे के विधायक माने जाते हैं.

Rajasthan BJP Congress Ramesh Meena , राजस्थान बीजेपी कांग्रेस रमेश मीणा,
Rajasthan BJP Congress Ramesh Meena , राजस्थान बीजेपी कांग्रेस रमेश मीणा,

जयपुर.एक बार फिर प्रदेश कांग्रेस सरकार में आंतरिक कलह खुलकर सामने आने लगी है. पूर्व मंत्री और कांग्रेस के मौजूदा विधायक रमेश मीणा ने प्रदेश सरकार में एससी एसटी और अल्पसंख्यक विधायकों की सुनवाई नहीं होने का आरोप लगाया है. साथ ही यह भी कहा है कि इस मामले में उन्होंने राहुल गांधी से समय मांगा है यदि समय मिलने और अपनी बात रखने के बाद भी उनकी सुनवाई नहीं होती तो फिर इस्तीफा देने में भी वे देर नहीं लगाएंगे.

रमेश मीणा, कांग्रेस विधायक
मुझे मंत्री पद की लालसा नहीं -रमेश मीणा

विधानसभा के बाहर पत्रकारों से बातचीत के दौरान कांग्रेस विधायक रमेश मीणा ने यह भी साफ कर दिया कि उन्हें मंत्री पद कि कोई लालसा नहीं है और ना ही वह मंत्री बनना चाहते हैं. मीणा ने कहा मंत्री तो वो पहले ही थे और उन्हें पता था कि यदि वो खिलाफत करेंगे तो उन्हें निकाल दिया जाएगा. लेकिन मैं इनके साथ चिपके रहने वाला नहीं हूं. स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैं कांग्रेस पार्टी को मजबूत करना चाहता हूं और जो कोई कमी या खामी है और जो कुछ लोग मनमानी कर रहे हैं उन पर अंकुश लगना चाहिए.

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पिछले तीनों बजट देख ले सबसे ज्यादा बजट कहां गया पता चल जाएगा - रमेश मीणा

पूर्व मंत्री और मौजूदा कांग्रेस विधायक रमेश मीणा ने गहलोत सरकार के अब तक के बजट पर भी सवाल उठाए और बयानों में यह तक कह दिया कि पिछले तीनों बजट को देख ले की ये बजट कहां गया है. सब कुछ पता चल जाएगा. रमेश मीणा ने कहा जिन वर्गों के कारण प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बने कम से कम सरकार उन वर्गों के जनप्रतिनिधियों का सम्मान करें और उनकी सुनवाई करें लेकिन उन्हीं के साथ मंत्री भेदभाव करते हैं. इस दौरान रमेश मीणा ने कुछ विधायकों द्वारा सदन में उठाए गए वक्तव्य के उदाहरण भी दिए.

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एससी एसटी और अल्पसंख्यक विधायकों की क्यों हो रही उपेक्षा - मीणा

रमेश मीणा इस बात को लेकर भी नाराज थे कि विधानसभा में भी इन वर्गों के विधायकों की सुनवाई नहीं हो रही वहीं मंत्रियों के स्तर पर तो हालत और भी खराब है रमेश मीणा ने कुछ मंत्रियों का उदाहरण देते हुए यह तक कह कि जब सम्मान ही नहीं मिलेगा तो जनता में क्या मैसेज आएगा और आखिर इन वर्गों के विधायकों के क्षेत्र में विकास कार्यों में भेदभाव क्यों किया जा रहा है.

गहलोत-पायलट के खेमे में ना बांटें, हम सब कांग्रेस के विधायक- मीणा

पत्रकारों से बातचीत के दौरान रमेश मीणा ने यह भी कहा क्या आप हमें गहलोत और पायलट के खेमे ना बांटे क्योंकि गहलोत-पायलट सहित हम सब कांग्रेस के विधायक हैं. मीणा ने कहा हमारा मकसद कांग्रेस को मजबूत करना है. कुछ लोग हैं जो एससी एसटी और अल्पसंख्यक जनप्रतिनिधियों के साथ भेदभाव कर रहे हैं उन पर अंकुश लगाना है.

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विधायकों को लैपटॉप ब्रीफकेस देने पर आपत्ति

रमेश मीणा ने मौजूदा बजट सत्र के दौरान विधायकों को सरकार द्वारा लैपटॉप और ब्रीफकेस देने पर भी आपत्ति जताई. उन्होंने यह तक कह दिया कि सदन के 20% सदस्य यानी 20% विधायकों को भी ढंग से लैपटॉप चलाना नहीं आता. गौरतलब है कि रमेश मीणा पूर्व में गहलोत सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं और वो सचिन पायलट खेमे से आने वाले विधायक हैं.

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