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800 करोड़ की लागत से होगा 'महाकाल के दरबार' का विस्तार, 2023 में होगा तैयार, 70 प्रतिशत काम पूरा

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Published : Sep 24, 2021, 9:50 AM IST

Expansion of Mahakal Temple
महाकाल मंदिर का विस्तारीकरण ()

विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर (World Famous Mahakaleshwar Mandir) के विस्तारीकरण का काम धरातल पर दिखने लगा है. बाबा के दरबार के विस्तारीकरण के लिए अनुमानित 800 करोड़ रुपए खर्च होंगे. विस्तार के बाद मंदिर परिसर 35 हैक्टेयर में भूमी में फैल जाएगा. स्मार्ट सिटी योजना (Smart City Plan) के तहत महाकाल कॉरिडोर में भगवान शिव से जुड़ी अलग-अलग कहानियों को मूर्त रूप दिया जा रहा है.

उज्जैन। भारत के बड़े मंदिर परिसरों की सूची में अब बाबा महाकाल का दरबार (Mahakal Ka Darbar) भी शामिल होगा. 800 करोड़ रुपए की लागत से मंदिर परिसर में विस्तारीकरण के कार्य चल रहे है. जिसमें रुद्र सागर पर ब्रिज, सर्वसुविधा युक्त विजिटर फैसेलिटी, मोबाइल लाकर, क्लॉक रूम, स्मार्ट पार्किंग, टूरिस्ट इनफार्मेशन सेंटर, सनातन हिन्दू धर्म और वैदिक थीम पर पब्लिक प्लाजा बनाया जा रहा है. इसमें 3-3 मीटर पैदल और 6 मीटर चौड़ा ई-रिक्शा लेन भी बनेगा. यहीं से श्रद्धालु विजिटर फैसिलिटी सेंटर से होते हुए नंदी हॉल में पहुंच सकेंगे. रुद्र सागर के पास चल रहे कार्यों में अब गति दिखने लगी है. जिसमें कई बढ़ी मूर्तियों का निर्माण पूरा हो चुका है.

कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर में स्मार्ट सिटी योजना (Smart City Plan) के तहत महाकाल कॉरिडोर (Mahakal Corridor) में भगवान शिव (Lord Shiva) से जुड़ी अलग-अलग कहानियों को मूर्त रूप दिया जा रहा है. मंदिर की प्राचिनता को ध्यान रखते हुए मंदिर विस्तारीकरण की योजना बनाई है. विस्तारीकरण के बाद बाबा महाकाल का दरबार 2.4 हैक्टेयर से बढ़कर 35 हैक्टेयर से ज्यादा का हो जाएगा. यह योजना 800 करोड़ रुपए की है. इसमें मंदिर का प्रांगण, रोड और बगीचों को विकसित किए जाएंगे.

महाकाल मंदिर का विस्तारीकरण

45 करोड़ रुपए की लागत से बनी मुर्तियां

स्मार्ट योजना के तहत बनने वाले इस कॉरिडोर में जो मूर्तियां बनाई जा रही है. उनकी कुल लागत करीब 45 करोड़ रुपए आंकी गई है. जिसको गुजरात और राजस्थान से आए कलाकार मूर्त रूप दे रहे हैं. कलाकारों का कहना है कि 2021 के अंत तक मुर्तियों को बनाने का काम पूरा हो जाएगा. उज्जैन कलेक्टर की माने तो आने वाले समय में श्रद्धालु महाकाल कॉरिडोर से होते हुए मंदिर के गर्भ ग्रह तक पहुंचेंगे. ऐसे में जहां से श्रद्धालु प्रवेश करेंगे वहीं से भगवान शिव से जुड़ी कहानियां देखने को मिल सकेगी.

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कॉरिडोर में दिखेगी भगवान शिव की महिमा

राजस्थान से आए कलाकार अमिताभ ने बताया कि वो और उनके 80 साथी कॉरिडोर और नक्षत्र वाटिका को अंतिम रूप दे रहे है. कलाकार रेक सिंह ने बताया कि हमने अमृतसर के गोल्डन टेम्पल और राजस्थान सहित कई बड़े शहरों में कार्य किया है. महाकाल मंदिर में कॉरिडोर को इस तरह बनाया जा रहा है कि आने वाले श्रद्धालुओं को भगवान शिव की महिमा का गुणगान देखने को मिलेगी.

