मध्य प्रदेश

madhya pradesh

Election preparation in bhind: अब थानों में नही टूटेंगे जमा कराए गए लाइसेंसी हथियार, भिंड पुलिस ने किया ये बदलाव

By

Published : Jun 5, 2022, 1:10 PM IST

त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के चलते भिंड जिले में लाइसेंसी हथियार जमा कराने वालों की थानों में भीड़ लग रही है. हथियार जमा करने के लिए अंतिम तारीख आज 5 जून तक है. हर बार चुनाव के दौरान जमा किये गए हथियार टूट-फूट जाते हैं, जिससे हथियारधारियों को काफी नुकसान होता है. इसको लेकर एसपी ने इस बार हथियारों के रखरखाव को लेकर निर्देश दिये हैं. साथ ही लोगों से अपील की है कि हथियारों को कवर में रखकर जमा कराएं. (Election preparation in Bhind) (Licensed weapons collecting in police stations)

Licensed weapons collecting in police stations
भिंड के थानों में जमा हो हथियार

भिंड।त्रिस्तरीय पंचायत और आगामी नगरीय निकाय चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने को लेकर कलेक्टर ने जिले के समस्त लाइसेंसी हथियार पुलिस थानों में जमा कराने के निर्देश दिए थे. ऐसे में भिंड के अलग अलग थानों में लाइसेंसी हथियार जमा करने के लिए बंदूकधारियों की लाइन लग रही है. हथियार जमा करने के लिए कलेक्टर ने रविवार 5 जून तक ही मोहलत दी है. एसपी ने इस बार हथियारों के रखरखाव को लेकर निर्देश दिये हैं.

अधिकतर लाइसेंसी हथियार हो चुके हैं जमा

जिले में हैं 22 हजार आर्म लाइसेंस:चम्बल क्षेत्र का नाता हमेशा से बंदूक और बारूद से रहा है. यही कारण हैं कि भिंड जिले में जब भी कोई चुनाव आयोजित होते हैं तो मतदान के दौरान हथियारों से हिंसा की घटनाएं सामने आती रही हैं. ऐसे में मध्यप्रदेश में 7 साल बाद आयोजित हो रहे पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव को लेकर भी पुलिस और प्रशासन सतर्क है. भिंड जिले के हर थाने का दो तिहाई स्टाफ इन बन्दूकों को जमा कराने में लगा हुआ. एसपी ने बताया कि जिले में करीब 22 हजार से अधिक आर्म लाइसेन्स और बंदूकें हैं. जिनमें से अधिकतर लाइसेंसी हथियार पुलिस थानों में जमा हो चुके हैं.

भिंड जिले में थानों में जमा हो रहे लाइसेंसी हथियार

अवैध हथियारों के लिए भी पुलिस ने की प्लानिंग:चूंकि चुनाव के दौरान मतदान प्रभावित करने के लिए उपयोग होने वाले हथियार ज्यादातर अवैध होते हैं. ऐसे में पुलिस ने इस परेशानी से निपटने के लिए भी प्लानिंग की है. साथ ही जिले से लगे अन्य जिलों और प्रदेशों की सीमाओं पर नाके स्थापित किए गए हैं. जिससे बाहर से अवैध हथियारों की तस्करी ना हो सके. वहीं जिले भर में अवैध हथियारों की सप्लाई और जानकारी जुटायी जा रही है. जिनकी धर पकड़ की कार्रवाई की जाएगी.

असामाजिक तत्वों पर दबाव बनाए रखने की तैयारी: इसके अलावा पुलिस अधीक्षक ने बताया की चुनाव के लिए एक हजार जवानों का अतिरिक्त बल भी मांगा गया है. साथ ही सशस्त्र बल की डिमांड भी की गयी है. जिससे चुनाव के समय जिले में पुलिस का इतना दबाव रहे की असामाजिक तत्व किसी तरह चुनाव को प्रभावित करने की हिम्मत ना जुटा सकें और चुनाव पूर्ण शांति के तरीके से हो जाए.

Panchayat Elections 2022: छिंदवाड़ा के इस गांव में नहीं होंगे पंचायत चुनाव, सरकार देगी 7 लाख रुपये का इनाम

बंदूकों के रखरखाव में किया बदलाव:चुनाव के दौरान भारी संख्या में थानों में हथियार रखे जाते हैं लेकिन कई बार इन हथियारों का रखरखाव ठीक से नहीं होता. नतीजा लाखों की बंदूके या उनके कलपुर्जे टूट जाते हैं. जिससे बंदूकधारियों को बड़ा नुकसान होता है. इस लापरवाही को लेकर जब पुलिस अधीक्षक चौहान से बात की गयी तो उन्होंने माना कि इस तरह की शिकायतें उनके सामने भी आयी हैं. लेकिन इस बार निर्देश दिए गए हैं कि हथियारों के रखरखाव पर ध्यान दिया जाए. इस बार सीधा जमीन पर ना रखते हुए बंदूकों का बेस बनाकर ठीक से रखा जाए. जिससे किसी बंदूक को कोई नुकसान ना पहुंचे. इसके साथ ही लोगों से भी अपील कराई है की वे अपने हथियार कवर में रख कर जमा कराए. बंदूक या राइफल की नली में भी कुछ इस तरह की चीज लगाएं जिससे उसने धूल ना जाए.

(Election preparation in bhind) (Licensed weapons collecting in police stations in bhind) (SP gave instructions regarding maintenance of weapons)

ABOUT THE AUTHOR

...view details