भीलवाड़ा. जून माह में एक ओर आसमान से आग के शोले बरस रहे हैं, तो वहीं भीलवाड़ा जिले (Water Crisis In Bhilwara ) के ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संकट गहराता जा रहा है. पानी की कमी की समस्या से परेशान हुरडा पंचायत समिति की कानियां ग्राम पंचायत के लोगों में मजहब की दीवार ढह गई (Hindu Muslim Unity) है और इसकी वजह बना है ये कुआं. हजारों की आबादी वाली इस ग्राम पंचायत के लोग इस संकट से परेशान भले ही हैं, पर सब्र के साथ हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई सभी धर्मों की महिलाएं कुएं से पानी निकालती हैं.
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पानी की समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों विशेषकर महिलाएं कहती हैं कि चुनाव के समय राजनेता हर गांव में चंबल का पानी पहुंचाने का वादा करते हैं. प्रशासनिक अधिकारी भी चंबल का पानी ग्रामीण क्षेत्र में पहुंचाने के लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश देते हैंं, लेकिन सच्चाई ये है कि कई गांव के लोग चंबल के पानी का टकटकी लगाए इंतजार कर रहे हैं. 'ईटीवी भारत' की टीम कानियां गांव पहुंची, जहां जून की भीषण गर्मी में सभी धर्मों की महिलाएं एकसाथ पानी निकाल रही थीं.