बालाघाट। मध्य प्रदेश के बालाघाट के नक्सल प्रभावित लांजी क्षेत्र से करीब 15 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत खांडापाडी के ग्राम कंदला के जंगल में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई (Encounter between police and Naxalites). इसमें पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने विस्तार दलम प्लाटून 56 और दड़ेकसा दलम के तीन नक्सलियों को मार गिराया है. बहेला में सोमवार सुबह हुई मुठभेड़ में पुलिस ने एक साथ तीन बड़े नक्सल कमांडरों को ढेर कर दिया (Three Naxalites killed in encounter Balaghat). मृत नक्सलियों की पहचान जोनल कमांडर नागेश, एरिया कमांडर मनोज और महिला कमांडर रामे के तौर पर हुई है. इन पर 61 लाख रुपए का इनाम घोषित था. मध्यप्रदेश में एंटी नक्सल ऑपरेशन (Anti Naxal operation Madhya Pradesh) की दो दशक में ये अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है, जिसमें एक साथ जोनल कमांडर सहित दो एरिया कमांडर मारे गए हैं. (Action of Balaghat police in Forest)
पति के मौत के बाद बनी कमांडर:पुलिस मुठभेड़ में मारी गई एरिया कमांडर रामे (Area Commander Rame) छत्तीसगढ़ के सुकमा की रहने वाली थी. बीते 3 साल से मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र की पुलिस उसे तलाश कर रही थी. नक्सली रामे का पति मंगेश भी एरिया कमांडर था. 2019 में लांजी के पास पुजारी टोला में हुए एक एनकाउंटर में वह मारा गया था. बताया गया है कि पति के मारे जाने के बाद रामे और खूंखार हो गई थी. उसे दड़ेकसा दलम का कमांडर बना दिया गया था. (Naxalite Rame became dreaded after husband encounter)
नाट्य कलाकार भी थी रामे:बस्तर से 2015 में जोनल कमांडर कबीर उर्फ सुरेंद्र को गाड टीम में भेजा गया था. वहीं रामे चेतना नाट्य मंच की कलाकार के तौर पर भी काम करती रही. यह मंच आदिवासी गांवों में सरकार के अत्याचारों को नाटक के माध्यम से उजागर करता रहा हैं. 2018 में मंगेश के साथ शादी के बाद उसे टांडा और दर्रेकसा एरिया कमेटी में भेज दिया गया. पहले सदस्य के तौर पर ही काम करती रही. जुलाई 2019 में जब मंगेश एनकाउंटर में मारा गया, तो रामे दर्रेकसा एरिया कमेटी की कमांडर बन गई. पति की मौत के बाद भी वह कई वारदातों में शामिल रही. उस पर 14 लाख रुपए का इनाम घोषित था.