Indore Metro Trial Run: एमपी में इंदौर से मेट्रो युग की शुरुआत हो चुकी है, इस दौरान सीएम शिवराज ने कहा है कि 2028 के उज्जैन के कुंभ के पहले मेट्रो का नेटवर्क उज्जैन और पीथमपुर तक बढ़ाया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने मेट्रो ट्रेन में सफर किया
एमपी से हुई मेट्रो युग की शुरुआत
इंदौर।मध्य प्रदेश में भी अब मेट्रो युग की शुरुआत हो चुकी है, शनिवार को प्रदेश की पहली मेट्रो का शुभारंभ इंदौर में मुख्यमंत्री द्वारा किया गया. इस दौरान न केवल मुख्यमंत्री ने मेट्रो ट्रेन में सफर किया, बल्कि इंदौर में मेट्रोपोलिटन अथॉरिटी बनाने की भी घोषणा की. इतना ही नहीं शिवराज सरकार ने उज्जैन और पीथमपुर को भी मेट्रो के नेटवर्क से जोड़ने की घोषणा की है.
इंदौर तेजी से बढ़ता शहर:दरअसल 7500 करोड़ की लागत की इंदौर मेट्रो परियोजना के तहत आज पहली मेट्रो का ट्रायल रन का फ्लैग ऑफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा किया गया, इस दौरान इंदौर के सुपर कॉरिडोर पर आयोजित ट्रायल रंग के समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा "इंदौर शहर तथा आसपास के क्षेत्र में संबंधित विकास के लिए मेट्रोपॉलिटन अथॉरिटी बनाई जाएगी. इसके अलावा उज्जैन सिंहस्थ के पहले तक इंदौर से उज्जैन और इंदौर से पीथमपुर तक मेट्रो ट्रेन चलाई जाएगी. भाजपा सरकार की कोशिश रहेगी कि 2028 के सिहस्थ में इंदौर के लोग बाबा महाकाल के दर्शन करने मेट्रो ट्रेन से जाएं." इस दौरान सीएम ने इंदौर शहर के गांधीनगर क्षेत्र में लगी रजिस्ट्री पर रोक को हटाने की प्रक्रिया तेज करने की भी घोषणा की. मुख्यमंत्री ने कहा "इंदौर तेजी से बढ़ता शहर है, इस शहर ने टेंपो से लेकर आज मेट्रो ट्रेन तक का सफर तय किया है."
यह होगा मेट्रो का फायदा:इंदौर में विश्व स्तरीय मेट्रो ट्रेन परियोजना का निर्माण पूर्ण होने से शहर के नागरिकों को तेज सुरक्षित आधुनिक और आराम देह सफर की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी. इस दौरान मेट्रो ट्रेन परियोजना के एचडी मनीष सिंह ने बताया "मेट्रो की सेवा से 7 लाख यात्री प्रतिदिन यात्रा कर सकेंगे, हर मेट्रो ट्रेन में तीन कोच होंगे और इंदौर में कुल 25 मेट्रो ट्रेन संचालित की जाएगी. इन मेट्रो ट्रेनों की रफ्तार 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रहेगी, मेट्रो ट्रेन के प्रत्येक कोच में 50 लोगों के बैठने और 300 लोगों के खड़े होने की व्यवस्था रहेगी. लगभग 31 किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में यह मेट्रो सेवा इंदौर में उपलब्ध होगी, उसमें 28 स्टेशन होंगे, जिसमें से 7 अंडरग्राउंड और 21 एलिवेटेड स्टेशन रहेंगे. नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड पर स्वचालित टिकटिंग की व्यवस्था मेट्रो के लिए रहेगी, मेट्रो के डोर भी ऑटोमेटिक होंगे, जिसमें यात्री सूचना प्रदर्शन प्रणाली भी उपलब्ध है. ग्रे हैंडल की लिफ्ट एस्केलेटर कस्टमर केयर सेंटर, इंग्लिश हिंदी में अनाउंसमेंट, दिव्यांगों के लिए व्हीलचेयर आदि सुविधाएं भी मेट्रो में मौजूद रहने वाली हैं. इसके अलावा इमरजेंसी कांटेक्ट इमरजेंसी डोर की भी मेट्रो में व्यवस्था है, साथ ही बिजली की खपत को कम करने के लिए स्टेशन और डिपो पर सौर ऊर्जा की व्यवस्था की जा रही है. फिलहाल इस ट्रेन का संचालन मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा किया जाएगा."