भोपाल। मध्यप्रदेश में इस वक्त मंत्रियों में गुटबाजी साफ देखी जा रही है. सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया के निवास पर हुई लंच पॉलिटिक्स (Lunch politics at minister Arvind Bhadoria residence) ने सबका ध्यान खींचा है. पदोन्नति में आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद राज्य सरकार ने मंत्री समूह का गठन किया है, मंत्री समूह की मंत्रालय में बैठक हुई. इसके बाद समूह के सदस्यों को मंत्री अरविंद भदौरिया के घर भोजन पर बुलाया गया, लेकिन लंच डिप्लोमेसी में मंत्री समूह के अध्यक्ष नरोत्तम मिश्रा को नहीं बुलाया गया. अब बिना अध्यक्ष के लंच पार्टी होना चर्चा का विषय बना है.
मंत्री समूह के सदस्यों की लंच पार्टी से अध्यक्ष बाहर?
मंत्रालय में मंत्री समूह की बैठक के बाद अरविंद भदौरिया के बंगले पर जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा भी पहुंचे. हालांकि मंत्री समूह के सदस्य इंदर सिंह परमार को भी बुलाया गया, लेकिन वह मीटिंग के चलते नहीं पहुंच पाए. चर्चा का विषय नरोत्तम मिश्रा का नहीं होना है, जब पूछा गया तो किसी भी मंत्री ने बोलने से मना कर दिया. जब वित्त मंत्री से पूछा गया तो मुलाकात और साथ में भोजन पर तो कुछ नहीं बोले, उल्टे कांग्रेस को आरक्षण के मुद्दे पर घेरते हुए नजर आए. कांग्रेस विधायकों से बजट पर राय नहीं लिए जाने के आरोपों पर कांग्रेस को कटघरे में खड़ा किया.
मंत्री समूह की बैठक के बाद लंच पॉलिटिक्स पर तंज
कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि पदोन्नति में आरक्षण को लेकर बैठक (meeting of Group of Ministers on reservation in promotion) तो बेनतीजा रही, लेकिन आश्चर्य कि मंत्री समूह के अध्यक्ष नरोत्तम मिश्रा लंच पॉलिटिक्स से दूर क्यों? पदोन्नति में आरक्षण के लिए मंत्रियों का समूह बनाया गया है, जिसमें अध्यक्ष नरोत्तम मिश्रा के साथ तुलसी सिलावट, अरविंद भदौरिया, विजय शाह, इंदर सिंह परमार सदस्य हैं.