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रेगिस्तान पर मेहरबान मानसून : जैसलेमर में सामान्य से 136 फीसदी ज्यादा बारिश...प्रदेशभर में औसत से कम वर्षा

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Published : Jul 24, 2021, 8:58 PM IST

मौसम विभाग ने शनिवार को भी सभी संभागों में मेघ गर्जन के साथ बारिश की संभावना जताई है. कोटा-जयपुर-जोधपुर संभाग के जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों में कोटा-उदयपुर संभाग के जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है.

रेगिस्तान पर मेहरबान मानसून
रेगिस्तान पर मेहरबान मानसून

जयपुर. जयपुर समेत पूरे राजस्थान मे इस वक्त मानसून मेहरबान है. लोगों को उमस और गर्मी से राहत मिल रही है. प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज की जा रही है. बीते 24 घंटों में जयपुर, अजमेर, भीलवाड़ा, वनस्थली, अलवर, कोटा, सवाई माधोपुर, बूंदी, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, बाड़मेर, पाली, जैसलमेर, जोधपुर, माउंट आबू, फलौदी और चूरू में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज की गई.

मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी के पास बन रहे अति कम दबाव के क्षेत्र के कारण पूर्वी राजस्थान के कई जिलों में मानसून पूरी तरह सक्रिय है. कोटा-उदयपुर संभाग के जिलों में बारिश का दौर जारी है.

मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार इस मानसून सीजन में राजस्थान में सामान्य से 25 फीसदी कम बारिश हुई है. पूर्वी राजस्थान में सामान्य से 37 फ़ीसदी और पश्चिमी राजस्थान में सामान्य से 7 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है. प्रदेश में सर्वाधिक बारिश पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर में सामान्य से 136 फीसदी ज्यादा दर्ज की गई है. इसके अलावा चूरू में सामान्य से 7 फीसदी, बीकानेर में सामान्य से एक फीसदी और सवाई माधोपुर में सामान्य से 3 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई है.

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इस कड़ी में पूर्वी राजस्थान के 23 जिलों में सबसे कम बारिश बारां में दर्ज की गई है. बारां में सामान्य से 57 फ़ीसदी कम बारिश हुई है. वहीं अजमेर-टोंक में सामान्य से 55 फीसदी, भीलवाड़ा में सामान्य से 54 फ़ीसदी, राजधानी जयपुर में सामान्य से 32 फ़ीसदी कम बारिश हुई है. नागौर में सामान्य से 50 फ़ीसदी कम दर्ज की गई है.

प्रदेश में औसत से कम बारिश

18 जून को प्रदेश में हुई थी मानसून की दस्तक

राजस्थान में 18 जून को मानसून ने दस्तक दी थी. 24 घंटे ही प्रदेश में मानसून सक्रिय हो गया था लेकिन फिर 25 दिन तक मानसून स्थिर रहने से भीषण गर्मी और उमस का दौर चला. 11 जुलाई को एक बार फिर प्रदेश में मानसून सक्रिय हुआ. जिसके बाद से मानसून की गतिविधि में लगातार बढ़ोतरी हुई है. हालांकि राजस्थान में अभी तक औसत से कम बारिश हुई है.

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