कॉरिडोर में सजावट के लिए बनाई मूर्तियां

दो चरणों में पूरा होगा मंदिर का विस्तारीकरण

प्रथम चरण में महाकाल प्लाजा, महाकाल कॉरिडोर, मिडवे झोन, महाकाल थीम पार्क, घाट और डेक एरिया, नूतन स्कूल कॉम्पलेक्स, गणेश स्कूल कॉम्पलेक्स, पार्किंग, धर्मशाला, प्रवचन हॉल और अन्नक्षेत्र का निर्माण होगा. द्वितीय चरण में महाराजवाड़ा, रूद्र सागर जीर्णोद्धार, छोटा रूद्र सागर लेक फ्रंट, रामघाट का सौन्दर्यीकरण, पार्किंग एवं पर्यटन सूचना केंद्र, हरिफाटक पुल का चौड़ीकरण और रेलवे अंडरपास, रूद्र सागर पर पैदल पुल, महाकाल द्वार, बेगमबाग मार्ग, रूद्र सागर पश्चिमी मार्ग और महाकाल पहुंच मार्ग का निर्माण किया जाएगा.

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त्रिवेणी संग्रहालय के पास बनेगी पार्किंग

मिडवे झोन में पूजन सामग्री की दुकानें, फूडकोर्ट, लेकव्यू रेस्टोरेंट, लेकफ्रंट डेवलपमेंट, जनसुविधाएं, टॉवर सहित निगरानी और नियंत्रण केंद्र बनाया जा रहा है. महाकाल थीम पार्क के अन्तर्गत महाकालेश्वर की कथाओं से युक्त म्युरल वॉल, सप्त सागर के लिए डेक एरिया और डेक के नीचे शापिंग क्षेत्र विकसित की जा रही हैं. इसी तरह त्रिवेणी संग्रहालय के पास वाहन की पार्किंग बनाई जा रही है.

ध्यान करते महाकाल की प्रतिमा

रामघाट पर सिंहस्थ थीम का लाइट शो

इसी क्षेत्र में धर्मशाला और अन्नक्षेत्र भी प्रस्तावित है. कोबल्ड स्टोन की रोड क्रॉसिंग के जरिये पदयात्रियों की कनेक्टिविटी विकसित की जा रही है. रामघाट की ओर जाने वाले पैदल मार्ग का कायाकल्प, फेरी और ठेला व्यवसाईयों के लिए अलग व्यवस्था, वास्तुकलात्मक तत्वों के प्रयोग से गलियों का सौन्दर्यीकरण और रामघाट पर सिंहस्थ थीम आधारित डायनेमिक लाईट शो किया जाएगा.

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महाकाल के दरबार का विस्तारीकरण

  • महाकालेश्वर मंदिर, रुद्र सागर और आस पास के ऐतिहासिक विरासतों को जोड़ने और विकसित करने की योजना
  • यातायात व्यवस्थाओं को ध्यान में रखते हुए समुचित पार्किंग स्थल, टूरिस्ट इंफॉर्मेशन सेंटर के साथ दो भागों में विकसित किया जाएगा
  • इंदौर से आने वाले श्रद्धालुओं को हरिफाटक होते हुए महाकालेश्वर प्लाजा में सुविधा मिलेगी
  • त्रिवेणी संग्रहालय से चार धाम मंदिर की और जाने वाली सड़क की चौड़ाई 24 मीटर की जाना है, जहां बुनियादी सुविधाएं विकसित की जाएगी
  • चार धाम से नरसिंह घाट को जोड़ने वाली नई सड़क, हरसिद्धि पाल से राम घाट की और नया ब्रीज और बड़ा गणेश से रुद्र सागर पार्किंग तक की सड़क का चौड़ीकरण
  • हरसिद्धि मंदिर की धर्मशाला का आंशिक भाग हटा कर मंदिर पहुंच मार्ग का चौड़ीकरण
  • महाराजवाड़ा क्रमांक 2 स्कूल को नूतन स्कूल और उर्दू स्कूल को माधवगंज में शिफ्ट कर पार्किंग का विकास
  • रुद्र सागर लेक फ्रंट को बेहतरीन बनाने के लिए वैदिक वृक्षों से युक्त, ग्रीन पार्क, थीम पार्क, म्यूरल वाल, घाट और दुकानें
  • महाकाल कॉरिडोर पर मिडवे जोन का विकास, जिसमें, क्राफ्ट बाजार, कमांड कंट्रोल सेंटर का विकास किया जाएगा

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